गोरखपुर में जिनके घर से पार्टी की शुरुआत हुई, वे का.बृजलाल जी अब नहीं रहे. 16 सितंबर 2023 को 85 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. जब तक रहे, नराइचपार और आसपास छोटे बड़े हर संघर्ष/कार्यक्रम में जरुर शामिल रहते और क्रांतिकारी गीत सुनाते. एक तरह से कार्यक्रम की शुरुआत ही उनके गीत से होती. 1990-91 में विश्वविद्यालय से नराइचपार आईपीएफ के कार्यक्रम मे गया, तो पहली बार ‘चारू की महान पलटनिया’ नामक गीत का. बृजलाल जी से सुना. तब से लेकर पार्टी के कार्यक्रम व स्थानीय बैठकों की सूचना अपने लाठी के सहारे घूम-घूम कर देते. उनको कभी निराश होते नहीं देखा और न ही पार्टी से कभी किसी प्रकार की शिकायत करते सुना. वे इसी रुप में सदैव प्रेरणा देते रहेंगे और हमेशा स्मरण में बने रहेंगे.
अंतिम लाल सलाम कामरेड!
– राजेश साहनी