अखिल भारतीय किसान महासभा ने केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संकट से उबरने के लिए घोषित आर्थिक पैकेज में किसानों और ग्रामीण गरीबों की घोर उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाया है. पैकेज में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है. वित्तमंत्री द्वारा घोषित 2000 रुपए की तत्काल सहायता किसान सम्मान निधि से जोड़ी गई है जो किसानों के साथ सिर्फ धोखा है.
सच्चाई यह भी है कि इस योजना में अब तक देश के 50 प्रतिशत किसान भी लाभान्वित नहीं हुए हैं. इसी तरह तीन माह की एकमुश्त बृद्ध, विधवा, दिव्यांग पेंशन व तीन माह का राशन भी रूटीन बजट का हिस्सा है. इसका वर्तमान आर्थिक पैकेज से कोई रिश्ता नहीं है.
किसान महासभा ने मांग की है कि -