वर्ष - 31
अंक - 39
24-09-2022

भाजपा को सरकार व समाज से पूरीतरह बेदखल करने का संकल्प

भाकपा(माले) का 12वां जिला सम्मेलन दिवंगत का. रामप्रताप पासवान नगर (सुकन्या उत्सव भवन, बेतिया) में 19-20 सितम्बर 2022 को आयोजित किया गया. जिला सम्मेलन से पहले ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ नागरिक कन्वेंशन’ का आयोजन हुआ, नागरिक कन्वेंशन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ भाकपा(माले) नेता व पूर्व सांसद का. रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि देश बचाने के लिए भाजपा को सत्ता और समाज दोनों जगहों से बेदखल करने की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा नफरत की राजनीति कर पूरे देश को तोड़ने का कार्य कर रही है. लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाने वाले बुद्धिजीवियों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं व मानवाधिकार कर्मियों को जेल में डाल रही है और विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर ईडी व सीबीआई के छापों के जरिये डर पैदा कर राज्यसत्ता का आतंक कायम करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि जिसतरह से  बिहार ने भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है वह पूरे देश को नया रास्ता दिखायेगा. उन्होंने कहा कि भाकपा(माले) पूरे देश में ‘भाजपा हटाओ देश बचाओ’ अभियान चला रही है. नागरिक कन्वेंशन को राजद, जदयू, सीपीआई समेत महागठबंध्न के अन्य दलों के नेताओं व दर्जनों वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया.

कन्वेंशन को संबोध्ति करते हुए भाकपा(माले) केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि प. चंपारण जिले में क्षेत्रय विकास परिषद की बैठक में विधायकों को सूचना नही दिया गया और इतना ही नहीं, संघर्षशील किसान संगठनों को भी बैठक में नहीं आमंत्रित किया गया, यह सरासर गलत है.

उन्होंने कहा कि कुछ फर्जी किसान संगठनों का इस्तेमाल किसानों के खिलाफ ही किया जा रहा है, किसान महासभा जैसे संगठनों को  बैठक में इसलिए नही बुलाया गया कि चीनी मिलों के मालिक ऐसा नहीं चाहते थे. उन्होंने आगे कहा कि 0238 और 0118 जैसा गन्ना प्रभेद बिहार में किसानों को बर्बाद करने वाला साबित हो चुका है. चीनी मिलें किसानों पर 0238 और 0118 जैसे गन्ना प्रभेद रोपने के लिए बाध्य कर रहीं हैं. यह अंग्रेजों द्वारा जबरन नील की खेती करवाने जैसा ही मामला है.

उन्होंने कहा कि नीतिगत रूप किसी एक क्षेत्र में एक प्रभेद को 60 प्रतिशत ही रोपाई हो सकती है, मगर चीनी मिलों, सरकार और जिला प्रशासन के दबाव में नरकटियागंज व रामनगर क्षेत्रों में इस प्रभेद की गन्ना फसल की 95 प्रतिशत  तक रोपाई हुई है, उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन के इस कदम के खिलाफ हमारी पार्टी और किसान संगठन जल्द ही आंदोलन की रूप रेखा बनाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि क्षेत्रय विकास परिषद की राशि 2 प्रतिशत से घटा कर .02 प्रतिशत करना तथा किसानोंको  विकास राशि को चीनी मिलों को देना किसान विरोधी कदम है.

नागरिक कन्वेंशन की अध्यक्षता सेवानिवृत्त शिक्षक मो. मुजीबुर्रहमान व संचालन सुनील कुमार राव ने किया.

जिला सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र की अध्यक्षता सुनील कुमार राव, फरहान रजा, सुभाषचंद्र कुशवाहा, शंकर उरावं व नन्दकिशोर महतो के 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने ने किया. पर्यवेक्षक कामरेड प्रकाश कुमार की देखरेख में नई जिला कमेटी व सचिव का चुनाव संपन्न हुआ. सम्मेलन से 39 सदस्यीय नई जिला कमिटी का चुनाव किया और सर्वसम्मति से का. अरूण को पुनः जिला सचिव के रूप में चुना. सम्मेलन में कुल 186 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.

दूसरे व अंतिम दिन सम्मेलन के समापन सत्रा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) राज्य सचिव का. कुणाल ने कहा कि भाजपा के खिलाफ संघर्ष करते समय आरएसएस को भी समझना जरुरी है. आरएसएस ने विगत सौ वर्षों में समाज में गहरी जड़े जमा ली है. इतना ही नहीं, भाजपा के खिलाफ संघर्ष करते समय उसके कारपोरेटप्रस्ती को भी समझना होगा. उन्होंने आरएसएस-भाजपा एवं कारपोरेट घराने की गोलबंदी के खिलाफ एक समन्वित जनसंघर्ष करने पर बल दिया. उन्होंने आगे कहा कि अगर 2024 में भाजपा सत्ता से बेदखल हो जाती है तब भी आरएसएस की ताकत कम नहीं होगी. इसलिए भाजपा को 2024 में सत्ता से बाहर करने के बाद भी आरएसएस के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा. यह संघर्ष उस समय तक जारी रहेगा जबतक भारतीय समाज में आरएसएस की जड़ें रहेगी.

आगे उन्होंने कहा कि भाजपा को जरूर 2024 में सत्ता से हटाना है, यह संदेश बिहार से महागठबंधन ने भाजपा को सत्ता से हटा कर रास्ता भी दिखा दिया है, आगे कहा कि बेगूसराय आतंकी घटना में गिरफ्तार चारों अपराधियों के भाजपा कनेक्शन के प्रमाण सामने हैं. इस आतंकी घटना में शामिल नागा सिंह स्थानीय भाजपा नेता का बेटा है. चारों अपराधी किसी न किसी रूप में भाजपा से ही जुड़े हुए हैं. बिहार की सत्ता से बेदखल होने के बाद बौखलाई भाजपा समाज में नफरत व दहशत फैला कर बिहार में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की साजिश रच रही है. भाजपा की ऐसी हर साजिश को जनता अच्छे से समझती है तथा इसका मुंहतोड़ जवाब देगी.

नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर आचार संहिता लगी होने के बावजूद शहर में भाकपा(माले) का झंडा बैनर सम्मेलन स्थल के नजदीक गांधी गोलम्बर सहित  बस स्टैंड तक झंडा लगा, पूरे शहर में पोस्टर भी लगा. पहले तो जिला प्रशासन सम्मेलन और झंडा-बैनर लगाने का अनुमति नहीं दी लेकिन जब इसकी परवाह न करते हुए सब तैयारी होने लगी तो जिला प्रशासन भी पीछे हटा. इसतरह सम्मेलन पूरी तरह से सफल रहा.

– सुनील यादव