दरभंगा में मनरेगा मजदूर सभा के गठन के बाद लगातार पहलकदमी जारी है. दरभंगा के कुल 4 प्रखंडों में ‘आवेदन लो, काम दो आंदोलन’ संगठित किया गया. आंदोलन में कापफी संख्या में मजदूर शामिल हुए.
आंदोलन के प्रथम चरण में दरभंगा के सदर प्रखंड मनरेगा कार्यालय पर 25 सितंबर को प्रदर्शन आयोजित किया गया. प्रदर्शन में जिन मजदूरों के पास मनरेगा कार्ड था वो कार्ड लेकर, तथा अन्य मजदूरों ने आवेदन लेकर सैकड़ों की संख्या में मनरेगा पदाधिकारी के पास प्रदर्शन किया और उन्हें आवेदन सौंपा. इस कार्यक्रम का नेतृत्व भाकपा(माले) के प्रखंड सचिव अशोक पासवान और मनरेगा मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष पप्पू पासवान कर रहे थे.
इसके बाद दरभंगा हायाघाट प्रखंड मुख्यालय पर लगभग 800 मजदूरों ने ‘आवेदन लो, काम दो’ आंदोलन में शामिल होकर अपना आवेदन प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी को सौंपा. यहां के इस प्रदर्शन का नेतृत्व भाकपा(माले) के प्रखंड प्राभारी जंगी यादव व प्रखंड सचिव विश्वनाथ पासवान कर रहे थे.
आंदोलन का तीसरे चरण में बहेरी प्रखंड में मनरेगा कार्यालय पर लगभग 500मजदूरों ने आंदोलन में भाग लिया और काम के लिए आवेदन मनरेगा पदाधिकारी को सौंपा. इसका नेतृत्व खेग्रामस नेता राम विलास मंडल व खेग्रामस जिला अध्यक्ष जंगी यादव ने किया.
आंदोलन के चौथे चरण में 26 दिसम्बर 2019 को केवटी प्रखंड में ‘आवेदन लो, काम दो – नहीं तो बेरोजगारी भत्ता दो’ आंदोलन चलाया गया जिसका नेतृत्व भाकपा(माले) केवटी प्रखंड सचिव धर्मेश यादव व संतोष मुखिया कर रहे थे. प्रदर्शन के माध्यम से 250 मजदूरों ने आवेदन पंचायत तकनीकी अभियंता को सौंपा. वार्ता के क्रम में तीन पंचायतों में पीआरएस को भेज कर शिविर लगाने और मजदूरों से काम के लिए आवेदन लेने और साथ ही, नया जाॅब कार्ड बनाने के लिए भी आवेदन लेने की तिथि निर्धारित की गई.
अंत में 27 दिसम्बर 2019 को सैकड़ों मजदूरों ने काम नहीं देने का प्रतिवाद करते हुए पुनः सदर प्रखंड के मनरेगा कार्यालय पर ‘आवेदन लो काम दो, नहीं तो बेरोजगारी भत्ता दो’ नारे के साथ प्रदर्शन किया. कार्यालय में मनरेगा पदाधिकारी को न देख मजदूर काफी आक्रोशित हो गए. उनके इस आक्रोश को देखते हुए पंचायत तकनीकी अभियंता ने प्रदर्शनकारियों से आकर वार्ता की. वहां भी नए जाॅब कार्ड बनाने के लिए मजदूरों ने आवेदन दिया.
आंदोलन के माध्यम से मनरेगा मजदूर सभा के नेताओं ने कहा कि नीतीश-मोदी की सरकार में मनरेगा योजना में लूट मची हुई है. लेकिन, मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. जगह-जगह मजदूरों की जगह किरान-ट्रैक्टर से काम करवाया जा रहा है. लेकिन अब मनरेगा मजदूर सभा विभिन्न प्रखंडों में आंदोलन के माध्यम से मजदूरों को सजग बना रही है और उन्हें संगठित कर रही है. ये मजदूर अब अपना अधिकार लेकर रहेंगे.
– प्रिंस राज