वर्ष - 33
अंक - 8
21-02-2024

14 फरवरी 2024 को कानपुर के मधुराज नर्सिंग होम में कामरेड शिवानी वर्मा का निधन हो गया। 29 जनवरी 2024 को वह निमोनिया से बीमार हुईं और उन्हें मधुराज नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, परंतु निरंतर उनकी तबीयत बिगड़ती गई. तमाम उपचार के बाद भी उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ और उनके गुर्दे आदि ने भी काम करना बंद कर दिया। 14 पफरवरी को दिन में लगभग 3 बजे उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली।

मध्यम वर्गीय नौकरीपेशा परिवार में रहते हुए वह करीब 1978 से भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी -लेनिनवादी) में सक्रिय थीं।  कामरेड शिवानी ने अपने चार लड़कों व दो पुत्रियों का पालन-पोषण करते हुए तथा घर के तमाम कार्यों को निपटाते हुए पार्टी का कार्य जारी रखा। उस समय पार्टी अर्ध भूमिगत स्थितियों में थी और जन संगठन स्वरूप ग्रहण कर रहे थे। उनके घर पर कभी-कभी पार्टी साहित्य के अध्ययन क्लास आयोजित होते थे। तमाम पारिवारिक अंतरविरोधों व सीमित आर्थिक आय के बावजूद वे हर प्रकार से कामरेडों के लिए भोजन व नाश्ता आदि की व्यवस्था करतीं और अपनी लेवी व कार्यक्रमों का चंदा भी देतीं। उनके बड़े पुत्र राकेश की नौकरी लग जाने के बाद वे समय-समय पर पार्टी को छोटी-मोटी आर्थिक सहायता भी करतीं। वे पार्टी साहित्य तथा जनवादी साहित्य नियमित रूप से खरीदती और पढ़ती थी। पार्टी साहित्य की धनराशि, लेवी और समय से आवश्यक चंदा देना उनके जीवन का नियम था। वे पार्टी सदस्यता का समय से नवीनीकरण कराना कभी नहीं भूलती थीं। अब वे पार्टी की जिला कमेटी सदस्य, ऐपवा की जिला अध्यक्ष और राज्य कमेटी सदस्य की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही थीं. कानपुर में पार्टी का ट्रेड यूनियन का या किसी जन संगठन का कोई भी कार्यक्रम हो वे उसमें अवश्य शिरकत करती थीं। कानपुर में प्रगतिशील महिला एसोसिएशन को गठित करने व उसे मजबूती प्रदान करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रबल इच्छा शक्ति वह दृढ़ संकल्प की धनी कामरेड शिवानी वर्मा ने लंबी अवधि तक पार्टी की गतिविधियों में भागीदारी की और महिला संगठन के निर्माण व संघर्षों में शामिल होती रहीं। एक समय उनका घर ही अखिल भारतीय महिला एसोसिएशन का जिला कार्यालय बन गया था। कर्तव्यनिष्ठ और कर्मठ महिला नेतृत्वकारी साथी विगत कुछ वर्षों से अपनी वृद्घावस्था के कारण उतनी सक्रिय नहीं थी। 29 जनवरी को बीमार होने के बाद वे 14 फरवरी 2024 को सदा-सदा के लिए चली गईं।  कामरेड शिवानी वर्मा अमर रहें!