किरण नेगी कांड: हत्या हुई, अगर हत्यारे ये नहीं तो फिर कौन हैं मी लॉर्ड ?

तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ में एक महिला न्यायाधीश ने फैसला सुनाया, महिला वकील आरोपियों की ओर से ‘न्याय मित्रा’ थी और एक युवा महिला की हत्या और दुराचार के लिए विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट और उच्च न्यायालय से मौत की सजा पाये आरोपी, पूरी तरह से दोषमुक्त घोषित हो कर स्वतंत्राता पा गए! यह कैसा न्याय है? न्याय का कौन सा आदर्श स्थापित हुआ इस प्रक्रिया से?

वनंतरा रिजॉर्ट में लगी आग से उपजे सवाल

– इन्द्रेश मैखुरी

30 अक्टूबर को जब देहरादून में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार आदि पुलिस द्वारा आयोजित दौड़-रन फॉर यूनिटी की तैयारी कर रहे थे, उसी वक्त एक और दौड़ चल रही थी. अंकिता भण्डारी हत्याकांड के लिए कुख्यात ऋृषिकेश के पास स्थित गंगा भोगपुर रिजॉर्ट की ओर अचानक फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को दौड़ लगानी पड़ी क्यूंकि इसी रिजॉर्ट के परिसर में स्थित कैंडी फैक्ट्री में आग लग गयी.

जोर पकड़ रही है खेग्रामस के 7वें राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी

अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) का 7वां राष्ट्रीय सम्मेलन पश्चिम बंगाल के हुगली ज़िला के चन्दन नगर में 14-15 नवंबर को होने जा रहा है. नगर का नामकरण कनाई दत्त, रासबिहारी बोस और नजरुल इस्लाम के नाम पर किया गया है. खेग्रामस के दिवंगत सम्मानित राष्ट्रीय अध्यक्ष क्षितीश विस्वाल को सम्मेलन का मंच समर्पित है. पार्टी के दिवंगत वरिष्ठ नेता डीपी बक्शी के नाम पर सभागार होगा. सम्मेलन गंगा के किनारे रविन्द्र भवन में होगा.

जलवायु परिवर्तन : आर्थिक और सामाजिक न्याय के जरिये पर्यावरण न्याय

– मैत्रोयी कृष्णन

सितंबर के पहले दो हफ्तों में बंगलोर में मूसलाधार बारिश के तजुर्बे से यह पता चला कि मजदूर वर्ग के हजारों परिवार अपने घरों के जलमग्न होने के कारण मुसीबत में पड़ गए, जबकि टेलीविजन चैनल इन खबरों से भरे हुए थे कि कैसे सीईओ को उनके घरों से नावों से ले जाया गया और किस तरह से आईटी पार्कों में पानी भर गया था.

स्वाति गैंग रेप-हत्याकांड : उन्माद-उत्पात की राजनीति की प्रयोगशाला समस्तीपुर में भाजपा का एक और घिनौना कृत्य

बिहार का समस्तीपुर जिला भाजपाई उन्मादी-उत्पाती ताकतों की गंभीर चपेट में है. इसी जिले के उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता नित्यानंद राय सांसद हैं. उनकी सरपरस्ती में समस्तीपुर आज पूरी तरह दलितों-महिलाओं व मुस्लिमों के दमन-उत्पीड़न का केंद्र बन गया है. राज्य में सरकार बदल गई है, भाजपा सत्ता से बेदखल हो चुकी है, लेकिन वहां दमन-उत्पीड़न की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं.

औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्ति का झूठ और भारत को हिंदू राष्ट्र बताने का षड्यंत्र

आरएसएस के प्रमुख सिद्धांतकार व भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने अपने हाल के एक लेख ‘डिकोलोनाइजिंग द इंडियन माइंडसेट’ में लिखा है कि भारत के प्रधानमंत्री औपनिवेशिक उत्पीड़न के संस्थाओं व प्रतीकों के पूरी तरह से उन्मूलन के अपने विचारों के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं. भारतीय मानस के वि-औपनिवेशिकरण का उनका यह प्रोजेक्ट स्पष्ट और खास लक्ष्यों को केंद्रित है. फिर अपने चरित्र के मुताबिक राकेश सिन्हा नेहरू पर हमलावर होते हैं.

क्या आप असली भगत सिंह को जानते हैं?

27/28 सितंबर को शहीदे-आजम भगत सिंह का जन्मदिन मनाया जाता है. अपने साथियों सुखदेव और राजगुरु के साथ शहादत के नौ दशक बाद भी वे आज भारत ही नहीं, पूरे उपमहाद्वीप के सर्वमान्य हीरो हैं और जिस महासंकट से हम घिरे हुए हैं, उसमें उनके विचार आज और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं.

पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध निंदनीय, आरएसएस-वीएचपी पर क्यों नहीं?

भारत सरकार द्वारा पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई निंदनीय है. सरकार की यह कार्रवाई राज्य सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ उठने वाली आवाजों पर शिकंजा कसने के मकसद से राज्य की एजेंसियों और सरकारी तंत्र का शस्त्रीकरण है.

यह प्रतिबंध जनता के बीच इस्लामोफोबिया फैलाने और मुसलमानों को एक समुदाय के रूप में बदनाम करने का सचेत प्रयास भी है. यह मुसलमानों को सामूहिक रूप से उत्पीड़ित करने के उद्देश्य से पहले से सोची-समझी राजनीतिक कार्रवाई है.

रोजगार और न्याय : पश्चिम बंगाल के अभिवंचित युवकों की ऐतिहासिक लड़ाई

एक अभिनेत्री आौर खबर के मुताबिक अब पदमुक्त किए गए टीएमसी मंत्री पार्थ चटर्जी की घनिष्ठ सहयोगी के दो फ्लैटों से पचास करोड़ रुपये से भी ज्यादा मूल्य के नगदी और सोने की हैरतअंगेज जब्ती ने एक बार फिर उस राज्य की ममता बनर्जी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है. रुपयों की यह बरामदगी और उस मंत्री की गिरफ्तारी कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस फैसले के बाद हुई है, जिसमें कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) में भारी अनियमितताओं और बड़े पैमाने की हेराफेरी की सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया था.