पांच वर्षों के अंतराल पर होने वाला उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव इस बार चार चरणों में - 15, 19, 26 व 29 अप्रैल को संपन्न होगा. परिणाम की घोषणा 2 मई को होगी. चुनाव में चार पदों - जिला पंचायत सदस्य (डीडीसी), क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी), ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य (पंच) - के लिए मत पड़ेंगे. निर्वाचित डीडीसी और बीडीसी सदस्य क्रमशः अपने बीच से जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाॅक प्रमुख का चुनाव करते हैं. सामान्य सीटों को छोड़कर बाकी सीटों का आरक्षण इन श्रेणियों में होगा -- अनुसूचित जनजाति (एसटी) की महिलाएं, अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) की महिलाएं, अनुसूचित जाति (एससी), पिछड़े वर्ग (ओबीसी) की महिलाएं, पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और महिला. महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत, ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत, एसटी व एससी के लिए 23 प्रतिशत आरक्षण के हिसाब से पंचायतों में सीटें आरक्षित होंगी.
इतने पद आरक्षित हैं - जिला पंचायत अध्यक्ष के कुल 75 पदों में एसटी के पद शून्य, एससी के 16 व ओबीसी के लिए 20 पद. क्षेत्र पंचायत प्रमुख के कुल 826 पदों में एसटी के पद 5, एससी के पद 171, ओबीसी के लिए 223 पद. ग्राम पंचायत प्रधान के कुल 58194 पद में एसटी के 330 पद, एससी के 12,045 व ओबीसी के लिए 15712 पद.
इलाहाबाद हाई कोर्ट के हस्तक्षेप से सीटों का आरक्षण 2015 को आधार वर्ष मानकर चक्रानुक्रम आधार पर किया गया. जिसका मतलब है कि जो सीट 2015 में जिस सामाजिक समुदाय के लिए आरक्षित थी, इस बार उस सीट का आरक्षण बदल जायेगा. हाई कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा क्योंकि योगी सरकार ने अपनी सुविधानुसार आधार वर्ष 1995 तय किया था, जिसे अदालत में चुनौती दी गई थी और कोर्ट के आदेश से उसे आधार वर्ष बदलना पड़ा.
गैर-पार्टी आधार पर होने वाले इस चुनाव में कमोबेश सभी पार्टियां अप्रत्यक्ष रूप से हिस्सा लेती हैं और अपने समर्थित उम्मीदवार खड़े करती हैं. भाकपा(माले) भी इन चुनावों में हिस्सा ले रही है.
भाकपा(माले) ने जिला पंचायत सदस्य पद की 29 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है, जो 14 जिलों से हैं. इनमें प्रथम चरण के चुनाव में रायबरेली में दो, जौनपुर में एक, दूसरे चरण में महराजगंज में तीन, लखीमपुर खीरी व लखनऊ में एक-एक, तीसरे चरण में चंदौली में पांच, मिर्जापुर में तीन, बलिया में दो, देवरिया में तीन, जालौन में एक और चैथे चरण में सीतापुर में एक, गाजीपुर में तीन, सोनभद्र में दो व बस्ती में एक सीट है, जहां से माले के प्रत्याशी हैं.
जिला पंचायत सदस्य पद के 29 भाकपा(माले) उम्मीदवारों में 14 दलित व 10 महिला हैं. महिला प्रत्याशियों में कामरेड जीरा भारती का नाम उल्लेखनीय है, जो मिर्जापुर जिले में वार्ड नं. 1 (पटेहरा ब्लाॅक) से चुनाव लड़ रही हैं. वे भाकपा(माले) की उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी की सदस्य और जिले में गरीब-गुरबों की संघर्षशील महिला नेता की छवि रखती हैं. इसी जिले में वार्ड नं. 4 (राजगढ़) से एक अन्य महिला शांति भारती व वार्ड नं. 2 (लालगंज) से का. रामबाबू भाकपा(माले) के प्रत्याशी हैं. जिला पंचायत सदस्य के एक अन्य उम्मीदवार कामरेड अर्जुन लाल सीतापुर जिले में वार्ड नं. 14 (हरगांव ब्लाॅक) से चुनाव मैदान में हैं. वे जनहित के मुद्दों पर लगातार पहलकदमी लेते रहे हैं और कोरोना काल के दौरान कई बार आंदोलन के सिलसिले में गिरफ्तार हो चुके हैं. बलिया में वार्ड नं. 21 से पर्चा दाखिल कर चुके कामरेड भागवत बिंद भाकपा(माले) जिला कमेटी के सदस्य और इंकलाबी नौजवान सभा के नेता हैं. जिले में जिला पंचायत सदस्य के एक अन्य प्रत्याशी कामरेड राजू राजभर हैं, जो पार्टी जिला कमेटी के सदस्य और वार्ड नं. 17 से चुनाव लड़ रहे हैं. रायबरेली में वार्ड नं. 51 से चुनाव में खड़े फूलचंद मौर्य किसान महासभा के जिलाध्यक्ष और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ मौजूदा किसान आंदोलन के सक्रिय नेता हैं. यहां वार्ड नं. 4 (डलमऊ) से रविशंकर सविता भी भाकपा(माले) प्रत्याशी के बतौर चुनाव मैदान में हैं. लखीमपुर खीरी जिले में इसी पद पर वार्ड नं. 4 (पलिया) से चुनाव लड़ रहे अजय शर्मा युवा नेता हैं और आइसा के पूर्व जिला प्रभारी रहे हैं. गाजीपुर में तीन सीटों वार्ड नं. 33, 55 व 59 के तीनों प्रत्याशी पार्टी जिला कमेटी के सदस्य हैं -- इनमें का. चंद्रावती (वार्ड नं. 59) ऐपवा जिलाध्यक्ष हैं और जिस गहमर गांव की निवासी हैं, उसे एशिया का सबसे बड़ा गांव कहा जाता है. का. विजयी वनवासी (वार्ड नं. 55) पुराने संघर्षशील नेता हैं और जमानिया ब्लाॅक कमेटी के पूर्व सचिव हैं. तीसरे साथी नंदकिशोर (वार्ड नं. 33) पूर्व प्रधान रहे हैं और जनसंघर्षों की अगुवाई करते रहे हैं. देवरिया में वार्ड नं. 26 (भलुअनी) से प्रत्याशी कलक्टर शर्मा भाकपा(माले) जिला कमेटी के सदस्य हैं और पिछली बार (2015 में) दूसरे स्थान पर रहते हुए कुछ ही वोटों से हारे थे. वार्ड नं. 45 (बनकटा) से चुनाव लड़ रहीं का. गीता पासवान गतिमान नेता हैं और इनका पूरा परिवार लंबे समय से पार्टी के साथ है. साथी छोटेलाल कुशवाहा (वार्ड नं. 46) की संघर्षशील नेता की पहचान है. सोनभद्र में वार्ड नं. 25 व 26 से प्रत्याशी क्रमशः आशा कोल व चंदा देवी का पूरा परिवार लंबे समय से पार्टी का सदस्य हैं. जौनपुर में ब्लाॅक बक्शा (वार्ड नं. 27) से प्रत्याशी का. गौरव सिंह बीटेक डिग्रीधारी युवा नेता व भाकपा(माले) के जिला प्रभारी हैं. वे एक जुझारू नेता हैं. महराजगंज में वार्ड नं. 1, 6 व 7 से क्रमशः कौशल्या देवी, रोहित शर्मा व मजहरुद्दीन भाकपा(माले) प्रत्याशी हैं. चंदौली में भाकपा(माले) के पांच प्रत्याशी हैं -- रामायण राम (शहाबगंज वार्ड नं. 1), संजय यादव (सकलडीहा वार्ड नं. 3), प्रमिला मौर्य (चहनियां वार्ड नं. 4 ), गायत्री देवी (चहनियां-वार्ड न. 4) व मुन्नी कोल (नौगढ़ वार्ड न. 1) से डीडीसी सदस्य की प्रत्याशी हैं. लखनऊ में बीकेटी वार्ड नं. 5 से निर्माण मजदूर यूनियन के पदाधिकारी रामजीवन प्रत्याशी हैं. बस्ती वार्ड नं 14 के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार अम्बेडकर युवा संगठन इंनौस के नेता हैं. जालौन में वार्ड नं0 16 (शहजादपुरा) से राधेश्याम दोहरे माले समर्थित प्रत्याशी हैं
इसी तरह ग्राम प्रधान पद के करीब चार दर्जन और बीडीसी के लगभग सवा दर्जन प्रत्याशियों को पार्टी समर्थन दे रही है. पार्टी राज्य कमेटी के सदस्य व इंनौस के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी गोरखपुर जिले में बांसगांव ब्लाॅक के धोबौली गहरवार ग्राम सभा से प्रधान पद पर उम्मीदवार हैं.
भाकपा(माले) उम्मीदवारों के पक्ष में जोरदार प्रचार अभियान चल रहा है. सीतापुर जिले की जिला पंचायत वार्ड नंबर 14 के उम्मीदवार का. अर्जुन लाल ने बताया कि विगत 6 अप्रैल को ही लोकल व जिला कमेटी के सभी सदस्यों की मौजूदगी में कैडर कन्वेंशन आयोजित कर चुनाव प्रचार के लिए कई टीमों का गठन किया गया और चुनाव कोष इकट्ठा करने और सघन प्रचार अभियान की योजना बनाई गई.