भाकपा(माले) ने उत्तर प्रदेश में लाॅकडाउन लागू होने के बाद विभिन्न जिलों की जमीनी स्थिति का जायजा लेकर बताया कि गांव के गरीबों तक राहत पहुंचाने की सरकारी घोषणाएं हवा-हवाई साबित हो रही हैं। पार्टी ने आजमगढ़ में गरीब और मुसहर बस्तियों में रहने वाले परिवारों से संपर्क साध कर बताया है कि उनके बीच राशन, भोजन के पैकेट, दवा, साबुन, सेनेटाइजर आदि अत्यावश्यक सामग्री से लेकर जीवन निर्वाह के लिए धनराशि भी नहीं पहुंच रही है. काम-धाम बंद होने से कई गांवों में भुखमरी जैसी स्थिति है.