का. लालचंद साहू की बरसी मनाई गई

8 नवम्बर 2019 को नवादा के भाकपा(माले) कार्यलय में का. लालचंद साहू जिन्होंने आजीवन पार्टी की विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई और पलामू जिले में भी कार्यरत रहे, की 22वीं बरसी मनाई गई. इस अवसर पर मौजूद पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण किया और उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन धारण किया. इसके बाद पार्टी जिला सचिव का. नरेन्द्र प्रसाद सिंह, इनौस नेता का. भोला राम, ऐपवा जिलाध्यक्ष का. सुदामा देवी, खेग्रामस के जिला सचिव का. अजीत कुमार मेहता आदि नेताओं ने उनके जीवन व संघर्षों के बारे में वक्तव्य दिए. का. सरस्वती देवी, का. संपतिया देवी, का.

का. सुरेंद्र यादव को लाल सेलाम!

का. सुरेंद्र यादव का 11 नवम्बर 2019 को निधन हो गया. वे कैंसर से पीड़ित थे और पटना के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था. पटना जिले के दुल्हिनबाजार प्रखंड के नवादा गांव में एक मध्यम परिवार में जन्मे का. सुरेंद्र कॉलेज जीवन से ही सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने लगे थे. 1980 दशक में भाकपा(माले) की अगुवाई में जारी किसान आन्दोलन से प्रभावित होकर वे पार्टी से जुड़े और पटना जिले के कई प्रखंडों में इन संघर्षों का नेतृत्व करते हुए पार्टी जिला कमेटी के सदस्य और किसान महासभा के जिलाध्यक्ष बने. भीषण पुलिस दमन और लंबी जेल यात्राओं से भी उनका मनोबल जरा भी कम नहीं हुआ.

कामरेड छोटेलाल पटेलप

चंपारण जिले के सिरिसिया गांव (सिकटा प्रखंड) निवासी का. छोटेलाल पटेल (उम्र-55 वर्ष) का विगत 8 नवम्बर 2019 की शाम आकस्मिक निधन हो गया. का. छोटेलाल पटेल ने सिकटा प्रखंड और खासकर सिरसिया गांव में जो आज भी भूमि आंदोलन का केन्द्र बना हुआ है, पार्टी निर्माण में महती भूमिका निभायी. पार्टी के प्रति समर्पण, ईमानदारी व सादगी के कारण का. छोटेलाल पार्टी कतारों व जनता में खासे लोकप्रिय थे. तीन पुत्रों और तीन पुत्रियों के पिता रहे का. छोटेलाल का परिवार खेती व मजदूरी के जरिए जीवनयापन करता था.

कामरेड देवनंदन राम

विगत 5 नवंबर को अरवल जिला के बम्भई ग्राम (कसौटी पंचायत ,कलेर प्रखंड) निवासी का. देवनंदन राम (90 वर्ष) का निधन हो गया. का. देवनंदन राम साठ के दशक से ही, जब उनके गांव व इलाके में सामंती दबदबा चरम पर था, भाकपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे. तब गरीबों को बेगारी करनी पड़ती थी, मजूरी मांगना, अपने दुआर-दालान पर भी खटिया पर बैठना और अपनी मर्जी से वोट देना सांमतों के शान के खिलाफ बड़ा गुनाह होता था.

कामरेड प्रेमराम टम्टा

भाकपा(माले) के वरिष्ठ साथी और बिन्दुखत्ता भूमि संघर्ष के नेतृत्वकारी साथियो में शामिल कामरेड प्रेम राम टम्टा का विगत 2 नवंबर को निधन हो गया.

गोलीकांड के शहीदों की 31वीं बरसी

30 अक्टूबर, 1988 को पुलिस जुल्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग की घटना जिसे ‘घुटुवा पुलिस गोलीकांड’ के रूप में जाना जाता है, में शहीद रिझनी देवी, बलकहिया देवी व रामप्रसाद महतो तथा घुटुआ आंदोलन के नेता काॅ. मानकुंवर बेदिया को याद किया गया. वरिष्ठ नेता का. हीरा गोप ने झंडोत्तोलन किया. उसके बाद सभी ने शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया. शहीद सभा का संचालन का. देवानंद गोप ने किया.

कामरेड पारस सिंह यादव

बीते 27 अक्टूबर की रात भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड के जानटोला गांव में अपराधियों ने लाठी-डंडे से पीट-पीट कर माले नेता का. पारस की हत्या कर दी. वे मछली मारने को लेकर हुए विवाद में समझौता कराने गए थे. पारस जी पार्टी के पुराने सदस्य थे, एक सक्रिय और प्रतिबद्ध साथी थे.

कामरेड जयदेव हेम्ब्रम

19 अक्टूबर 2019 को धनबाद जिले में भाकपा(माले) की पूर्वी गोविन्दपुर लोकल कमेटी के सदस्य का. जयदेव हेम्ब्रम (उम्र 40 वर्ष) का आकस्मिक निधन हो गया. पोखर में स्नान करते मिर्गी का दौरा आने से वे पानी में डूब गए. वे एक पुराने कार्यकर्त्ता थे. वे गोविंदपुर में पार्टी निर्माण के शुरूआत में ही पार्टी से जुड़े और हमेशा समर्पित व निष्ठावान रहे. उनके मृत्यु की सूचना पाते ही स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनके गांव (देवली) पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दिया.

का. सियाराम यादव

30 अक्टूबर को का. सियाराम यादव (उम्र 50 वर्ष) का बिमारी के कारण असमय निधन हो गया. वे सीवान जिले के सिसवन प्रखंड लीडिंग टीम के सदस्य थे.

उपरोक्त सभी दिवंगत व शहीद साथियों को लोकयुद्ध की ओर से क्रांतिकारी लाल सलाम!