वर्ष - 33
अंक - 44
26-10-2024

सारण क्षेत्र की बदलो बिहार यात्रा 16 अक्टूबर को भोरे, मैरवां, दरौली, एकमा, दरौंदा होते हुए 23 अक्टूबर को छपरा पहुंची. 16 अक्टुबर को गोपालगंज जिले के कटेया में जनसंवाद को सारण जोन की न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी के सदस्य दरौली विधायक सत्यदेव राम, जिरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा, भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता का. अमरनाथ यादव , ऐपवा राज्य सचिव सोहिला गुप्ता,  गोपालगंज के जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया, सिवान के जिला सचिव हंसनाथ राम, आरवाइए के राज्य अध्यक्ष जीतेन्द्र पासवान ने संबोधित किया. जनसंवाद में सैकड़ों की संख्या में गरीब, मज़दूर, किसान, महिलाएं तथा छात्र-नौजवानों ने भागीदारी ली. जनसंवाद में जुटे माले कार्यकर्ताओं तथा आम जनता ने पदयात्रियों को माला पहना कर स्वागत किया.

यात्रा जब आगे बढ़ी तो सोहनारिया बाजार में लोगो ने स्वागत किया. यहां जन संवाद भी हुआ. उसके बाद भोरे में और अंत मे हुसैपुर बाजार में डागा-बाजा के साथ लोगां ने पदयात्रा का स्वागत किया, नुक्कड़ सभा में करीब 500 लोगों ने हिस्सा लिया जिसमें महिलाओ की संख्या लर्गभग दो तिहाई थी, 21 किलोमीटर की दूरी तय कर हुस्सेपुर में यात्रा ने रात्रि पड़ाव डाला.

दूसरे दिन 17 अक्टुबर को राजघाट से शुरू हुई पदयात्रा का मिश्र बतरहा में लोगो ने स्वागत किया. यहां नुक्कड़ सभा हुई और उसके बाद बंशीबतरहा, नौका टोला व लोहिया नगर में स्वागत हुआ. बड़कागांव में नुक्कड़ सभा हुई और उसके बाद नौतन में एक छोटी सभा के साथ जिसमें फिर से महिलाओ की संख्या 60% से भी थी, राजघाट से नौतन तक की 21 किलो मीटर की दूरी तय की गई.

18 अक्टुबर को नौतन से शुरू हुई पदयात्रा का लंगड़ा मोड़ पर लोगो ने स्वागत किया. वहां एक संक्षिप्त सभा हुई. उसके बाद नौतन मोड़ पर लोगो ने स्वागत किया, मैरवा धाम पर नुक्कड़ सभा हुई, मैरवा बाजार में लोगो ने स्वागत किया और वहां छोटी सभा करके यात्रा का समापन हुआ.

8 दिनों की इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में पदयात्रा लगातार पैदल चलते रहे. पैदल चल रहे न्याय यात्रियों का स्वागत जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता द्वारा ढोल-नगाड़ों के साथ माला पहना के किया जा रहा था. इस न्याय यात्रा में आशा, आंगनबाड़ी, जीविका, रसोईया तथा अन्य स्कीम वर्कर्स ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.

कटेया में यात्रा के शुरुआती दिन ही जीविका तथा आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों से जुड़ा मांगपत्र पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे नेताओं को सौंपा और भारी संख्या में यात्रा का हिस्सा बनी. सिवान जिले के आंदर में स्कीम वर्कर्स के साथ सफाई कर्मचारियों ने भी मांग पत्रा सौंपा. सफाई कर्मचारी तो यात्रा का समर्थन करते हुए संगठन के बैनर के साथ यात्रा में शामिल भी हुए.

गौरतलब है कि इनके अलावा लोग मनरेगा तथा इंदिरा आवास जैसे स्थानीय सवालों से जुड़े मुद्दों का भी मांग पत्र सौंप रहे थे. सामंती हमलों से पीड़ित गरीब-दलित तबकों के लोगों ने यात्रा के दौरान कई जगह मांगपत्र सौंपे. गोपालगंज जिले के सोनारिया में सामंतों द्वारा एक वंचित तबके के युवक की बेरहमी से पिटाई कुछ दिनों पहले कर दी गई थी और बिजली के करंट से टॉर्चर किया गया था. पीड़ित ने उचित पुलिसिया कारवाई नहीं होने की बात बताई. उक्त गांव के ग्रामीणों ने न्याय यात्रा का समर्थन किया.

यात्रा का नेतृत्व कर रहे पार्टी केंद्रीय कमेटी सदस्य सत्यदेव राम ने यात्रा का अनुभव साझा करते हुए बताया कि सारण जोन की बदलो बिहार न्याय यात्रा लगभग 180 किलोमीटर की दूरी तय कर छपरा पहुंची है. यात्रा के दौरान चौक चौराहों तथा सभी छोटे बाजारों पर नुक्कड़ सभाएं हुई जिसमें यात्रा के संदेश को लोगों तक पहुंचाया गया. बिहार में स्मार्ट मीटर से लोग बेहाल हैं. सरकार ने गरीब परिवारों को दो लाख रूपये देने का वादा किया था लेकिन उन्हें कागजातों में उलझा कर वंचित किया जा रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि हम सभी भूमिहीनों को आवास बनाने के लिए 5 डिसमिल जमीन देने तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान हेतु पांच लाख रूपये देने के सरकारी वायदे की याद लोगों को दिला रहे हैं. इनकी घोषणा केंद्र और राज्य सरकारों ने कर रखा है. पार्टी इन घोषणाओं को जुमला नहीं बनने देगी और भाकपा(माले) के नेतृत्व में गरीब अपना हक लेकर रहेंगे.

जिरादेई स्थित देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के आवास से एक सहायक यात्रा निकाली गई . इस यात्रा का नेतृत्व जिरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा ने किया. यह यात्रा जिराइदेई से निकल कर सिवान शहर तथा पंचरूखी होते हुए दरौंदा में कटेया से शुरू होने वाली मुख्य यात्रा में शामिल हो गई. पदयात्रियों ने सिवान में जेएनयू के अध्यक्ष रहे का. चन्द्रशेखर तथा बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर देश में लोकतंत्र व संविधान की रक्षा करने का संकल्प लिया.

सहायक यात्रा का नेतृत्व कर रहे नेताओं के सामने सिवान जिले के गोपलापुर में अयोध्या से सीतामढ़ी तक बन रहे राम जानकी पथ में अधिगृहित जमीन का उचित कीमत नहीं मिलने की बात ग्रामीणों ने उठाई तथा मांगपत्र सौंपा.

अमरजीत कुशवाहा ने बताया कि यात्रा जिन सवालों पर हो रही है, उससे लोग जुड़ाव महसूस कर रहे हैं. यात्रा को लोगों का व्यापक समर्थन मिला. बिजली का प्रीपेड मीटर लोगों का खून चूस रहा है. जमीन सर्वेक्षण के नाम पर धांधली हो रही है. जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं, शिक्षा महंगी हो गई है. 18 साल से बिहार में एनडीए की सरकार है और बिहार में हिंसा, लूट बालात्कार पर रोक नहीं लग रहा है. बाढ़ की समस्या का कोई निदान नहीं हो पाया है.

दरौंदा से यह यात्रा रसूलपुर, एकमा, दाउदपुर, कोपा होते हुए छपरा शहर तक गई. दाऊदपुर में जहां बाबा साहेब की प्रतिमा पर सभा के बाद माल्यार्पण किया गया.

छपरा में यात्रा के समापन के मौके पर ‘भिखारी ठाकुर प्रेक्षागृह में ‘बदलो बिहार न्याय सम्मेलन’ का आयोजितं हुआ. इसकी अध्यक्षता छपरा जिला सचिव सभा राय ने किया. न्याय सम्मेलन में सारण जिले के विभिन्न प्रखंडों से लोग शामिल हुए. महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुईं.

न्याय सम्मेलन को गोपालगंज के जिला सचिव व छपरा के प्रभारी इंद्रजीत चौरसिया, सिवान के जिला सचिव हंसनाथ राम, राज्य कमिटी सदस्य रवींद्र सिंह, मुकेश कुशवाहा, इनौस के राज्य अध्यक्ष जितेंद्र पासवान, ऐपवा राज्य अध्यक्ष सोहिला गुप्ता, किसान सभा के जिला अध्यक्ष जयनाथ यादव, खेग्रामस के जिला सचिव शिवनाथ राम, इनौस नेता जय शंकर पंडित, नेता कुमार दिव्यम व कौशिक कुणाल सहित कई अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया.

– कुमार दिव्यम

(नोट : स्थानाभाव के कारण नालंदा, पटना, रोहतास, बेगूसराय, पूर्णिया, भागलपुर, बांका, जमुई, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर आदि समेत कई अन्य जिलों में आयोजित हुई ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा’ की रिपोर्ट यहां नहीं दी जा रही है. इसके लिए अगले अंक का इंतजार करें. – संपादक)