– सुमंती एक्का, फांसीदेवा विधान सभा क्षेत्र से भाकपा(माले) प्रत्याशी
सुमंती एक्का महसूस करती हैं कि सरकार चाय मजदूरों की दुर्दशा के प्रति असंवेदनशील बनी रही है और उसने चाय बागान में न्यनतम मजदूरी कानून लागू करने की कभी कोशिश नहीं की. उन्होंने रोजगार के नुकसान, कृषि संकट, मूल्य वृद्धि और श्रम अधिकारों के क्षरण का हवाला दिया और भाजपा के खिलाफ ‘मजबूत एकताबद्ध प्रतिरोध’ का आह्वाव किया.