फ्रेडेरिक जेमेसन : एक सांस्कृतिक योद्धा

– गोपाल प्रधान

नब्बे साल की भरपूर उम्र (14 अप्रैल 1934 - 22 सितंबर 2024) जेमेसन को मिली और इसे उन्होंने सांस्कृतिक योद्धा की तरह जिया. साठ के दशक का सांस्कृतिक विद्रोह उनके भीतर हमेशा जीवित रहा. संस्कृति को पूंजीवादी आर्थिकी के साथ जोड़कर देखने की बौद्धिक परम्परा की वे मिसाल थे. इसकी पृष्ठभूमि पश्चिमी मार्क्सवादियों के फ्रैंकफुर्त स्कूल ने तैयार कर दी थी. जेम्सन इस चिंतनधारा के सबसे मुखर प्रतिनिधि रहे.

का. इब्नुल हसन बसरू का 15वां स्मृति दिवस मनाया गया

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का. इब्नुल हसन बसरू के 15वें स्मृति दिवस पर जमुआ पार्टी कार्यालय में भाकपा(माले) नेताओं, समर्थकों और हजारों ग्रामीणों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उसके बाद मार्च करते हुए जमुआ प्रखंड कार्यालय स्थित मैदान में जुटे.

कामरेड सजीवन यादव की याद में श्रद्धांजलि सभा

18 सितंबर 2024 को बुद्धू बिगहा, पालीगंज (पटना) में कामरेड सजीवन यादव की याद में श्रद्धांजलि सभा सम्पन्न हुई. भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य और पालीगंज के प्रखंड सचिव का. सुरेन्द्र पासवान की अध्यक्षता में आयोजित  इस श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत उनकी याद में 2 मिनट के मौन के साथ हुई. इसके बाद सभा में मौजूद सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं, समर्थकों और उनके परिजनों ने उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की.

का. सफायत अंसारी के 28वें शहादत दिवस पर शहीद मेला

भाकपा(माले) नेता शहीद का. सफायत अंसारी की याद में हर साल की तरह इस साल भी 14 सितम्बर 2024 को बेहरा मेला मैदान (सिकटा, पश्चिम चम्पारण) में तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद मेला और संकल्प सभा का आयोजन हुआ.

कामरेड सीताराम येचुरी

कामरेड सीताराम येचुरी के निधन की खबर से गहरा सदमा पहुंचा है. इस महत्वपूर्ण मोड़ पर उनका निधन लोकतंत्र, संघीय ढांचे और बहुलतावादी सांस्कृतिक ताने-बाने की रक्षा के लिए लड़ रहे हर भारतीय के लिए एक बड़ा नुकसान है. उनके परिवार और सीपीएम के साथियों को गहरी संवेदनाएं.

कामरेड रवीन्द्र कुमार सिन्हा अमर रहें !

लखनऊ में भाकपा(माले) के वरिष्ठ सदस्य, मार्क्सवादी चिन्तक, जन संस्कृति मंच के राज्य पार्षद तथा लखनऊ इकाई के उपाध्यक्ष रवीन्द्र कुमार सिन्हा (आरके सिन्हा, 75 वर्ष) का विगत 27 अगस्त को मुजफ्फरपुर (बिहार) में उनके पैतृक आवास पर दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया. पेशे से वे सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए थे. जीवन के प्रारंभिक दिनों से ही वामपंथ की ओर उनका झुकाव हो गया था. इससे वे मार्क्सवाद के गहरे अध्ययन की ओर उन्मुख हुए. इसी प्रक्रिया में वे भाकपा(माले) से जुड़े तथा नौजवानों और मजदूरों के बीच लगातार शिक्षण-प्रशिक्षण का काम किया.

पहली बरसी पर का. राजाराम की स्मृति में सभा आयोजित

जनता के तमाम मुद्दों पर जन पहलकदमी तेज करते हुए भाकपा(माले) को मजबूत बनाने और सांप्रदायिक फासीवादी व कारपोरेट परस्त भाजपा को शिकस्त देने का के संकल्प के साथ 1 सितम्बर 2024 को फतुहा (पटना जिला) में भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता और आइपीएफ के संस्थापक महासचिव कामरेड राजाराम को उनकी पहली बरसी पर याद किया गया.

श्रद्धांजलि: कामरेड प्रफुल्ल को लाल सलाम!

अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार राज्य पार्षद का. प्रफुल्ल पटेल (उम्र 65 वर्ष) का 31 अगस्त 2024 की सुबह 6 बजे असामयिक निधन हो गया.

नवादा जिले के काशीचक प्रखंड के हनुमान बिगहा गांव निवासी का. प्रफुल्ल का राजनीतिक जीवन अस्सी के दशक में शुरू हुआ. वे पटना के आशियाना नगर में रहते हुए भाकपा(माले) से जुड़े और कुछ ही दिनों बाद नालंदा जिले में एक पूर्णकालिक कार्यकर्ता के बतौर काम करने लगे. इस दौरान उन्होंने बिहार शरीफ पवार ग्रिड के खिलाफ किसानों के आंदोलन समेत कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व किया और उन्हें जीत की मंजिल तक पहुंचाया.

उत्तर प्रदेश : 52वें शहादत दिवस पर याद किये गए का. चारु मजूमदार

28 जुलाई 2024 को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में कमेटियों व ब्रांच स्तरों पर ध्वजारोहण कर पार्टी के संस्थापक महासचिव कामरेड चारु मजूमदार को श्रद्धांजलि दी गई और भाकपा(माले) के पुनर्गठन की 50वीं वर्षगांठ मनाई गई. इस अवसर पर केन्द्रीय कमेटी के आह्वान पत्र को पढ़कर उस पर अमल करने का संकल्प लिया गया.

का. डीपी बक्शी का स्मृति दिवस मनाया गया

26 जुलाई 2024 को बिहार और झारखंड में कई जगहों पर भाकपा(माले) के पूर्व पोलित ब्यूरो सदस्य और पार्टी के पुनर्गठन के दौर के नेतृत्वकारी नेताओं में शुमार का. डीपी बक्शी का स्मृति दिवस मनाया गया.