राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. अंबेडकर के प्रति अपमानजनक वक्तव्य देने के विरोध में इलाहाबाद में आइसा ने 18 दिसंबर को मार्च निकाला और प्रदर्शन किया. संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनीष के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने स्वराज भवन के मुख्य द्वार से बालसन चौराहे तक हाथों में अंबेडकर की प्रतिमा और नारे लिखी तख्तियों के साथ मार्च किया. पुलिस के विरोध के बावजूद यह प्रदर्शन हुआ. वक्ताओं ने कहा कि अमित शाह का बयान दिखाता है कि भाजपा डॉ. अंबेडकर लिखित संविधान का सम्मान नहीं करती. भगवा पार्टी और उसका पितृ संगठन आरएसएस संविधान लागू होने के समय भी और आज भी मनुस्मृति को ही संविधान मानते हैं. वक्ताओं ने संवैधानिक पद पर रहते हुए अमित शाह द्वारा अंबेडकर के किये गए अपमान के लिए गृहमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की.
इलाहाबाद में ही फूलपुर इफको फैक्टरी में 19 दिसंबर को संविदा कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में बाबा साहब पर अमित शाह के बयान के विरुद्ध प्रतिवाद हुआ. गेट पर सभा की गई और अमित शाह के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की गई. कामरेड देवानंद ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व किया.
इसी दिन सोनभद्र जिले के शिवद्वार गांव में भाकपा(माले) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य का. रामजी राय व राज्य सचिव कामरेड सुधाकर यादव ने बाबा साहब के मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद सभा को संबोधित किया. कहा कि हम संविधान पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे. लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए जिस हद तक जाना होगा, जाएंगे. डॉ. अंबेडकर के अपमान के खिलाफ 20 से 26 दिसंबर तक खेत मजदूरों, ग्रामीण गरीबों और नौजवानों के बीच गांव-गांव अभियान चलाया जाएगा. अंबेडकर प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर सभा की जाएगी और अमित शाह के इस्तीफे की मांग की जाएगी.
बाबा साहेब अंबेडकर पर संसद में अमित शाह द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में 19 दिसंबर को झारखंड के रामगढ़ मेन रोड पर भाकपा(माले) कार्यकताओं ने जिला सचिव भुवनेश्वर बेदिया, देवकीनंदन बेदिया आदि के नेतृत्व प्रतिवाद किया.
गढ़वा में ऐसे ही प्रतिवाद कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए भाकपा(माले) जिला सचिव कालीचरण मेहता ने कहा कि संसद में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी संघ-भाजपा की मनुवादी मानसिकता का प्रमाण है. उसी दिन जिले के डंडा प्रखंड में थाना मोड़ तक प्रतिवाद मार्च निकाल कर अमित शाह का पुतला फूंका गया.
भाकपा(माले) के झारखंड राज्य सचिव का. मनोज भक्त ने कहा कि गृह मंत्री द्वारा बार-बार डॉ. अंबेडकर का नाम लेकर उपहास करना भाजपा और आरएसएस के अंबेडकर के प्रति विद्वेष को अभिव्यक्त करता है. उन्होंने मोदी सरकार से देश से माफी मांगने और गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग के साथ तीन दिवसीय राज्य स्तरीय प्रतिवाद का आह्वान किया है.
भाकपा(माले) की धनबाद जिला ईकाई की और से स्थानीय रणधीर वर्मा चौक पर प्रतिवाद कार्यक्रम कर अमित शाह का पुतला दहन किया गया.
19 दिसंबर को ही सिन्दरी में भाकपा(माले)राज्य कमेटी सदस्य का. सुरेश प्रसाद के नेतृत्व में अमित साह का पुतला दहन किया गया.
बिहार के मधुबनी में मालेनगर स्थित पार्टी कार्यालय से प्रतिवाद मार्च निकाल कर गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया. बेगूसराय में भाकपा(माले) जिला सचिव दिवाकर प्रसाद के नेतृत्व में पाटी्र कार्यालय कमलेश्वरी भवन से प्रतिवाद मार्च निकाल कर कैंटीन चौक, समाहरणालय द्वार पर गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंका गया. इसी जिले के बलिया स्टेशन रोड कार्यालय से भाकपा(माले) के कार्यकताओ ने नारा लगाते हुए प्रतिवाद मार्च निकाला और पटेल चौक अमित शाह का पुतला दहन किया.
अरवल में भाकपा(माले) प्रखंउ सचिव महेन्द्र प्रसाद व अन्य नेताओं की अगुआई में भाकपा(माले) कार्यालय से निकल विभिन्न मार्ग होते हुए बस स्टैंड मोड पहुंच कर अमित शाह का पुतला दहन किया गया.
सहरसा अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ जिला सचिव ललन यादव के नेतृत्व में बिस्कोमान भवन के समीप से आक्रोशपूर्ण विरोध प्रदर्शन निकाल कर शहर के एसपी कार्यालय के निकट कर्पूरी चौक पर पूतला फूंका गया. बक्सर में आइसा के नेतृत्व में अमित शाह का पुतला दहन किया गया जिसमें अंबेडकर छात्रवास के दर्जनों छात्र शामिल रहे.
ये विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं.