तमिलनाडु की पुनर्गठित राज्य कमेटी ने दिसंबर 2019 तक ‘जन संपर्क अभियान’ को विस्तारित करने का फैसला लिया. तमाम पार्टी संगठनों ने बुनियादी मांगों पर जनता से संपर्क करने की गंभीर पहलकदमियां लीं. ग्राम सभाओं, नुक्कड़ सभाओं और पर्चा वितरण के जरिये लोगों की बुनियादी मांगों को उठाया गया. इस दौरान आम लोगों ने भी आवास, मनरेगा रोजगार, कर्ज माफी, पेंशन आदि मांगों को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा. निचले स्तरों तक के पार्टी ढांचों के अलावा खेग्रामस और ऐक्टू भी इस जन संपर्क अभियान में शामिल हुआ. यह फैसला भी लिया गया कि राज्य भर में, जहां भी हमारा काम है, जन अधिकार रैलियां व सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे.
इसी बीच, सीएए पारित होने की पृष्ठभूमि में सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ भाकपा(माले) के राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद आह्वान के मद्देनजर इस अभियान को इस दिशा में भी मोड़ा गया. 12 दिसंबर को कुड्डलोर जिले के वृद्धाचलम में भाकपा(माले) के जिला सचिव का. धनवेल और खेग्रामस के राज्य सचिव राजशंकर के नेतृत्व में एक असरदार प्रतिवाद कार्यक्रम संगठित किया गया. 15 दिसंबर को चेंगलपट्टु जिले के कुदुवनचेरि में एक जुलूस और आम सभा आयोजित किए गए जिसे पार्टी राज्य सचिव एनके नटराजन और पोलितब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन ने संबोधित किया. कामरेड कविता ने जाॅन थाॅमस को पंचमी भूमि पुनर्प्राप्ति संघर्ष शहीद मशाल भेंट की. इसी दिन कोयंबटूर में जन अधिकार कन्वेंशन भी आयोजित किया गया जिसमें काफी तादाद में झुग्गी-झोपड़ीवासी, सफाईकर्मी और छात्रा शामिल हुए. पोलितब्यूरो सदस्य शंकर के साथ-साथ जिला सचिव बालासुब्रमनियन तथा राज्य कमेटी सदस्य दामोदरन और वेलमुरुगन ने इस कन्वेंशन को संबोधित किया.
16 दिसंबर को कन्याकुमारी जिला समाहरणालय के सामने एक प्रतिवाद कार्यक्रम संगठित किया गया जिसे का. कविता और माली तिपोरी के संपादक जी. रमेश के साथ-साथ जिलास्तरीय पार्टी नेताओं ने संबोधित किया. 17 दिसंबर को तिरुनेलवेल्लि शहर में एक जन सभा की गई जिसमें बड़ी संख्या में महिला बीड़ी मजदूर शामिल हुईं. इस सभा को भी का. कविता, जी रमेश और जिला सचिव शंकरपांडियन ने संबोधित किया.
18 दिसंबर को का. विनोद मिश्र की 21वीं बरसी के मौके पर, पुटुकोट्टै में असरदार रैली और सभा आयोजित की गई जिसमें आसपास के कई जिलों के पार्टी तथा इसके जन संगठनों के कार्यकर्ताओं व आम जनता ने भारी संख्या में हिस्सा लिया. कामरेड कविता के संक्षिप्त उद्घाटन भाषण के बाद का. शंकर ने झंडी दिखाकर रैली को विदा किया. भाकपा(माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य और अन्य पार्टी नेताओं के द्वारा डा. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद रैली आगे बढ़ी. शहर के मुख्य स्थल पर आकर यह रैली बड़ी सभा में तब्दील हो गई. रैली में ड्रम बजाने वाले भी शामिल थे और सीएए-एनसीआर-एनपीआर विरोधी बैनरों, प्लेकार्डों से सुसज्जित इस रैली में जोरदार नारे नगाए जा रहे थे.
कामरेड विनोद मिश्र और अन्य तमाम शहीदों व दिवंगत पार्टी नेताओं को मौन श्रद्धांजलि देने के बाद संकल्प नारे लगाते हुए सभा शुरू हुई. पुदुकोट्टै के जिला सचिव का. पी असैथांबी ने सभा की अध्यक्षता की. कामरेड दीपंकर ने अपने संबोधन में मोदी-शाह सरकार के विभाजनकाी एजेंडा के लिए उसकी जमकर भर्त्सना की. उन्होंने कहा कि जनता की संप्रभुता को बुलंद करने के बजाय यह सरकार भारत के संविधान को नष्ट कर रही है और जनता की इच्छाओं की अनदेखी कर रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह कहकर लोगों की दिक्कतों का मजाक उड़ाया है कि अगर उफंची कीमतों की वजह से आप प्याज नहीं खरीद पा रहे हैं तो प्याज खाना छोड़ दीजिए. अगर चावल-आंटा की कीमतें भी उफंची हो जाएं तो क्या वे हमें चावल-आंटा भी न खाने की सलाह देंगी? उन्होंने तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक सरकार की भी कठोर आलोचना करते हुए कहा कि इसने तमिलनाडु की जनता के साथ गद्दारी करके संसद में ‘कैब’ का समर्थन किया था. उन्होंने रैली में शामिल लोगों और राज्य की जनता से आह्वान किया कि वे आगामी 8 जनवरी की देशव्यापी हड़ताल को पूरी तरह सफल बनाएं. राज्य सचिव एनके नटराजन और बालासुंदरम ने भी सभा को संबोधित किया.
सभा में पोलितब्यूरो सदय कविता कृष्णन और शंकर तथा केंद्रीय कमेटी सदस्य एस. बालासुब्रमनियन (पुदुच्चेरी के राज्य सचिव), क्लिफ्रटन (कर्नाटक के राज्य सचिव) तथा राज्य कमेटी सदस्यों की भी उपस्थिति रही. पंचायत चुनावों में विभिन्न पदों के लिए पार्टी उम्मीदवारों का परिचय कराया गया और का. दीपंकर ने उन सबका स्वागत किया. रैली व आम सभा में पुदुच्चेरी के कामरेडों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया.
19 दिसंबर को विभिन्न जिलों में वामपंथी पार्टियों के संयुक्त कार्यक्रमों में भी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. जन संपर्क अभियान की कड़ी के बतौर 23 दिसंबर को सैकड़ों पावरलूम मजदूर, खासकर महिला मजदूर, नमक्कल जिले के कुमारपलयम में इकट्ठा हुए, जिन्हें का. एनके नटराजन और जिला सचिव कतिरावण ने संबोधित किया. 24 दिसंबर को सलेम समाहरणालय पर एक बड़ा धरना आयोजित किया गया जिसे राज्य सचिव समेत कई पार्टी नेताओं ने संबोधित किया. उसी दिन उलुंदुरपेट में तालुक कार्यालय के समक्ष एक जुलूस और धरना कार्यक्रम किया गया जिसमें लगभग 500 लोगों ने हिस्सा लिया.
इस जन संपर्क अभियान के जरिये समूचा राज्य संगठन गतिशील हुआ और उसने जनता की बुनियादी समस्याओं को बुलंद किया और सीएए-एनआरसी-एनपीआर के प्रति विरोध की आवाज उठाई.