वर्ष - 32
अंक - 31
30-07-2023

ऐक्टू से संबद्ध ऑल इंडिया कन्स्ट्रक्शन  वर्कर्स  फेडरेशन (एआइसीडब्ल्यूएफ) का चैथा राष्ट्रीय सम्मेलन 8 और 9 जुलाई, 2023 को दक्षिण भारत स्थित कन्याकुमारी (तमिलनाडु) में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया. दो दिवसीय सम्मेलन में तमिलनाडु, पुडुचेरी, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, कार्बी आंगलोंग और उत्तराखंड जैसे राज्यों से लगभग ढाई सौ प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

सम्मेलन की शुरूआत के दिन, एआइसीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस बालासुब्रमण्यन द्वारा फेडरेशन का झंडा फहराया गया. फिर प्रतिनिधियों, ऐक्टू व एआइसीडब्ल्यूएफ के नेताओं और अतिथियों ने वर्ग संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति देने वाले दिवंगत नेताओं, कार्यकर्ताओं और हाल में दिवंगत भाकपा(माले) के पूर्व तमिलनाडु राज्य सचिव का. सुगन्धन को शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. सम्मेलन में बालासोर ट्रेन दुर्घटना और अन्य औद्योगिक दुर्घटनाओं व प्राकृतिक आपदाओं में मारे गये श्रमिकों व आम लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी.

इसके बाद खुला सत्रा आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता एस बालासुब्रमण्यन ने की. का. सुशीला ने स्वागत भाषण दिया. सम्मेलन का उद्घाटन ऐक्टू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का. वी शंकर ने किया. सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी ने विशेष संबोधन किया. खुले सत्र को सीडब्ल्यूएफआई (सीटू से संबद्ध) के तमिलनाडु राज्य अध्यक्ष केपी पेरुमल, ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स (एआइटीयूसी से संबद्ध) के अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष एन. सेल्वराज, जनरल काउंसिल, लेबर लिबरेशन फ्रंट के आयोजक और तमिलनाडु निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के सदस्य के. पेरारीवलन, भाकपा(माले) के तमिलनाडु के राज्य सचिव पाझा असाइथम्बी और भाकपा(माले) के बिहार से विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने विशेष अतिथि वक्ता के बतौर संबोधित किया. सम्मेलन को एआइसीसीटीयू, तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष टी. शंकर पांडियन ने भी संबोधित किया. खुले सत्र में एसके शर्मा और एस बालासुब्रमण्यन द्वारा संयुक्त रूप से अंग्रेजी और हिंदी में ‘निर्माण श्रमिकों के एक क्रांतिकारी आंदोलन का निर्माण करें’ पुस्तिकाएं जारी की गईं जिसकी पहली प्रतियां राजीव डिमरी और वी शंकर को भेंट की गईं. सभी अतिथियों और नेताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए. पूरे सत्र का संचालन एसके शर्मा ने किया.

इसके बाद नौ सदस्यीय अध्यक्ष मंडल, जिसमें एस बालासुब्रमण्यन, महेंद्र परिदा, आर.एन. ठाकुर, प्रबीर दास, सी इरानियप्पन, शांतिलाल त्रिवेदी, सुशीला, संगीता देवी और संध्या पन्ना की अध्यक्षता में प्रतिनिधि सत्रा शुरू हुआ. इस सत्र की संचालन समिति में थे - भुनेश्वर केवट, मुकेश मुक्त और सौरभ नरुका.

प्रतिनिधि सत्र में एस.के. शर्मा ने महासचिव की मसौदा कार्य रिपोर्ट रखी. इस पर चर्चा में 26 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. अंत में, प्रतिनिधियों के सभी विचारों को ध्यान में रखते हुए, रिपोर्ट को संशोधन और परिवर्धन के साथ सर्वसम्मति से पारित किया गया.

प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से निवर्तमान समिति द्वारा प्रस्तुत 51-सदस्यीय कार्यकारिणी समिति के पैनल को मंजूरी दी. का. एस बालासुब्रमण्यन को राष्ट्रीय अध्यक्ष, का. एसके शर्मा को महासचिव व का. आरएन ठाकुर को संगठन सचिव सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है.