ज्वलंत महिला सवालों पर बिहार में ऐपवा की दो दिवसीय कार्यशाला

अरवल (बिहार) में 25-26 अगस्त को ऐपवा की राज्यस्तरीय कार्यशाला आयोजित हुई. कार्यशाला के विषय थे –

1. महिला उत्पीड़न के मामलों में हमारा (ऐपवा का) नजरिया क्या होगा, हम इसे कैसे हल करेंगे, हमारी क्या पहलकदमी होगी?
2. तीन आपराधिक कानूनों से न्याय प्रक्रिया में क्या बदलाव आयेंगे? और
3. महिलाओं की आजादी के सवाल को किस संदर्भ में देखा जाना चाहिए?

भाकपा(माले) में मासस-का विलय: भाजपा भगाओ-लूट मिटाओ के नारे के साथ ‘एकता रैली’ की जोरदार तैयारी

10 अगस्त 2024 को रांची के प्रेस क्लब में  भाकपा(माले) और मासस के एकीकरण यानी भाकपा(माले) में मासस के विलय की घोषणा के बाद खासकर झारखंड के धनबाद, बोकारो, हजारीबाग व रामगढ़ समेत अन्य जिलों व प्रखंडों में बैठक संपन्न करते हुए 9 सितंबर को धनबाद में एक बड़ी एकता रैली करने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है जहां अंतिम तौर पर विलय का सार्वजनिक घोषणा की जाएगी.

मोदी सरकार के खिलाफ मजदूरों-कर्मचारियों का संघर्ष : एनपीएस से यूपीएस तक

आज से 21 वर्ष पहले एनडीए सरकार के प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने केंद्र में ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) को खत्म करके बाजार आधारित नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) लाए थे, जिसे पश्चिम बंगाल राज्य को छोड़कर लगभग सभी राज्यों ने कुछ आगे-पीछे करते हुए को अपने राज्यों में लागू कर दिया था, एनपीएस के खिलाफ कर्मचारी लगातार संघर्ष करते रहे हैं, जिसके चलते 2022 में राजस्थान, फिर छत्तीसगढ़, झारखंड, और हिमाचल प्रदेश ने ओपीएस को पुनः बहाल किया है.

मौब लिंचिंग के शिकार होने से बचे सर्जमुल कुरैशी से मिली भाकपा(माले) टीम

मोहम्मद सर्जमुल कुरैशी (उम्र 55) जो रहीमाबाद, थाना-बंगरा, जिला-समस्तीपुर के निवासी हैं और खटीक यानि बकरा खरीदने का काम करते हैं, 16 अगस्त की दोपहर मउ बाजार (थाना विद्यापतिनगर) में बकरा खरीदने गए थे. वहां स्थानीय वार्ड पार्षद सह हिंदूवादी नेता चंदन झा के नेतृत्व में हिन्दुवादी संगठन ‘हिन्दू राष्ट्र एकता मंच’ के 40 से 45 गुंडों ने उन्हें घेर लिया और उन पर गौमांस बेचने का आरोप लगाते हुए मॉब लिंच करने का प्रयास किया, बुरी तरह मारा-पीटा, 65 हजार रुपए छीन लिये तथा मोटरसाइकिल को पेट्रोल छिडक कर जलाने का प्रयास किया. सूचना पाकर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने उनकी जान बचायी.

राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चां एससी-एसटी आरक्षण में छेड़छाड़ के खिलाफ

20 अगस्त 2024 को उदयपुर में राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चे में शामिल भाकपा(माले), माकपा, भाकपा और समाजवादी पार्टी एवं अन्य जनवादी संगठनों की बैठक आयोजित हुई. बैठक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में आरक्षण प्रणाली में बिना जनगणना के ठोस आंकड़ों के कोटे के भीतर कोटे यानी की एससी/एसटी के आरक्षण के उप विभाजन, क्रीमी लेयर एवं केवल एक बार आरक्षण के सुझावों की कड़ी आलोचना की गई और केंद्र सरकार से इसके खिलाफ अविलंब पुनर्विचार याचिका दायर करने एवं आरक्षण के वर्तमान सामाजिक और शैक्षणिक आधार के प्रावधानों को संविधान की नवीं सूची में रखने की मांग की गयी.

जीएम बीजों के खिलाफ कृषि विशेषज्ञों व किसान नेताओं के संयुक्त सम्मेलन की घोषणा

(22 अगस्त 2024, को किसान भवन, चंडीगढ़ में देश के जाने माने कृषि विशेषज्ञों और किसान नेताओं ने एक राष्ट्रीय सम्मेलन किया. इसमें देश में कृषि उत्पादन बढाने के नाम पर थोपे जा रहे जीएम बीजों को खेती और मनुष्य सहित सभी प्राणियों के लिए खतनाक बताते हुए देश के किसानों से इसका डट कर विरोध करने की अपील की.

‘हक दो-वादा निभाओ’ अभियान : बिहार के 250 से अधिक

प्रखंड मुख्यालयों पर भाकपा(माले) का प्रदर्शन

सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के उपरांत महागरीब परिवारों को 2 लाख रु. देने की सरकारी घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिए 72 हजार रु. से कम के आय प्रमाण पत्रा देने, सभी भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल आवासीय जमीन और पक्का मकान की तीन सूत्रा मांगों को लेकर बिहार में ‘हक दो-वादा निभाओ’ अभियान चल रहा है. इसके तहत 22-24 अगस्त 2024 को भाकपा(माले) के बैनर तले 250 से भी अधिक प्रखंड/अंचल मुख्यालयों पर प्रदर्शन आयोजित हुए.

फुलवारी विधायक के अथक प्रयास से जनता की मांग पूरी हुई

विदित हो कि पिछली 25 जून को जब पोठही रेलवे स्टेशन (पटना-गया लाईन) के पास में केवड़ा-पारथू सड़क को गहरा किया जा रहा था तो तेज गति ट्रेनों का हवाला देते हुए सरकार ने यहां स्थित रेलवे क्रॉसिंग को को बंद कर दिया था. उसी वक्त फुलवारी (सु.) के भाकपा(माले) विधायक का. गोपाल रविदास इस निर्णय पर रोक लगाने की मांग की और यहां रेलवे ओवरब्रिज बनाने की मांग को लेकर धरना पर बैठ गए.

‘भारत बंद’ के समर्थन में सड़कों पर उतरे

अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) आरक्षण कोटे के उप-वर्गीकरण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले और क्रीमी लेयर का सिद्धांत लागू करने संबंधी विचार के खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों के 21 अगस्त को भारत बंद के आह्नान के समर्थन में भाकपा(माले) कार्यकर्ता देश भर में सड़कों पर उतरे.

बंगाल, बिहार, उत्तराखंड में महिलाओं पर दरिंदगी के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज में महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी (बलात्कार-हत्या) के विरोध में लखनऊ में 17 अगस्त को सामाजिक, राजनीतिक व नागरिक संगठनों ने किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) गेट पर मानव श्रृंखला बनाई.