आश्वासन के बाद अनिश्चितकालीन धरना का 14 वें दिन समापन

चंदौली, 23 सितंबर : जिले में लगातार हो रही है हत्याओं तथा तहसीलों से जुड़े तमाम जन सवालों को लेकर 24 सूत्री मांगों को लेकर 10 सितंबर से शुरू अनिश्चितकालीन धरना 14 वें दिन अपर जिलाधिकारी तथा अपर पुलिस अधीक्षक के आश्वासन पर समाप्त हुआ. अधिकारीद्वय ने धरनारत आंदोलनकारियों को इस बात का आश्वासन दिया की 24 सूत्रा सवालों पर अति शीघ्र कार्यवाही होगी.

माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के अत्याचार के खिलाफ महासम्मेलन

21 सितम्बर 2024 को दरभंगा जिले के बिरौल में माइक्रो फाइनेंस कम्पनियो के मनमानी व नीतीश मोदी सरकार के महिलाओं की उपेक्षा के खिलाफ दरभंगा के बिरौल अनुमंडल मुख्यालय के पशु अस्पताल में कर्ज के मकड़जाल में फंसी महिलाओं का सम्मेलन हुआ. स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की महासचिव विधान पार्षद शशि यादव ने इसे संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं कर्ज के बोझ तले कराह रही हैं. जबरन कर्ज वसूली से तंग आकर दर्जनों महिलाओं ने आत्महत्या कर ली हैं, कई परिवारों को गांव छोड़कर भागना पड़ रहा है. माइक्रो फाइनेंस कंपनी महिलाओं का कर्ज माफ करे.

शहीदेआजम के जन्मदिवस पर किसान-मजदूर भवन का शिलान्यास

झुंझुंनू (राजस्थान) में शहीदे आजम भगत सिंह के जन्मदिन के मौके पर 27 सितंबर 2024 को सुप्रसिद्ध गणितज्ञ भामाशाह डॉक्टर घासीराम के हाथों स्वयं दान की गई भूमि पर किसान-मजदूर भवन का शिलान्यास किया गया. यह हाशमी नगर, बाकरारो रेलवे फाटक के पास अवस्थित है.

आतंक के साए को चीरते हुए इमामगंज में ऐतिहासिक प्रतिरोध सभा

सुशासन के बडे़-बड़े दावे के बावजूद भाजपा-जदयू संरक्षित राजू-जुम्मन गिरोह लंबे समय से इमामगंज में आतंक का पर्याय बना हुआ है. इसी गिरोह ने विगत 9 सितंबर को भाकपा-माले के लोकप्रिय नेता का. सुनील चंद्रवंशी की हत्या कर दी थी. हत्यारों ने शायद सोचा होगा कि इसके जरिए वे इलाके में अपने वर्चस्व को और मजबूत बना लेंगे, लेकिन उन्हें शायद इसका अंदाजा नहीं था कि ऐसे हमलों को झेलकर ही भाकपा-माले लगातर आगे बढ़ी है. 21 सितंबर को आयोजित प्रतिरोध सभा में जनसैलाब और व्यापक जन समर्थन ने स्पष्ट कर दिया कि हत्या के जरिए जनता की आवाज दबाई नहीं जा सकती. का.

नवादा में सत्ता संरक्षित भूमाफियाओं का तांडव, लैंड सर्वे से जुड़ रहे तार

नवादा में दलित बस्ती जलाए जाने के तार बिहार सरकार द्वारा कराए जा रहे भूमि सर्वे से जुड़ रहे हैं. बेहद सुनियाजित तरीके से जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ददौर स्थित कृष्णा नगर दलित टोले पर विगत 19 सितंबर को हरवे-हथियार से लैस भूमाफिया गिरोह ने हमला किया, 34 परिवारों की झोपड़ियों को जलाकर राख कर दिया, 100 मुर्गी सहित बकरी और अन्य पशु संपदा आग की भेंट चढ़ गई, गाय और उसके बछड़ों को खोलकर हमलावर चलते बने, आतंक व भय के कारण एक व्यक्ति अनिल मांझी की मौत हो गई. घटनास्थल से स्थानीय थाने की दूरी महज 1 किलोमीटर है लेकिन पुलिस को पहुंचने में 2 घंटे से भी अधिक का समय लगा.

गया : दलित-भूमिहीनों के उत्पीड़न के खिलाफ प्रतिरोध आंदोलन

हाल के दिनों में गया जिला में दलित उत्पीड़न की अनेक घटनाएं घटी हैं. खासकर मुसहर समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. विदित हो कि गया लोकसभा से बिहार के कद्दावार दलित नेता श्री जीतनराम मांझी जी ही सांसद हैं जो उसी समुदाय से आते हैं और फिलहाल केंद्रीय मंत्री भी हैं. इसके बावजूद मुसहर समुदाय को लगातार निशाना बनाया जाना न केवल भाजपा-जदयू सरकार को बल्कि व्यक्तिगत तौर पर श्री मांझी जी को भी कटघरे में खड़ा करता है.

ऐपवा का जिला स्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन

अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की दरभगा जिला स्तरीय कार्यशाला रेणु-नागार्जुन सभागार, पंडासराय में 20 सितंबर 2024 को जला अध्यक्ष साधना शर्मा की अध्यक्षता व जिला सचिव शनिचरी देवी के संचालन में संपन्न हुई.

आशा कार्यकर्ता संघ की राज्यस्तरीय बैठक

बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट-ऐक्टू) की विशेष राज्यस्तरीय बैठक 19 सितंबर 2024 को पुनाईचक पटना के अटल पथ स्थित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के राज्य कार्यालय में सम्पन्न हुई.

निजीकरण और रोजगार संकट के सवाल पर रांची में छात्र-युवा कन्वेंशन

13 सितंबर, 2024 को पुराना विधानसभा हॉल, रांची में आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा द्वारा छात्र-युवा कन्वेंशन का आयोजन किया गया. इस कन्वेंशन की अध्यक्षता आरवाइए के राज्य अध्यक्ष संदीप जायसवाल तथा मंच संचालन आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भाकपा(माले) के महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य के वक्तव्य के साथ हुई.

किसान महासभा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आवारा गोवंश को हांककर तहसील में बांधा

आवारा गोवंश के कारण खेती-किसानी चौपट होने और लगातार जारी सड़क दुर्घटनाओं से परेशान बिंदुखत्ता के ग्रामीणों ने 18 सितंबर को अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में ‘सरकारी आवारा गोवंश को सरकार के हवाले करो’ कार्यक्रम के अंतर्गत सैकड़ों ग्रामीण महिला-पुरुषों ने आवारा गाय-बैलों को हांककर तहसील कार्यालय. लालकुआं में बांधने के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आवारा गोवंश को तहसील में बांधा.