गाजा में इजरायली जनसंहार रोकने के लिए 7 अक्टूबर को फिलिस्तीन के साथ एकजुटता दिवस मनाएं

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी ने निम्नलिखित बयान जारी किया है :

आरजी कर अस्पताल में बलात्कार और हत्या पर देश के मुख्य न्यायाधीश को खुला पत्र

मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति डीवाइ चंद्रचूड़
सर्वाच्च न्यायालय, भारत

विषय : आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले में नागरिक याचिका, जिसमें यौन हिंसा और पुलिस दमन को संबोधित करने के लिए प्रभावी कानूनी निर्देशों की मांग की गई है.

मजदूर विरोधी सरकारों को पीछे धकेल देने का आह्वान

ऐक्टू (ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस) की उत्तराखंड राज्य कमेटी की बैठक 15 सितंबर 2024 को हलद्वानी के नगर निगम सभागार में सम्पन्न हुई.

कृपया गाजा नरसंहार रोकने की आवाज उठाना बंद न करें!

पिछले शनिवार को, जब पूरी दुनिया की मीडिया पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या की कोशिश की सुर्खियों से भरी थी और चिल्ला-चिल्ला कर एलान कर रही थी कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, ठीक उसी दिन इजरायल ने अमेरिका निर्मित 500 पौंड के बमों से सेंट्रल गाजा के नागरिकों के लिए सुरक्षित घोषित अल-मवासी इलाके पर हवाई हमले किए, जिसमें 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए और कम से कम 300 घायल हो गए. पर इजरायल द्वारा अकल्पनीय बर्बर उपनिवेशवादी नरसंहारी हिंसा को आत्मरक्षा के नाम पर जायज ठहराया जा रहा है.

जिला कमेटियों के नाम जरूरी अपील

पार्टी की केन्द्रीय कमेटी ने पार्टी के विस्तार व मजबूती के लिए जुलाई माह में एक अभियान चलाने का निर्णय लिया है. इसके तहत सभी जिला कमेटियों को ‘समकालीन लोकयुद्ध’ समेत अन्य पार्टी मुखपत्रों का वार्षिक ग्राहक बनाने के लिए तीन दिनों का विशेष अभियान भी चलाना है. जिला कमेटियां लोकयुद्ध का ग्राहक बनाने का लक्ष्य निर्धारित करें और इसे हासिल करें.

– संपादक

अपील - तमिलनाडु बाढ़ राहत कोष में सहयोग करें!

तमिलनाडु के कई दक्षिणी जिले कई दिनों तक बाढ़ के पानी में पूरी तरह डूबे रहे. इतनी भारी बारिश 1871 के बाद पहली बार देखी गई, लेकिन इसका पूर्वानुमान मौसम विभाग या कोई भी सरकारी एजेन्सी नहीं लगा पायी. अब तक 40 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं और दो लाख एकड़ से अधिक भूमि जलमग्न है. कई दिनों तक बाढ़ का पानी वहीं जमा रहा.

फसल नुकसान का मुआवजा दे सरकार

लखनऊ, 21 मार्च. भाकपा(माले) ने बेमौसम की बरसात व ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का किसानों को मुआवजा देने की मांग की है. पार्टी ने कहा है कि कई जिलों में कृषि को हुई व्यापक क्षति के चलते किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सरकारी राहत जमीन पर उतारने के बजाय अभी फाइलों में ही कैद है.