वर्ष - 33
अंक - 38
14-09-2024

लखनऊ में भाकपा(माले) के वरिष्ठ सदस्य, मार्क्सवादी चिन्तक, जन संस्कृति मंच के राज्य पार्षद तथा लखनऊ इकाई के उपाध्यक्ष रवीन्द्र कुमार सिन्हा (आरके सिन्हा, 75 वर्ष) का विगत 27 अगस्त को मुजफ्फरपुर (बिहार) में उनके पैतृक आवास पर दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया. पेशे से वे सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हुए थे. जीवन के प्रारंभिक दिनों से ही वामपंथ की ओर उनका झुकाव हो गया था. इससे वे मार्क्सवाद के गहरे अध्ययन की ओर उन्मुख हुए. इसी प्रक्रिया में वे भाकपा(माले) से जुड़े तथा नौजवानों और मजदूरों के बीच लगातार शिक्षण-प्रशिक्षण का काम किया. जन संस्कृति मंच से उनका बहुत पुराना जुड़ाव था. लखनऊ की साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में उनकी सक्रियता रहती थी. वे युवाओं और छात्रों के अच्छे दोस्त थे.

7 सितंबर को लखनऊ के नरही स्थिति लोहिया भवन में ‘आरके सिन्हा स्मरण सभा’ का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता कवि और जसम उत्तर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष कौशल किशोर और संचालन सचिव कथाकार फरजाना मेहदी ने की. वक्ताओं ने कहा कि उनके जाने से हमने एक मार्क्सवादी विचारक, दोस्त और वामपंथी संस्कृतिकर्मी खो दिया, जिसकी अभी हम सबको बहुत जरूरत थी. इस अवसर पर अनेक लेखकों, संस्कृति कर्मियों, सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने उनके साथ की यादों तथा सामाजिक-सांस्कृतिक आंदोलनों में उनके योगदान को साझा किया.