23 दिसंबर 2024 को समस्तीपुर के ताजपुर अंचल कार्यालय पर भाकपा(माले)-खेग्रामस ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में दाखिल-खारिज, परिमार्जन, एलपीसी आदि में व्याप्त घूसखोरी पर रोक लगाने, ऑफलाइन जमा किए गए करीब दो हजार आवेदनों का निपटारा करते हुए अविलंब सबको आय प्रमाण पत्र देने, अंचल कार्यालय पर कब्जा जमाये दलालों-विचौलियों को बाहर करने, बंगरा थाना कांड संख्या 154 में गिरफ्तार निर्दाष लोगों को रिहा करने, निर्दाष लोगों की गिरफ्तारी बंद करने एवं कांड कराने के जिम्मेवार सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा पर एफआइआर दर्ज करने, सरकारी जमीन पर बसे भूमिहीन परिवार को पर्चा देने, भूमिहीनों को वासभूमि एवं आवास देने, मनरेगा में लूट-भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों पर कारवाई करने एवं योजना में ट्रेक्टर-जेसीबी का इस्तेमाल पर रोक लगाने, मजदूरों को काम देने, भूमाफिया द्वारा निरीह लोगों की जमीन को कब्जा करने पर रोक लगाने, भूमि विवाद का हल अंचल व थाना से करने आदि की मांगों को उठाया गया.
प्रदर्शन में शामिल लोग घंटे भर तक नारेबाजी करने के बाद धरना पर बैठ गये. धरना स्थल पर खेग्रामस के प्रखंड सचिव प्रभात रंजन गुप्ता की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया.
भाकपा(माले) प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अंचल कार्यालय में एक काम भी बिना घूस लिए नहीं किया जाता है. चाहे दाखिल- खारिज हो, परिमार्जन हो, एलपीसी हो या फिर अन्य कोई कार्य. सारा काम दलालों-विचौलिया के जरिये ही हो रहा है. अंचल कार्यालय में ‘घूस दो और काम कराओ’ का खुला खेल चल रहा है. जनता के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ भाकपा(माले)-खेग्रामस कार्यकर्ता हमेशा आंदोलन करते रहेंगे.
सुरेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें प्रभात रंजन गुप्ता, ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, मो. एजाज, अश्विन कुमार, मो. जाकिर हुसैन शामिल थे, अंचलाधिकारी आरती कुमारी से मिला और उनको 5 सूत्री मांग-पत्र सौंपा. मांगें पूरी नहीं होने पर पुनः आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कार्यक्रम समाप्त किया गया.
सभी महागरीब परिवारों को एकमुश्त 2 लाख रुपये तथा भूमिहीनों को 5 डिसमिल आवासीय जमीन और पक्का मकान देने की मांग को लेकर 23 दिसंबर 2024 को औराई प्रखंड मुख्यालय पर गरीबों की भरी भीड़ उमड़ पड़ी.
भाकपा(माले)-खेग्रामस के आह्वान पर आयोजित इस प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) नेता और आरवाइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम ने कहा कि जाति आधारित सर्वेक्षण के बाद राज्य के तकरीबन 95 लाख महागरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना के तहत 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की सरकारी घोषणा आय प्रमाण पत्र के झमेले और ऑनलाइन आवेदन के प्रावधानों के कारण एक क्रूर मजाक बनकर रह गई है. इस राशि के लिए 72 हजार रुपये से कम वार्षिक आमदनी के आय प्रमाण की शर्त लगा दी गई है जबकि प्रशासनिक बधिकारी 1 लाख रुपये से नीचे का आया प्रमाण पत्र जारी ही नहीं कर रहे हैं. जब सरकार के पास 95 लाख महागरीब परिवारों का डाटा उपलब्ध है तो फिर उनसे आय प्रमाण पत्र क्यों मांगा जा रहा है? सरकार की ओर से जारी लघु उद्यमों की सूची में पशुपालन जैसा महत्वपूर्ण क्रियाकलाप शामिल ही नहीं है जो गरीबों के जीवन-जिंदगानी का सबसे बड़ा सहारा है.
भाकपा(माले) नेता एडवोकेट मुकेश पासवान ने कहा कि सरकार ने सभी भूमिहीनों को पांच-पांच डिसमिल जमीन देने की घोषणा की थी लेकिन उल्टे कई पीढ़ियों से बसे गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, उन्होंने सरकारी और सीलिंग से फाजिल जमीनों को भू माफियाओं से मुक्त कराकर गरीबों को बसाने की मांग की.
प्रदर्यान के जरिए सभी महागरीब परिवारों को बिना शर्त 72 हजार रुपया से कम का आय प्रमाण-पत्र तथा एकमुश्त 2 लाख रुपये की राशि देने, भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल आवासीय जमीन देने, सबको पक्का मकान व 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने, मनरेगा में लूट-खसोट व फर्जी निकासी पर रोक लगाने, मजदूरों को 200 दिन काम व 600 रूपये दैनिक मजदूरी देने तथा प्रखंड व अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अविलंब रोक लगाने की मांगों सहित एक मांग पत्र औराई प्रखंड के बीडीओ को दिया गया.
जावेद अख्तर, प्रमुख राम, हरदेव राम, बैफई मांझी, मनीष यादव, रबिन्द्र यादव, संतोष पासवान, रामकुमार पासवान, चंद्रकला देवी, मरचिया देवी, बबिता देवी, रामपुकार पासवान, शमशेर आलम, शबनम, वीरेंद्र राम, प्रह्लाद राय, प्रमिला, मरनी देवी, मंजू देवी आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.
भाकपा(माले) व खेग्रामस के संयुक्त बैनर तले 26 दिसंबर 2024 के सासाराम में दलित-गरीबों का विशाल प्रदर्शन आयोजित हुआ.
यह प्रदर्शन दिन के 12 बजे बाल विकास विद्यालय के मैदान से निकला और प्रखंड कार्यालय पहुंचा. प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर दलित-गरीब बिहार सरकार, अनावाद सर्वसाधारण, और आहर-पोखर के किनारे की जमीन पर वर्षों से घर बनाकर रह रहे हैं. नीतीश-भाजपा सरकार दलित-गरीबों को उस भूमि का पर्चा देने के बजाय ‘जल-जीवन-हरियाली’ के नाम पर उजाड़ रही है. लेकिन वहीं दबंग भूस्वामियों के कब्जे में पड़ी उसी किस्म की भूमि पर हाथ तक नहीं डाल रही है. सरकार द्वारा ही कराये गये सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक बिहार में 94, 33, 312 परिवार छः हजार से भी कम की मासिक आमदनी पर अपना जीवन-बसर कर रहे हैं. बिहार में गरीबी की यह भयावह तस्वीर भाजपा-जदयू सरकार के विकास और न्याय की पोल खोल कर रख देती है. मुख्यमंत्री ने बिहार विधानसभा में लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत वैसे सभी गरीब परीवारो को दो लाख रुपए सहायता देने की जो घोषणा की थी. उसके मद में 2023-24 के बजट में मात्र 250 करोड़ और 2024-25 के बजट में उससे भी कम मात्र 100 करोड़ का प्रावधान किया गया है जो गरीबों के साथ घिनौना मजाक है.
नेताओं ने कहा कि छः हजार से भी कम मासिक आमदनी पर जीवन बसर करने वाले गरीबों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाकर यह सरकार उनका खून चूस रही है. इसलिए हम स्मार्ट मीटर हटाने और गरीबों 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने, महिलाओं को आर्थिक रूप से शसक्त बनाने के लिए प्रतिमाह 3000 रु. की महिला सम्मान योजना चालू करने तथा राशन कार्ड से बडे पैमाने पर ग्रामीण गरीबों को वंचित करने का कदम वापस लेंते हुए हटाये गए नामों को पुनः जोड़ने और नया राशन कार्ड बनाने की मांग करते हैं.
प्रखंड कार्यालय पर हुई सभा की अध्यक्षता भाकपा(माले) के सासाराम नगर सचिव मो. नौशाद अली खान ने की. भाकपा(माले) के जिला सचिव नंदकिशोर पासवान, जिला कमेटी सदस्य रविशंकर राम व मदन सिंह कुशवाहा तथा खेग्रामस के प्रखंड अध्यक्ष शम्सुल अंसारी, प्रदेश कमेटी सदस्य मार्कंडेय चन्द्रवंशी, अफसाना परवीन आदि नेताओं ने संबोधित किया.
23 दिसम्बर 2024 को सीवान जिले के पंचरूखी प्रखंड कार्यालय पर खेग्रामस के बैनर तले धरना देकर जनता की विभिन्न समस्याओं को अविलंब हल करने की मांग की गई. धरना की अध्यक्षता खेग्रामस के जिला कमिटी सदस्य गुड्डू मिश्रा ने की.
धरना को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के बड़हरिया विधानसभा प्रभारी विकास यादव ने कहा कि पचरुखी प्रखंड के गोपालपुर पंचायत में 4 वर्ष पहले मनरेगा के माध्यम से गरीब मजदूरों में लगभग एक माह से ज्यादा दिन काम कराया गया लेकिन आज तक उनकी मजदूरी नहीं मिला. 60 वर्ष से अधिक उम्र की सैकड़ों गरीब महिलाओं ने वृद्धावस्था पेंशन के लिए ऑफनलाइन आवेदन दे रखा है लेकिन प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा उसका सत्यापन नहीं करने की वजह से उनको पेंशन नहीं मिल रहा है. सरकार भूमि सर्वे करवा रही है लेकिन भूमि विवादों का निपटारा नहीं कर रही. करीब 3000 गरीबों ने आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन जमा किया गया लेकिन अभी तक एक का भी नहीं बना. जब आंदोलन होता है तो अधिकारी प्रखंड कार्यालय छोड़कर भाग जाते है लेकिन इससे उनको राहत नहीं मिलने वाली. जनता के सवाल जब तक रहेंगे तब तक भाकपा(माले) का आंदोलन भी जारी रहेगा.
धरना को कमलदेव यादव, कुंती यादव, नागेंद्रनाथ त्रिवेदी, हसन इमाम, महेश सिंह, राजकुमारी देवी आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर राधा देवी, बचीया देवी, राधिका देवी, चंपा देवी,आदि सैकड़ों महिलायें भी मौजूद थीं.
27 दिसंबर 2024 को बेगूसराय जिले के वीरपुर अंचल सह प्रखंड कार्यालय पर खेग्रामस जिला सचिव चन्द्रदेव वर्मा, भाकपा(माले) के प्रखंड प्रभारी और किसान महासभा के जिला सचिव बैजू सिंह व जिलाध्यक्ष नवलकिशोर, और भाकपा(माले) नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शन के बाद गौरी पासवान की अध्यक्षता और प्रमोद पौद्दार के संचालन हुई सभा को कई नेताओं ने संबोधित किया.
सभी गरीब परिवारों को 2 लाख रुपए अनुदान देने की मांग सहित 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया.
26 दिसंबर 2024 को सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड मुख्यालय पर भी धरना दिया गया. पशु चिकिस्तालय परिसर में आयोजित धरना की अध्यक्षता का. दुर्गी सरदार ने की. भाकपा(माले) के जिला नेता का. जयनारायण यादव ने इसे संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र-राज्य दोनों ही गरीब बिरोधी सरकारें हैं जिनकी घोषणायें जनता का माखौल बन कर रह गई है. धरना को अच्छेलाल मेहता, अमित चौधरी व दुर्गी सरदार आदि ने भी संबोधित किया. धरना में बीणा देवी, फूलवन्ती देवी, मोमनी देवी, गुलाब देवी व संगीता देवी सहित कई महिलायें भी मौजूद थीं.
नालंदा जिले के चंडी, इस्लामपुर, परबलपुर व कतरीसराय प्रखंड मुख्यालयों पर भी 27 दिसम्बर 024 को धरना-प्रदर्शन आयोजित हुआ
बांका जिले के बांका प्रखंड मुख्यालय पर आयोजित ‘हक दो-वादा निभाओ’ प्रदर्शन में घोसी के विधायक का. रामबलि सिंह यादव भी शामिल हुए तथा आन्दोलन के माध्यम से अंचलाधिकारी से मिलकर दिये गये मांग-पत्र पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की.
27 दिसम्बर को भोजपुर जिले के संदेश प्रखंड मुख्यालय पर भाकपा(माले) और खेग्रामस के संयुक्त बैनर से प्रदर्शन आयोजित कर बीडीओ और सीओ को एक मांग पत्र सौपा गया. भाकपा(माले) प्रखंड सचिव संजय कुमार और खेग्रामस जिला सचिव जीतन चौधरी ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए कहा कि अंचल और प्रखंड कार्यालय में तीन माह पहले ही गरीबों के आया प्रमाण पत्र व जमीन की मांग के आवेदन जमा हैं लेकिन आरजतक इस मामले में कोई प्रगति नही है.
दरभंगा व मधुबनी जिले के कई प्रखंड मुख्यालयों पर भी 27 दिसंबर 2024 को जोरदार प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित हुए जिसमें सैकड़ों की तादाद में लोग शामिल थे.