विगत साल 3 अक्टूबर के दिन उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध कर रहे किसानों को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने गाड़ियों से रौंद कर मार दिया था. इस हिंसा और प्रतिहिंसा में चार किसानों, एक पत्रकार और तीन भाजपा कार्यकर्त्ताओं की मौत हुई थी. इस कांड का मुख्य सूत्रधार अजय मिश्रा टेनी है और वह अभी भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद पर आसीन है जबकि उसका बेटा आशीष मिश्रा सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद अभी जेल में बन्द है.
लखीमपुर खीरी हत्याकांड की पहली बरसी पर संयुक्त किसान मोर्चा ने इस दिन को काला दिवस बताते हुए देशव्यापी प्रतिवाद का आह्वान किया था. इसका पालन करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब समेत विभिन्न राज्यों में विविध प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित हुए.
बिहार के नालन्दा जिले मुख्यालय बिहारशरीफ में जुटे किसान नेताओं-कार्यकर्ताओं ने अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले भाकपा(माले) जिला कार्यालय, कमरुद्दीनगंज से जुलुस निकाला और एलआइसी मोड़ पहुंचकर वहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका. किसानों ने लखीमपुर खीरी घटना के दोषियों को सजा देने, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने और जेल में डालने, आंदोलनकारियों पर से झूठे मुकदमे वापस लेने, किसान आंदोलन के दौरान हुए समझौते के साथ गद्दारी करना बंद करने और एमएसपी को कानूनी गांरटी देने की मांग के नारे लगाये.
शेखपुरा जिला के अरियरी प्रखंड अंतर्गत ससबहना बाजार के पटेल चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया गया. पुतला दहन कार्यक्रम का अगुआई कर रहे अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता कमलेश कुमार मानव, प्रमोद कुमार और शिवनंदन यादव ने सरकार से कृषि कार्य के लिए मुफ्त बिजली देने और किसानों का कर्ज माफ करने के साथ ही शेखपुरा में जमीन सर्वे के काम में नाजायज वसूली पर कड़ा ऐतराज जताते हुए प्रशासन से इस पर रोक लगाने की मांग भी की.
कैमूर जिले के भभुआ में दर्जनों किसान नेताओं व कार्यकर्ताओ के द्वारा भाकपा(माले) के जिला कार्यालय से मार्च निकाला गया और एकता चौक पर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया. मार्च का नेतृत्व विजय यादव, मोरधवज सिंह, बबन सिंह आदि किसान महासभा व भाकपा(माले) नेताओं ने किया. जहानाबाद में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव रामघार सिह व जिला सचिव सौखिन यादव की अगुआई में प्रतिवाद जूलूस निकालकर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया.
भोजपुर जिले के जगदीशपुर में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले मार्च निकालकर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया जिसमें किसान महासभा के राष्ट्रीय पार्षद विनोद कुशवाहा, शाहनवाज खान, उमेंद्र प्रसाद, गणेश कुशवाहा, सुनील चौधरी, गुड्डू कुमार, साबिर हुसैन आदि शामिल थे. पीरो प्रखंड के अगिआंव बाजार में पूर्व विधायक व किसान नेता चन्द्रदीप सिंह, किसान नेता दुदुन सिंह, भाकपा(माले) के नगर सचिव मनीर आलम व खेग्रामस नेता दिनेश्वर राम की मौजूदगी में प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया.
वैशाली जिले में हाजीपुर के रामचौरा, राजापाकर प्रखंड के कल्याणपुर चौक, पातेपुर प्रखंड के बहुआरा चौक, लालगंज प्रखंड के गुरमिया चौक पर अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया. बक्सर जिला के भदवर (ब्रह्मपुर प्रखंड) में किसान महासभा के नेता कन्हैया महतो और हरेन्द्र राम, भादा में राज्य उपाध्यक्ष अलख नारायण चौधरी, समहूता बाजार (राजपुर प्रखंड) में किसान महासभा के राज्य पार्षद वीरेंद्र यादव और शामपुर मोहरिया में वीरेन्द्र यादव और संजय ठाकुर के नेतृत्व में प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर सभा सभा आयोजित की गई.
दरभंगा में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले लक्की ट्रेडर्स, जमालचक से बाजार समिति चौक तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया और बाजार समिति चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया. प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष अभिषेक कुमार, जिला सचिव धर्मेश यादव, जिला उपाध्यक्ष केशरी कुमार यादव, आदि ने किया. मो. जमशेद की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य सह किसान महासभा के जिला अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों को जुलूस को गाड़ी से रौंद कर जनसंहार करने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टैनी को घटना के एक साल बाद भी मंत्री परिषद में बनाए रखना किसानों का अपमान हैं. पुतला दहन में रामप्रवेश यादव, अखिलेश यादव, संजीत राम हम्माद हासमी, दिनेश यादव, लालबाबू साह मोहन राम मो 0जमशेद, अशोक सहनी, मो अली, मो सुहेल, मनीष, अब्दुल रउब आदि शामिल थे.
झारखंड के लातेहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करने के बाद जिला उपायुक्त को लखीमपुर खीरी जनसंहार के आरोपी मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी-गिरफ्तारी के लिए पीएम को संबोधित मांग पत्र सौंपा गया.
गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखंड के तेलियासिंघा में अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन कर कर सभा आयोजित की गई.
राजस्थान के बुहाना में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले तहसील कार्यालय के सामने धरना देकर केन्द्र सरकार की लखीमपुर खीरी हत्याकांड की साजिश रचने वाले केन्द्रीय मंत्री को बचाने की नीति के खिलाफा विरोध दर्ज कराया गया और बुहाना थाना प्रभारी महेंद्र सिंह को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को हत्याकांड की साजिश रचने के आरोप में तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने, मंत्री पर आइपीसी की धारा 120(बी) के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने, हत्या के झूठे आरोप में गिरफ्तार किये गये निर्दाष किसानों को रिहा करने तथा चार शहीद किसानों व एक पत्रकार के परिवार को आर्थिक मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरीदेने की मांग की गई.
धरना की अध्यक्षता रामकुमार यादव ने की. धरना को अखिल भारतीय किसान महासभा नेता रामचंद्र कुलहरि, ओमप्रकाश झारो, इंद्राज सिंह चारावास, सूरजभान, आदि ने संबोधित किया.
उत्तर प्रदेश के बनारस में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कृपा वर्मा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया. अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजीव कुशवाहा के नेतृत्व में जलौन में, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जय प्रकाश के नेतृत्व में आजमगढ़ में, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व में गाजीपुर में और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अफरोज आलम के नेतृत्व में रायबरेली में विरोध मार्च व प्रघानमंत्री का पुतला दहन किया गया.
अयोध्या में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कैंडिल मार्च निकालकर शहीद किसानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई. सदर तहसील स्थित तिकोनिया पार्क से निकल कर यह मार्च गांधी पार्क पहुंचा, जहां मोर्चे से जुड़े किसान नेताओं ने लखीमपुर कांड के साजिशकर्ता अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी, एमएसपी गारंटी कानून, पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़े दामों की वापसी, आन्दोलन के दौरान किसानों पर दर्ज फार्जी मुकदमों की वापसी, शहीद किसानों के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता व अन्य कई प्रमुख मांगों के समर्थन में आवाज उठाई.
इस अवसर पर आगामी 14 अक्टूबर को गांधी पार्क में आयोजित होने वाले किसान मजदूर अधिकार महापंचायत को सफल बनाने के लिए जिले के किसान-मजदूरों से बढ़-चढ़ कर भागीदारी करने की अपील की गई.
मार्च का नेतृत्व मोर्चा के संयोजक मयाराम वर्मा, भाकियू टिकैत के कमला प्रसाद बागी, भाकपा जिला सचिव अशोक कुमार तिवारी, भाकपा(माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद, रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष चौधरी रामसिंह पटेल, राम शंकर वर्मा, किसान सभा के जिलाध्यक्ष शेख मोहम्मद इश्हाक, मंत्री अवधराम यादव, खेमसं के प्रांतीय सचिव शैलेन्द्र सिंह, रामजी राम यादव किसान नेता अमरनाथ वर्मा, उमाकांत विश्वकर्मा, अजय शर्मा चंचल , चित्रसेन पाल, अजय यादव, दीपक वर्मा, यशोदानंदन कृष्ण, राजेन्द्र प्रसाद आदि ने किया.
मऊ जनपद के किसान संगठनों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर तीन सूत्र मांग पत्रा जिला प्रशासन को सौंपा. प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, किसान संग्राम समिति, अखिल भारतीय किसान फेडरेशन, एसयूसीआई(सी) व भाकपा(माले) आदि संगठन शामिल रहे.
लखीमपुर खीरी में अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से निघासन और पलिया तहसील में प्रधानमंत्री से सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार को दिया गया.
सीतापुर जिले की हरगांव ब्लाक के अमटिया में तिकुनिया में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर नुक्कड़ सभा की गई. सभा को सुरेश पाल सिंह, राम सनेही वर्मा, कन्हैया लाल कश्यप, अर्जून लाल आदि नेताओं ने संबोधित किया.
हरियाणा के रतिया में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रेम सिंह गहलावत के नेतृत्व में विरोध मार्च और पुतला दहन किया गया.