3 दिसंबर 2022 को झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत रामगढ़ जिला के रामगढ़ शहर के मेन रोड में झंडा-बैनर के साथ विरोध मार्च निकाला गया. विरोध मार्च में शामिल लोग ‘धनबाद के बाघमारा गोली कांड के दोषियों को सजा दो’, ‘बाघमारा गोलीकांड के मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दो’, ‘कोलियरियों में स्थानीय लोगों को 75% रोजगार हेतू आरक्षण दो’. आदि नारे लगा रहे थे. अंत में सुभाष चौक के पास सभा आयोजित हुई जिसे झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष देवकीनंदन बेदिया ने संबोधित किया. विरोध मार्च में देवानंद गोप, सरयू बेदिया, लालचंद बेदिया, बाबूलाल बेदिया, चंद्रिका राम, भुवनेश्वर बेदिया, कांति देवी, महादेव राम, सुरेश बेदिया, रामबृक्ष बेदिया, छोटेलाल करमाली, रामप्रसाद, नागेश्वर मुंडा समेत अन्य दर्जनों लोग शामिल थे.
गुमला में भी झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा (झामस) के बैनर तले धनबाद के बाघमारा में सीआइएसएफ की गोली से मौत, मनरेगा में घोटाला, राशन की कम आपूर्ति, नियमित बिजली और मासिक बिल नहीं होने के विरोध में डीएसपी रोड केदार बागान से रवि उरांव, महेन्द्र, जक्शन उरांव, सुखदेव उरांव, जीवन कश्यप और सुषमा देवी की अगुआई में विरोध मार्च निकाला गया, मार्च में बाघमारा कण्ड के दोषी सीआइएसएफ जवानों, माफिया व अधिकारियों को गिरफ्तार करने, मृतक मजदूरों के परिवारो को 25-25 लाख रूपये व घायलों को 5 लाख रूपये मुआवजा देने, मनरेगा में घोटाला बन्द करने, मनरेगा कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण कराने, पर्याप्त राशन वितरण की गारंटी करने और राशन की कटौती बन्द करने की मांग की गई.
मार्च और सभा के बाद तीन सूत्री मांग पत्र उपायुक्त गुमला को सौंपा गया. मौके पर तौजूद भाकपा(माले) के जिला सचिव का. गजेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार का जिला प्रशासन पर नियंत्रण नहीं है जिसके चलते जिले में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी चरम पर है. इसकी वजह से ही राशन,घोटाला, मनरेगा में धांधली और बाघमारा पुलिस फायरिंग जैसी की घटनायें हो रही हैे.