19 अक्टूबर 2022 को विभिन्न सवालों को लेकर नगर निगम सफाई मजदूर यूनियन एवं जलकल कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन उप श्रमायुक्त कार्यालय, प्रयागराज के समक्ष संपन्न हुआ. सफाई मजदूर एकता मंच के अध्यक्ष रामसिया जी ने कहा कि देश भर में स्वच्छता की ताजा रैकिंग में प्रयागराज दस पायदान की छलांग लगाकर 26वें से 16वेंं स्थान पर पहुंच गया है, लेकिन इसका श्रेय अधिकारियों को दिया जा रहा है जबकि इसका असली हकदार सफाई मजदूर व कर्मचारी हैं. कोरोना काल में भी काम मजदूरों व कर्मचारियों ने किया और प्रमाण पत्र अधिकारियों को मिला. मजदूर व कर्मचारी लॉकडाउन के दौरान घोषित अधिक वेतन पाने की बात तो छोड़ दीजिए प्रमाण पत्र भी पाने का हक नहीं पा सके. यूनियन के सचिव संतोष ने कहा कि आज भी प्रयागराज नगर निगम के सफाई मजदूरों एवं जलकल कर्मचारियों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. नगर निगम अगर मजदूरों की बात नहीं सुनता है तो वे अनिश्चित काल हड़ताल की ओर भी बढ़ेंगे.
जल संस्थान कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि विभाग में न तो नकदीकरण ग्रेच्युटी का भुगतान और न ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रोन्नति हो रही है. उन्हें सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार महंगाई भत्ता जोड़कर न्यूनतम वेतन प्रतिमाह रु. 26000 दिया जाए.
इन सभी मांगों पर उप श्रमायुक्त ने नगर निगम व डूडा के अधिकारियों के साथ शीघ्र वार्ता कराने का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में ऐक्टू के राज्य सचिव अनिल वर्मा, जिला संयोजक कामरेड देवानंद, जल संस्थान के विपिन, श्रीचंद भाई, प्रदीप कुमार, वीके त्रिपाठी, आदि लोगों ने अपने विचार रखे. बड़ी संख्या में मजदूर साथी उपस्थित रहे.
– देवानंद