तिरुहुत में भाकपा(माले) की बदलो बिहार न्याय पदयात्रा 16 अक्टूबर को प. चंपारण जिले के भितिहरवा आश्रम (गौनाहा) से सुबह साढ़े 9 बजे शुरू हुई.
सुबह 8 बजे केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, भाकपा(माले) केन्द्रीय कमिटी सदस्य और रसोईया संघ की महासचिव का. सरोज चौबे और अन्य भाकपा(माले) सहित पदयात्रा में शामिल सैकड़ों लोगों द्वारा माल्यार्पण किया. वहां एक सभा भी आयोजित हुई जिसमें 500 से अधिक महिला-पुरुष शामिल हुए.
उस दिन बेलवा में जनसंवाद के बाद दोपहर का भोजन हुआ, यहां भी जनसभा में 500 से अधिक लोग शामिल हुए जिनमें दलित-गरीब महिलाओं की संख्या सर्वाधिक थीसभा को वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, सरोज चौबे, संजय राम, सुनील कुमार राव ने सम्बोधित किया.
नरकटियागंज में भी शहीदे आजम भगत सिंह और अब्दुल हमीद की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण के बाद सभा आयोजित हुई जिसे कई राजद नेताओं ने भी संबोधित किया. उस दिन पोखरिया गांव में रात्रि बिश्राम से पहले आयोजित जनसंवाद में मुस्लिम समुदाय की उल्लेखनीय भागिदारी हुई.
दुसरे दिन नरकटियागंज से करीब डेढ़ सौ लोगों की भागीदारी के साथ यात्रा शुरू हुई. मथुरा बाजार में नुक्कड़ सभा सभा आयोजित हुई.
सुबह का नाश्ते के बाद मरजदवा बाजार (प्रखंड मैनाटाड) में सभा हुइ जिसमें स्थानीय बाजार के लोग शामिल हुए. भोजन करने के बाद यात्रा आगे बढ़ी. बलथर बाजार (सिकटा) में स्थानीय लोगों द्वारा टेंट, कुर्सी और भरपूर नास्ते की व्यवस्था थी. सभा में दो सौ से अधिक महिला-पुरूष शामिल हुए. लोगों ने पदयात्रियों को कई आवेदन सौंपे.
पदयात्रा साढ़े सात बजे रात्रि में बैशखवा बाजार (सिकटा) पहुंची जहां घंटे भर तक सभा चलती रही जिसमें करीब 700 लोग शामिल हुए. राजकीय विद्यालय में रात्रि बिश्राम हुआ जिसे कांग्रेस नेताओं ने भी संबोधित किया.
तीसरे दिन 18 अक्टूबर की सुबह सौ से भी अधिक पदयात्रियों के साथ हम सब आगे बढ़े. घोघा बाजार, चनपटिया और लोहियरिया बाजार पर सभा हुई. और दोपहर का भोजन भी. रात्रि विश्राम सुकन्या बिबाह भवन, बेतिया में हुआ.
चौथे दिन बेतिया समाहरणालय गेट स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और जनसंवाद करने के बाद पदयात्रा आगे बढ़े. बेतिया राज की जमीन पर बसे लोगों को सरकार द्वारा उजाड़ने की धमकी दिया जा रही है. इसके खिलाफ संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया गया.
आगे चलते हुए हरीबाटिका चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और नुकक्ड़ सभा, पिपरा चौक पर जनसंवाद जिसमें मुसहर समुदाय के लोगों की यह शिकायत कि उन्हें 1, 20, 000 रुपये का आय प्रमाण पत्र क्यों दिया गया है, करने के बाद दोपहर का भोजन हुआ.
फिर पदयात्रा आगे बढ़ी और जौकटिया चौक, मझौलिया और लाल सरैया चौक पर नुक्कड़ सभा हुई. माधोपुर गांव जो पश्चिम चम्पारण जिले काअंतिम गांव है भाकपा समर्थकों ने पदयात्रियों का स्वागत किया. आगे चलकर छापवा बाजार, मोतिहारी में सभा हुई और रात्रि के 9 बजे के बाद बगल के राजकीय उच्च विद्यालय में रात्रि भोजन और बिश्राम.
पांचवे दिन सुबह 8 बजे पदयात्रा शुरू हुई. सेमरा, और झखिया में आयोजित नुक्क्ड़ सभाओं में दलित समुदाय के लोगों के साथ-साथ विद्यालय रसोइयों ने भी सभा में शिरकत की. झखिया मध्य विद्यालय में दोपहर के भोजन व को 2 घंटे के ठहराव के बाद यात्रा पुनः आगे बढ़ी. 10 महिला रसोइया यहां से यात्रा का हिस्सा बनीं.
चलैहा बाजार में छात्र-नौजवानों ने पदयात्रियों का फूल-मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया. जानपुल, मोतिहारी में जनसंवाद और ज्ञानबाबू चौक पर नुक्कड़ सभा आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता जिला सचिव प्रभुदेव यादव ने की. का. वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, का. सरोज चौबे, का. सुनील कुमार राव, का. भैरवदयाल सिंह, का. मो. इसराफिल, का. शबनम खातून और का. दिनेश कुशवाहा ने इसे संबोधित किया. चलैहा में विद्यालय रसोइया संघ की महिलाओं ने विधायक का. वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता को अपना मांगपत्र सौपा. उस मोतिहारी में ठहराव हुआ.
छठे दिन पदयात्रा मोतिहारी, मीना बाजार, गांधी चौक होते हुए गांधी संग्रहालय पहुंची जहां महात्मा गांधी को पुष्प अर्पित कर चरखा पार्क में जनसंवाद हुआ. आगे चलकर अंबेडकर चौक और जीवधारा में नुक्कड़ सभा हुई. पिपरा कोठी से पहले बगीचे में दोपहर के ठहराव के बाद यात्रा आगे बढ़ी और पिपरा चौक पर नुक्कड़ सभा करते हुए महुअवा पहुंची जहा रात्रि बिश्राम हुआ.यहां राजद समर्थकों ने बहुत उत्साह के साथ यात्रा का स्वागत किया और ठहराया.
सातवें दिन 22 अक्टूबर को पदयात्रा महुअवा से चलकर बनझुला चौक, चकिया पहुंची जहां पेट्रोल पम्प पर दो घंटे के ठहराव के बाद मेहसी, बखरी और नाजी बाजार चौक पर नुक्कड़ सभा हुई. बखरी नाजी में रात्रि विश्राम हुआ. यहां ठहराव और व्यवस्था में लगे लोग कभी भाकपा के समर्थक थे लेकिन अभी भाजपा को वोटर हैं. वे अब भाकपा(माले) में शामिल होने के इच्छुक हैं.
आठवें दिन बखरी नाजी से चली पदयात्रा ने नरियार पानापुर तक की दूरी तय की. मगुंराही बाजार में नुक्कड़ सभा हुई, मोतीपुर में मुजफ्फरपुर जिले के साथियों द्वारा पदयात्रियो का स्वागत किया गया, पनशालावा और मोतीपुर में नुक्कड़ सभा आयोजित हुई जिसे किसान नेता का. सुनील कुमार राव और अफताब आलम ने संबोधित किया. दोपहर के ठहराव के बाद यात्रा आगे बढ़ी और नरियार (पानापुर) में रात्रि विश्राम हुआ.
नौंवें दिन पदयात्रा ने नरियार से दामोदरपुर की की दूरी तय की. पानापुर चौक पर आयोजित नुक्कड़ सभा अच्छी संख्या में लोगों ने सुना. कांटी में दो घंटे के ठहराव के बाद फिर यात्रा दामोदरपुर पहुंची जहां रात्रि विश्राम हुआ.
दसवें दिन पदयात्रा ने मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश किया. ब्रम्हपुरा चौक पर, जहां सुबह- सुबह मजदूरों की हाट लगती है, आयोजित नुक्कड़ सभा को का. वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने संबोधित किया, इमलीचटी चौक पर नागरिकों ने फूल-माला से पदयात्रियों का स्वागत किया.
पदयात्रियों ने कम्पनी बाग चौक स्थित खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया. सरैयागंज टावर चौक पर सहरा इंडिया के अभिकर्ताओं व जमाकर्ताओं ने पदयात्रियों का स्वागत किया. का. वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने उन्हें संबोधित भी किया. किरण श्री विवाह भवन में एक घंटे के ठहराव के बाद बाबाजी पोखर स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.
इस तरह भितिहरवा के गांधी आश्रम से मुजफ्फरपुर के जुब्बा साहनी पार्क तक 236 किलोमीटर की की दूरी तय कर पदयात्रा का समापन हुआ पदयात्रा को लोगों का भारी समर्थन मिला. जमीन सर्वे और स्मार्ट मीटर सवाल पूरी पदयात्रा में छाया रहा.
– सुनील यादव