बिहार के पूर्णिया में ‘डॉक्टर साहब’ के नाम से पुकारे जाने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता कॉ. डॉक्टर राज कुमार सिन्हा (उम्र 75 वर्ष) का निधन विगत 10 अक्टूबर 2022 की सुबह 9 बजे अपने निवास स्थान पर हो गया. वे बहुत दिनों से बीमार चल रहे थे. वे एक दीर्घ अवधि तक भाकपा(माले) की पूर्णिया जिला कमिटी के सदस्य रहे और अस्वस्थता की वजह से ही पिछले दिनों संपन्न हुए जिला सम्मेलन में वे इससे मुक्त हुए थे.
कामरेड राजकुमार सिन्हा 80’ दशक के आरंभ में ही अपने पैतृक जिला बेगुसराय में भाकपा(माले) से जुड़ गए थे. वे वर्ष 1986 में पूर्णिया आ गये और 1990 में एक होमियोपैथी चिकित्सक के रूप में अपना क्लीनिक खोल जनसेवा में लग गए. जल्द ही वे पूर्णिया में भी पार्टी कामकाज से जुड़ गए और एक कार्यकर्ता के बतौर काम करने लगे. उनका घर पार्टी नेताओं के लिए शेल्टर बन गया. आगे चलकर जब उन्होंने निजी मकान खरीदा तो उसमें ही पार्टी का जिला कार्यालय स्थापित हुआ जो 7-8 वर्षों तक रहा. पूर्णिया में जिला कमिटी गठन के बाद वे लगातार जिला कमिटी के सदस्य के बतौर कार्यरत रहे. पूर्णिया शहर में तो वे पार्टी नेता के रूप में स्थापित थे ही, उन्होंने पूरे जिले में पार्टी को विस्तारित करने में भी अहम् भूमिका निभाई. वे 2016 से पार्टी के ‘मीडिया प्रभारी’ भी रहे. का. राजकुमार जी बहुत ही मिलनसार और धैर्यवान साथी थे जो आजीवन पार्टी के समर्पित योद्धा बने रहे.
वे अपने पीछे पत्नी कामरेड पुतुल सिन्हा, एक बेटी ओर तीन बेटों का परिवार छोड़ गए हैं. उनके निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है. भाकपा(माले) की बिहार राज्य कमेटी ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट केया है.
का. राज कुमार सिन्हा को लाल सलाम!