वर्ष - 32
अंक - 25
17-06-2023

बक्सर में जिलास्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन में पहुंचे भाकपा(माले) महासचिव

14 जून को बक्सर के टाउन हाॅल में बक्सर जिला कार्यकर्ता कन्वेंशन का आयोजन हुआ. कन्वेंशन को पार्टी महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य के अलावा पूर्व विधायक व पार्टी की केंद्रीय कमिटी सदस्य मंजू प्रकाश और डुमरांव विधायक अजीत कुशवाहा ने संबोधित किया. कन्वेंशन में पोलित ब्यूरो सदस्य अमर, जिला सचिव नवीन कुमार सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे. सबसे पहले, बक्सर गोलंबर स्थित कम्युनिस्ट नेता शहीद बबन सिंह, बाबू वीर कुंवर सिंह, शहीदे आजम भगत सिंह, जनप्रिय कम्युनिस्ट नेता ज्योति प्रकाश, आधुनिक राष्ट्र निर्माता बाबा साहेब डाॅ. अम्बेडकर की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया. कन्वेंशन उड़ीसा ट्रेन दुर्घटना के मृतकों की याद में दो मिनट मौन श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुआ.

माले महासचिव ने अपने संबोधन में कहा कि शाहाबाद का इलाका लाल झंडे के नेतृत्व में चले संघर्षों का इलाका रहा है. बक्सर उसी शाहाबाद का एक अहम हिस्सा है. बक्सर लोकसभा सीट लाल झंडे की पहचान और दावेदारी वाली सीट है. यहां से लाल झंडे के प्रतिनिधि कई दफा चुनकर संसद में गए हैं. मंजू प्रकाश भी दो बार विधायक रह चुकी हैं. ज्योति प्रकाश जैसे कम्युनिस्टों ने अपनी शहादत दी है. वर्तमान में डुमरांव से माले के युवा विधायक विधानसभा में हैं. ऐसी स्थिति में महागठबंधन में हमारे हिस्से जो भी सीटें होंगी, उसमें बक्सर एक प्रमुख सीट होगा.

बक्सर में ही का. दीपंकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बयान दिया था कि देश में अगले 50 साल तक अब केवल एक ही पार्टी का राज चलेगा. यह लोकतंत्र में संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि जीतनराम मांझी और नीतीश कुमार में क्या खटपट हुई है, यह हम नहीं जानते लेकिन किसी भी दल को छोटा नहीं समझना चाहिए. भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में यह कहना कि छोटे दलों को अपनी दुकानें बंद कर लेनी चाहिए, बिलकुल गलत है. यही लोकतंत्र की खूबसूरती है. हमें व्यापक विपक्षी एकता के बारे में लगातार प्रयास करते रहना चाहिए.

कन्वेंशन में डुमरांव के विधायक अजीत कुशवाहा ने पीएम मोदी द्वारा सेंगोल की स्थापना किए जाने को लेकर विरोध जताया. कहा कि जिस दिन हिंदू राष्ट्र की स्थापना होगी उस दिन बाबा साहेब के कथन अनुसार राष्ट्र के लिए उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी.

कन्वेंशन को शिक्षक-कर्मचारी नेता सहित प्रखंड सचिव वीरेंद्र सिंह, हरेंद्र राम, जगनारायण शर्मा, वीरेंद्र यादव, ललन प्रसाद, नीरज यादव, सुकर राम ने संबोधित किया. अयोध्या सिंह, किसान महासभा के नेता रामदेव सिंह, खेग्रामस नेता नारायण दास, इनौस नेता धर्मेंद्र, आइसा नेता धनजी पासवान, ऐपवा नेता रेखा देवी, संध्या, इंसाफ मंच के नेता महफूज तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोहर, स्टैंडिंग सदस्य संजय शर्मा, बीर बहादुर पासवान, विसर्जन पासवान आदि ने भी कन्वेंशन को संबोधित किया. जसम के अनिल अंशुमान और कन्हैया पासवान ने जनवादी गीत गाया. राजनीतिक प्रस्ताव का. राजदेव ने पेश किया. कन्वेंशन का संचालन जिला सचिव नवीन कुमार ने किया.

बक्सर पहुंचने पर का. दीपंकर भट्टाचार्य का बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोपगुट) एवं बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) की ओर से स्वागत किया गया. उसके पहले सैकड़ो मोटरसाइकिल व विभिन्न वाहनों के साथ डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में उनकी अगवानी की गई.

बक्सर में भाजपा के खिलाफ जवाबी तैयारी

तमाम संवैधानिक संस्थाओं के गैर-संवैधानिक इस्तेमाल और उन्माद-उत्पात फैलाकर यूपी की सीमा से सटे बक्सर को राम की कर्मभूमि के बतौर तथ्यहीन तरीके से स्थापित करने के लिए भाजपा लगातार प्रयासरत है. इसी उद्देश्य के तहत वहां साप्ताहिक संत-समागम कार्यक्रम करवाया जाता रहा है और अब कहा जा रहा है कि श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा बक्सर में ही बनाई जाएगी. पिछले साल हुए एक बड़े संत समागम में भाजपा से जुड़े बड़े नेताओं का जुटान हुआ था. राज्यपाल तक पहुंचे थे. धर्म के नाम पर आयोजित समागम में बालीवुड के सितारों सहित अश्लील गायकों को बुला गया था और जमकर अश्लीलता व उन्माद-उत्पात का प्रदर्शन भाजपा द्वारा करवाया गया था. आयोजन के केंद्र में बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे रहे हैं. वही अश्विनी चौबे, जिनके वर्तमान संसदीय काल में यहां केवल विकास-राशि की लूट हुई है. किसानों को जमीन के मुआवजे के लिए लाठियां खानी पड़ी हैं.

दूसरी तरफ, डुमरांव से माले की जीत के बाद भाकपा-माले ने इलाके में कई संघर्षों को नया विस्तार दिया है और उसे व्यापक बनाया है. गरीबों को उजाड़े जाने के खिलाफ आंदोलन का मामला हो या फिर डुमरांव महाराजा द्वारा चोरी की हुई जनता की जमीन और बिजली के करोड़ों रुपए बकाए का, भाकपा-माले और उसके विधायक संघर्ष की पहली पांत में रहे हैं. कोरोना के समय जिंदगी की बिना परवाह किए जनता को अनाज, स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए पार्टी संगठन व जनसंगठन लगातार लगे रहे. विधायक फंड से अस्पतालों में स्वास्थ्य उपकरण खरीदे गए. विधानसभा जीत ने पार्टी कतारों में उत्साह बढ़ाया है. उसके बाद से करीब एक हजार पार्टी सदस्यता बढ़ी है. इस बीच जिले में जनसंवाद के भी कई कार्यक्रम हुए हैं. डुमरांव में नगर परिषद के चुनाव में पांच में दो पर जीत हासिल हुई है.

फासीवाद गिरोह बक्सर को उन्माद-उत्पात की धरती में बदल देने के लिए बेचैन है, लेकिन भाकपा(माले) उसके मंसूबे को कभी कामयाब नहीं होने देगी. बक्सर में पार्टी के चौतरफा विस्तार की अकूत संभावना है. आगामी लोकसभा का चुनाव की तैयारी इसी हिसाब से करनी चाहिए.

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