भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी ने निम्नलिखित बयान जारी किया है :
7 अक्टूबर, 2023 को गाजा में इजरायल द्वारा किए गए जनसंहार के एक वर्ष पूरे हो जाएंगे. पिछले साल इस दिन से, इजरायल ने हमास के हमले का बदला लेने के नाम पर गाजा के फिलिस्तीनियों पर क्रूर और अंधाधुंध हमला किया है. इस जनसंहार में लगभग 42,000 फिलिस्तीनी नागरिकों के मारे जाने की अधिकारिक पुष्टि हुई है, जिनमें मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. हजारों लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं. इजरायल की हवाई और भूमि बमबारी ने आवासीय इमारतों, स्कूलों और अस्पतालों को भी नहीं छोड़ा. प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल (द लैंसेट) का अनुमान है कि इजरायली हमलों में मारे गए लोगों की संख्या 1,86,000 से भी अधिक हो सकती है (6 अगस्त तक), जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष मौतें भी शामिल हैं.
इस साल जनवरी में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आइसीजे) ने इजरायल की कार्रवाइयों को संभावित जनसंहार बताया और गाजा में सैन्य कार्रवाई रोकने का आह्वान किया. बावजूद इसके, इजरायल ने युद्धविराम के लिए सभी सार्थक वार्ताओं को विफल कर दिया. इसके अलावा, इजरायल ने कब्जे वाले पश्चिमी तट पर फिलिस्तीनियों पर लगातार हमले किए हैं. इजरायल द्वारा बड़े पैमाने पर बम विस्फोट करने के लिए पेजर और अन्य संचार साधनों का भी उपयोग किया गया, जिससे यह युद्ध लेबनान तक फैल गया है.
दुनिया भर में लाखों लोग इजरायली जनसंहार और युद्ध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और इस युद्ध को तत्काल समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. इस बर्बर युद्ध की पहली वर्षगांठ पर, भारत के शांतिप्रिय लोग इस जनसंहारी युद्ध को तत्काल रोकने की मांग करते हैं. हम सभी वामपंथी दल 7 अक्टूबर, 2024 को तत्काल युद्धविराम और शांति बहाल करने के लिए प्रदर्शन और बैठकें आयोजित करेंगे. इस दिन हम भारत सरकार से भी अपील करेंगे कि वह इजरायल को सभी हथियारों के निर्यात को बंद करे और ‘द्वि राष्ट्र समाधान’ के लिए काम करे ताकि स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य अस्तित्व में आ सके.
हस्ताक्षरः
प्रकाश करात - सीपीआई(एम)
डी राजा - सीपीआई
दीपंकर भट्टाचार्य – सीपीआई(एमएल) लिबरेशन
मनोज भट्टाचार्य - आरएसपी
जी देवराजन - एआईएफबी
नई दिल्ली
25 सितंबर 2024