5 मार्च 2024 को पिपचो में भाकपा(माले) का प्रखंड स्तरीय कार्यकर्ता कंवेंशन सम्पन्न हुआ. सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता कनवेंशन में शामिल हुए. कनवेंशन के पूर्व किसान आन्दोलन में शहीद किसानों और जनपक्षीय पत्रकार व पार्टी सदस्य संतोष मिश्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
कन्वेंशन में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) विधायक का. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि हमें बीते हुए कल का मूल्यांकन करते हुए कोडरमा के भविष्य का फैसला लेना होगा. सहिया, ऊर्जा दीदी, जल सहिया, स्वस्थ्य सहिया, पोषण सखी, कृषि मित्र समेत सभी केंद्रीय परियोजनाओं में कार्यरत कर्मियों के उम्मीदों पर केंद्र की मोदी सरकार ने प्रहार किया है. न तो मानदेय में बढ़ोतरी हुई और न ही कर्मियों की सेवा को ही स्थाई किया गया. अच्छे दिनों का सपना अधूरा ही रह गया. पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं घटे और मंहगाई बढ़ती ही गई. 2022 तक सभी गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास मिलने का वादा भी झूठा साबित हुआ. कोडरमा के प्रवासी मजदूरों और जनता की आवाज संसद तक नहीं पहुंची.
उन्होंने कहा कि यहां से एक भी नए ट्रेन की शुरूआत नहीं हुई, अगर टिकट ही पैमाना होता तो मुम्बई व दक्षिण भारत के लिए एक नहीं, दो-दो ट्रेनों की शुरूआत होती. जब मजदूरों की मौत होती है तो उनका शव घर तक लाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार को उठानी पड़ती है. झारखंड का कोयला व पानी अडानी-अम्बानी के लिए बाहर जाएगा. कोडरमा की जनता के हितों की चिंता नहीं करने वाली मोदी सरकार को इस बार बदलना होगा, तभी अच्छे दिनों का सपना साकार होगा. जातीय जनगणना, स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण के मामले पर चुप रहने वाली सांसद अनपूर्णा देवी को भी सबक सिखाना होगा.
कार्यकर्ता कनवेंशन को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि मोदी सरकार देश के मजदूर-और किसनों के बजाय अडानी-अंबानी के लिए ज्यादा फिक्रमंद है. पूंजीपतियों को टैक्स में छूट छूट दे रही है और आम जनता पर टैक्स का बोझ लाद रही है. हमारे रहन-सहन और खानपान की निगरानी करने वाली सरकार और सांसद को बदलना होगा. आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़ कर अपनी कुर्बानी देने वालों के खिलाफ नफरत की भावना पैदा किया जा रहा है. यह लडाई गठबंधन की नहीं, देश की जनता की लडाई है.
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य कमिटी के सदस्य मो. इब्राहिम ने कहा कि मोदी सरकार के दस वर्ष झूठ और जुमले गढ़ने में बीते हैं. अनपूर्णा जी पांच वर्षों में गांवों से गायब रही हैं. देश में नफरत और हिंसा के माहौल को बदलने के लिए भाकपा(माले) को जिताना पहला काम है.
कार्यकर्ता कनवेंशन को कोडरमा प्रभारी भूवनेश्वर केवट राजेन्द्र मेहता, विजय पासवान, अशोक यादव, शंभू वर्मा, मुन्ना यादव, शारदा देवी, राजेंद्र दास, असगर अंसारी, सलीम अंसारी, पार्वती देवी, संदीप कुमार, चांद अख्तर, बहादुर यादव, आदि ने मुख्य रुप से संबोधित किया.
भाकपा(माले) की देवरी प्रखंड कमेटी की ओर से हरिया डीह पंचायत के डुमरबकी गांव में किसान-मजदूर जन सम्मेलन का आयोजन किया गया. जनसम्मेलन में मुख्य रूप से धनवार के पूर्व बिधायक राजकुमार यादव मौजूद थे उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार हर मोर्चे पर बिफल रही है. अमृत महोत्सव और विकसित भारत संकल्प यात्रा उनका ढकोसला है. इस सुदूरवर्ती इलाके में एक भी हाईस्कूल नहीं है, न हीं सड़क है. बुनियादी चीजों से गांव वंचित है. आने वाले चुनाव में जनता इसका मुकम्मल जवाब देगी.
मौके पर जिला सचिव जनार्दन प्रसाद, जिप सदस्य उस्मान अंसारी, पंसस बलबीर कुमार, जिला कमिटी सदस्य कुलदीप राय, मुश्तकीम अंसारी, अजय चौधरी, जान्हो दास व अजित कुमार शर्मा आदि ने सम्मेलन को संबोधित किया. कन्वेंशन में सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल थे. सम्मेलन की अध्यक्षता व संचालन सचिव रामकिशुन यादव ने किया.
7 फरवरी 2024 को बरकट्ठा में इंडिया गठबंधन के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया गया. इस मौके पर कांग्रेस, राजद, झामुमो, भाकपा(माले) व भाकपा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे. चुनाव कार्यालय का उदघाटन आनंद पांडेय, प्रदीप कोल और हसमत अंसारी ने संयुक्त रूप से किया.
कार्यालय उदघाटन के मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के शासन में देश के मजदूर-किसान, छात्र-नौजवान और महिलाएं, सभी तबके के लोग तबाह हैं. मोदी सरकार की गारंटी झूठ का पुलिंदा है. आम जनता से ज्यादा मोदी सरकार को अडानी-अंबानी की चिंता है. देश में नफरत और हिंसा के खिलाफ सद्भाव और भाईचारे की जीत होगी. कोडरमा में इस बार इंडिया गठबंधन की जीत पक्की है. केंद्र सरकार के जन विरोधी नीतियों का दुष्परिणाम सांसद महोदया को झेलना पड़ेगा.
कार्यालय उद्घटना के मौके पर भाकपा(माले) राज्य कमिटी के सदस्य सह कोडरमा प्रभारी भूवनेश्वर केवट, प्रखंड सचिव शेर मोहम्मद, भाकपा के आनंद पांडेय व सरजू सिंह, कांग्रेस नेता संतोष कुमार देव, सरफराज अहमद, व नारायण दास, राजद के हसमत अंसारी, एजाज अहमद, व जागेश्वर पांडेय, राष्ट्रीय स्वदेश पार्टी के टुकलाल नायक कासिम अंसारी, किशुन मोदी, नारायन भगत, सामेल टुडू, अनुज आदि समेत कई नेतागण शामिल थे.
बरकट्ठा विधानसभा के चलकुशा में भी राज्य कमिटी सदस्य सह जिला परिषद् सदस्य सविता सिंह ने चुनाव कार्यालय का उद्घाटन कया.
नफरत नहीं, जवाब दो – दस साल का हिसाब दो! नारे के साथ बगोदर बस पड़ाव में आइसा-इंनौस के नेतृत्व में छात्र-युवा पंचायत आयोजित की गई. इसमें बगोदर प्रखंड के विभिन्न गांवों से छात्र-युवा शामिल हुए. युवाओं ने केंद्र सरकार की शिक्षा और रोजगार नीति की आलोचना की और कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में चुनावी जुमलेबाजों के झांसे में नही आएंगे और रोजगार-शिक्षा के मुद्दे पर वोट करेंगे.
सभा को संबोधित करते हुए इनौस के प्रदेश अध्यक्ष संदीप जायसवाल ने कहा कि पिछले दस वर्षों में मोदी सरकार ने शिक्षा को महंगा करने और गरीब तबकों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का काम किया. इस सरकार के कुव्यवस्था के कारण इस दौर में बेरोजगारी दर पिछले पच्चास वर्षा में सर्वाच्च स्तर पर पहुंच गई. आज 30 लाख पद विभिन्न विभागों में रिक्त हैं जिनपर केंद्र सरकार ने कोई बहाली नही कर नौजवानों के साथ खिलवाड़ किया है. वक्ताओं ने अग्निवीर योजना की भी आलोचना की और इसे युवाओं के साथ खिलवाड़ बताया.
छात्र-युवा पंचायत की अध्यक्षता विभा पुष्प दीप और संचालन अनोज कुमार के द्वारा किया गया.
राजधानी दिल्ली में नमाजियों के अपमान और पुलिसिया हिंसा के खिलाफ 12 मार्च को बगोदर में प्रतिवाद मार्च निकाला गया जो सरिया रोड स्थित किसान भवन से शुरू होकर समूचे बाजार होते हूए बस स्टैंड स्थित गोलंबर पहुंचा.
मार्च में भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य, जिला सचिव जनार्दन प्रसाद, राज्य कमिटी सदस्य परमेश्वर महतो, प्रखंड सचिव पवन महतो, उप प्रमुख हरेंद्र कुमार सिंह, जिप सदस्य शेख तैयब, पूर्व जिप सदस्य पूनम महतो व सरिता महतो समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे.