औपनिवेशिक ब्रिटिश शासन के खिलाफ अनेक क्रांतिकारी देशभक्तों ने अपनी जान की कुर्बानी दी है. लेकिन उनमें से कई जिन्होंने अपने नेतृत्व में अत्याचारी अंग्रेजों, उनके मुखबिरों, जमींदारों, साहूकारों और सूदखोर-महाजनों के अंतहीन शोषण के विरुद्ध सशस्त्र विद्रोह किया था, बहुत दिनों तक गुमनाम रहे और कुछ तो आज भी गुमनाम हैं. जीतराम बेदिया उनमें से ही एक हैं.
जन्म, जन्मस्थान व परिवार