वर्ष - 32
अंक - 12
23-03-2023

तहरीक-ए-निस्वां के बैनर तले विगत 12 मार्च 2023 को मुजफ्फरपुर के सादपुरा रेल्वे गुमटी स्थित रजी मंजिल में महिला कन्वेंशन आयोजित हुआ. मुख्य वक्ता के बतौर कन्वेंशन को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि सभ्यता की यात्रा के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और हिंसा भी जारी है, आज भी सिर पर लटकी यौन उत्पीड़न और हिंसा की तलवार एक कारण है जो महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार प्राप्त करने से रोकती है. शांति और मानवाधिकारों का गहरा संबंध है और जहां अधिकार नहीं मिलते, वहां अराजकता होती है. उन्होंने महिलाओं से आसपास की दुनिया को बदलने और अपने खिलाफ हो रही हिंसा पर आवाज उठाने की अपील की.

अफ्शां जबीं ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं के योगदान को सलाम पेश करते हुए कहा कि इस संघर्ष में महिलाएं पुरुषों से कम नहीं हैं. 1856 में, जब अंग्रेजों ने नवाब वाजिद अली शाह को अवध राज्य की उपेक्षा करने के लिए निर्वासित कर दिया, तो बेगम हजरत महल ने अंग्रेजों के खिलाफ सैनिकों का नेतृत्व किया और अंग्रेजों को हरा दिया. अंग्रेजों ने उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन दिए लेकिन वे झुकने को तैयार नहीं थे, उन्होंने अंग्रेजों से लड़ना ही पसंद किया.

ऐपवा की राज्य उपाध्यक्ष रानी प्रसाद, डॉ. मीरा ठाकुर व  हाजरा जोहा, गजाला ने भी संबोधित किया. इस मौके पर शेफ्ता अंजुम, अतिया शेख, सूफिया परवीन, नुजहत  परवीन, आएशा  शाहनवाज़, सहिस्ता अंजुम, शबनम आरा, सिमरन  परवीन, नुरुस  सबा अंजुम, डॉली  खातून के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं.