सरसौना-ताजपुर सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर की मौत की घटना और प्रबंधन एवं पुलिस की मिलीभगत, मनमानीपूर्ण र्व दमनकारी रवैये के खिलाफ भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने 16 दिसंबर को समस्तीपुर और 17 दिसंबर 2024 को ताजपुर में प्रतिरोध मार्च निकाला और मुख्यमंत्री नीतीश कुमारका पूतला फूंका.
16 दिसंबर को बड़ी संख्या में भाकपा(माले) कार्यकर्ता समस्तीपुर शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा(माले) जिला कार्यालय पर इकट्ठा हुए और वहां से प्रतिरोध मार्च निकाल कर नारे लगाते हुए बाजार क्षेत्र के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक पहुंचे. वहां जिला सचिव उमेश कुमार की अध्यक्षता और सुरेंद्र प्रसाद सिंह के संचालन में सभा आयोजित की गई. सभा को ललन कुमार, जीबछ पासवान, रामचंद्र पासवान, उपेंद्र राय, संजीत पासवान, राजकुमार चौधरी, अनिल चौधरी,सुरेश ठाकुर, तनंजय प्रकाश, उमेश राय, अन्नू अली, ललन राय, उमेश कुमार आदि ने संबोधित किया.
प्रदर्शनकारियों ने सीमेंट फैक्ट्री कांड के जिम्मेवार व मृत मजदूर के शव को छुपाने का प्रयास करनेवाले सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा पर एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने, प्रबंधन से तमाम कर्मियों की सूची सार्वजनिक करते हुए उनका जीवन बीमा कराने और श्रम कानून, प्रदूषण कानून एवं फैक्ट्री कानून की धज्जियां उड़ा रही फैक्ट्री प्रबंधन व मालिक पर कठोर कारवाई करने की मांग की.
17 दिसंबर को ताजपुर में मुर्गियाचक चौक पर बड़ी संख्या में भाकपा(माले) कार्यकर्ता जमा हुए और अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला. यह मार्च अपनी मांगों के नारे लगाते हुए और विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए इमली चौक पहुंचा. वहां खेग्रामस के प्रखंड सचिव प्रभात रंजन गुप्ता की अध्यक्षता व किसान नेता ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह के संचालन में सभा आयोजित की गयी. सभा को संबोधित करते हुए आसिफ होदा, शंकर महतो, मो. क्यूम, मो. शकील, अर्जुन कुमार, मो. एजाज, मो. कादिर आदि नेताओं ने सीमेंट फैक्ट्री कांड के लिए फैक्ट्री प्रबंधन व पुलिस की मिलीभगत को जिम्मेवार ठहराया.
सभा के बाद जोरदार नारे लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला दहन किया गया.
भाकपा(माले) की समस्तीपुर जिला कमेटी ने इस घटना के खिलाफ तीन दिवसीय विरोध कार्यक्रम की घोषणा की है. विधान पार्षद का. शशि यादव व ऐक्टू के राष्ट्रीय सचिव का. रणविजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम भी ताजपुर पहुंची, ग्रामीणों से मिली और बंगरा थाना प्रभारी से मिलकर निर्दोघ लोगों पर से मुकदमा वापस लेने की मांग की.