वर्ष - 33
अंक - 41
05-10-2024

शहीदे आजम की 117 वीं जयंती पर आइसा की पटना विश्वविद्यालय इकाई ने पटना साइंस कॉलेज में ‘भगत सिंह के सपनों का भारत’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया. गोष्ठी में सैकड़ों छात्र-छात्राएं शामिल हुए.

कार्यक्रम का संचालन आइसा विश्वविद्यालय अध्यक्ष नीरज यादव ने किया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में  भाकपा(माले) नेता का. कुमार परवेज, अंग्रेजी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शोभन चक्रवर्ती, इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार थे. आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार और राज्य सह सचिव कुमार दिव्यम ने भी इसे संबोधित किया.

कार्यक्रम में आइसा सह सचिव आशीष साह, राष्ट्रीय परिषद सदस्य अनिमेष कुमार, आकाश राव, वैष्णवी, अभिभारती, प्रीति कुमारी, पीयूष, आशीष कुमार, प्रत्युष, सुधांशु, आर्यन ऋषि सहित अन्य आइसा कार्यकर्त्ता मौजूद थें.

गोष्ठी को संबोधित करते हुए का. कुमार परवेज ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह के सपनों को आज कुचला जा रहा है. आज जिस भारत को बनाने की कोशिश आरएसएस और भाजपा कर रही है उसका सपना भगत सिंह ने नहीं देखा था. आज भगत सिंह के विचारों पर चलने वाले लोगों को जेलों में डाला जा रहा है. भगत सिंह धर्मनिरपेक्षता तथा बराबरी की बात करते थें. आज हर तरफ गैरबराबरी बढ़ रही है. इसके पीछे सत्ता का सुनियोजित षड्यंत्र है. नई शिक्षा नीति के माध्यम से कैंपसों का निजीकरण और वंचितों को कैंपसों से बाहर किया जा रहा है. भगत सिंह के सपनों का भारत समावेशी समाज वाला भारत है.

डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि भारत में फिर से कंपनीं का राज स्थापित हो रहा है. भगत सिंह तथा उनकी वैचारिकी को पाठ्यक्रम से गायब करने और इतिहास की किताबों में उनको गलत ढंग से पेश करने की साजिश चल रही है. अंग्रेजों का समर्थन देने वाले लोग आज देश की सत्ता पर हैं जो देश का दुर्भाग्य है. डॉ. शोभन चक्रवर्ती ने कहा कि भगत सिंह के सपनों को आगे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी है.