वर्ष - 33
अंक - 51
14-12-2024

16 दिसंबर, दिल्ली बलात्कार कांड की बरसी के मौके पर ऐपवा स्वतंत्र व संयुक्त रूप से महिलाओं के साथ बलात्कार व हिंसा के खिलाफ कार्यक्रम आयोजित करेगा. यह निर्णय 4 दिसंबर 2024 को हुई ऐपवा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ऑनलाइन बैठक में लिया गया है.

उस दिन दिल्ली में महिला संगठनों का संयुक्त कार्यक्रम है जिसमें ऐपवा पूरी भागीदारी करेगा. पश्चिम बंगाल में 14 दिसंबर को अभया से निर्भया तक की याद में कार्यक्रम होगा. अन्य जगहों पर भी हमें संयुक्त या स्वतंत्र रूप से कार्यक्रम होंगे.

यह जानकारी देते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव का. मीना तिवारी ने कहा कि निर्भया फंड और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के नाम पर जारी फंड का अधिकांश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर पोस्टर व बैनर लगाने पर खर्च हो जाता है. कई जिलों में यह फंड इस्तेमाल न होने के कारण वापस लौट जाता है.

उन्होंने कहा कि वर्मा कमीशन के बहुत सारे सुझावों को अबतक लागू नहीं किया गया है. महिला हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और इस पर सरकार का रवैया निहायत महिला विरोधी है. उपरोक्त सवालों को इन कार्यक्रमों का मुख्य मुद्दा बनाया जायेगा.

ऐपवा के आगामी कार्यक्रमों में 2-3 जनवरी से 9 जनवरी तक सावित्रीबाई फुले-फातिमा शेख के जन्म सप्ताह मनाने के तहत देश भर में कार्यक्रम आयोजित होंगे जिनमें लड़कियों की शिक्षा के सवाल को मजबूती से उठाया जायेगा. इन कार्यक्रमों में समान स्कूल प्रणाली की मांग भी उठाई जायेगी और भारी तादाद में युवा लड़कियों व छात्राओं की भागीदारी करवाने के लिए सांस्कृतिक गतिविधियां भी होंगी. कार्यक्रमों का एक अन्य उद्देश्य हिंदू-मुस्लिम महिलाओं की एकता और बहनापे को मजबूत करना भी होगा.

ऐपवा ने यह भी निर्णय लिया है कि अगर कहीं कोई नेता विभाजन-नफरत फैलाने वाले या महिलाओं के प्रति भेदभाव वाले बयान देते हैं या कार्रवाई करते हैं तो ऐसे नेताओं के खिलाफ आंदोलन के साथ-साथ कानूनी लड़ाई भी लड़ने की कोशिश की जायेगी.

इन कार्यक्रमों के अलावा आगामी 5 फरवरी को ऐपवा के दिवंगत राष्ट्रीय अध्यक्ष व चर्चित महिला नेता का. श्रीलता स्वामीनाथन का स्मृति दिवस और 12 फरवरी को ऐपवा का स्थापना दिवस मनाते हुए देशव्यापी कार्यक्रम होंगे.

ऐपवा राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मार्च के अंत में उत्तराखंड और मई 2025 में तमिलनाडु में ऐपवा का राज्य सम्मेलन करने की भी योजना बनाई है.