11 अगस्त को गया जिले के गुरारू बाजार निवासी का. कृष्णा प्रसाद (68 वर्ष) का निधन हो गया. वे पुराने दौर के साथी थे. परैया-कोच प्रखंड मे कामकाज के विस्तार और आंदोलन के दौरान वे का. पृथ्वीराज सिंह व अन्य साथियों के साथ वे एक सिपाही की हत्या में आरोपित होकर बहुत दिनों तक जेल में रहे. वे अभी गुरारू लिडींग टीम के सदस्य थे.
भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड (अगियांव विधानसभा क्षेत्र) की बराप पंचायत के मुखिया कामरेड अरुण सिंह की हत्या 5 अगस्त 19 की शाम 8 बजे अपने ही मुहल्ले के अनिल सिंह के दरवाजे पर कर दी गई. वे 60 वर्ष के थे. वे वहां रोज सुबह-शाम बैठा करते थे और ग्रामीणों से बातें करते थे. हत्या के समय मुहल्ले के लोग जा चुके थे और दरवाजे पर सिर्फ अरुण सिंह और अनिल सिंह बैठे थे. इसी बीच मुहल्ले का ही 22 वर्षीय नौजवान चुन्नू सिंह कोई दस्तावेज लेकर आया और अरुण सिंह से पूछा कि इससे राइफल का लाइसेंस मिल सकता है या नहीं?
कामरेड एके राॅय को श्रद्धांजलि देते हुए भाकपा(माले) ने अपना झण्डा झुका दिया है. मार्क्सवादी कोऑर्डिनेशन कमेटी (एमसीसी) के इस संस्थापक नेता ने धनबाद में 21 जुलाई 2019 को अंतिम सांस ली. कामरेड एके राॅय का झारखंड और भारत के वाम और जनवादी आन्दोलन में अमूल्य योगदान रहा है. वे धनबाद से तीन बार सांसद चुने गये थे. झारखंड कोयला मजदूरों के संघर्षों के इस महान योद्धा को उनकी सादगी और ईमानदारी के लिए भी याद किया जाता है. उन्होंने स्वेच्छा से अपने लिए अभावों वाला जीवन चुना और अंतिम समय तक धनबाद के मेहनतकश लोगों का असीम प्यार और देखभाल उन्हें मिलती रही. ए.के.
24 जुलाई की सुबह अरवल जिले के वरिष्ठ पार्टी नेता का. राम प्रवेश दास का निधन हो गया. का. राजेश और महंत जी के नाम से लोकप्रिय का. राम प्रवेश दास की उम्र 73 वर्ष हो चुकी थी. वे सत्तर दशक के उत्तरार्द्ध में पार्टी के साथ जुडे और पूर्णकालिक सदस्य के रूप में काम करते हुए किसान आंदोलन के अगुआ सिपाही बन गए. वे लंबे समय तक पार्टी की जिला कमिटी के सदस्य रहे.
1930 के आसपास खभैनी गांव के एक गरीब परिवार में जन्मे जयराम सिंह ने मैट्रिक पास करके गांव में ही पोस्ट ऑफिस के ब्रांच पोस्टमास्टर की नौकरी की. उन्हीं दिनों उन्होंने जड़ी-बूटी की दवा से शुरूआत करते हुए उन्होंने अंग्रेजी व होमियोपैथी पद्धति से लोगों का इलाज भी शुरू कर दिया था.
17 जुलाई को फतुहा प्रखंड के जैतिया पंचायत के अंडारी गांव में भाकपा(माले) नेता का. सुरेन्द्र सिंह का 6वें शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. शहीद का. सुरेन्द्र सिंह की स्मृति में एक मिनट का मौन पालन करने के बाद वहां भारी तादाद में जुटे नेताओं-कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया.
कामरेड सुदर्शन बोस, जिनको पश्चिम बंगाल में उनके लोकप्रिय पार्टी नाम ‘अनल दा’ कहकर पुकारा जाता था, का 5 जुलाई 2019 को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के रानाघाट स्थित उनके निवास स्थान में कैंसर के असाध्य रोग से देहांत हो गया. वे 74 वर्ष के थे.
पश्चिम बंगाल में नक्सलबाड़ी आंदोलन और भाकपा(माले) के एक जाने-माने नेता कामरेड संतोष राणा का निधन गत 29 जून 2019 को 77 वर्ष की उम्र में कोलकाता में हो गया. वे कैंसर से पीड़ित थे.
सिन्दरी-धनबाद के भाकपा(माले) नेता का. टीपी सिंह का विगत 30 जून 2019 को एम्स (दिल्ली) में इलाज के दौरान निधन हो गया. वे 1970 के दशक के एकदम शुरूआती दिनों से ही भाकपा(माले) से जुड़े हुए थे. सिन्दरी में भाकपा(माले) की स्थापना व विस्तार तथा आइपीएफ के निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही है. वे इस क्षेत्र में एक जुझारू व मेहनती पार्टी नेता के बतौर पहचाने जाते थे.
भाकपा और एनएफआइडब्लू की वरिष्ठ नेता कामरेड प्रमिला लूंबा का 24 जून 2019 को निधन हो गया. उनका जन्म 1924 में हुआ था और उन्होंने अपने 95 वर्ष के जीवन का अधिकांश समय युवावस्था से ही कम्युनिस्ट आंदोलन और महिला आंदोलन में गुजार दिया था.