जट-डुमरी गांव से पूरब और जट डुमरी जंक्शन से पश्चिम-उत्तर खेत में बजरंग बली, शिव मंदिर तथा सात बहिनिया मंदिर स्थित है. सात बहिनिया मंदिर में फिलहाल तीन कमरे बने हुए हैं जिन्हें 13 सितंबर 2024 की रात्रि में असामाजिक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. सूचना प्राप्त होने पर अगले दिन 14 सितंबर को 10.30 बजे सुबह मसौढ़ी अनुमंडलाधिकारी अपने दल-बल के साथ घटनास्थल पर निरीक्षण करने पहुंचे. उनके साथ पुनपुन पुलिस भी मौजूद थी.
उनकी मौजूदगी में ही बजरंग दल से जुड़े 8-10 मोटरसाइकल सवार असामाजिक तत्वों ने जय बजरंग बली का नारा लगाते हुए लगभग 11 बजे जट डुमरी मुख्य बाजार में दहशत फैलाने के उद्देश्य से दुकानदारों का सामान इधर-उधर फेंक दिया. वे दुकानदारों को धमकाने लगे कि सभी दुकानें बंद कर दो अन्यथा आग लगा दी जाएगी. उसके बाद उनलोगों ने बगल के मजार पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी, सीमेंट व ईंटों से बनी मजार को क्षतिग्रस्त कर दिया तथा उसमें लगे झंडे नोच लिये. वे मस्जिद की तरफ हमले के उद्देश्य से बढ़े लेकिन पुलिस को देख भाग खड़े हुए.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सभी बलवाई गांव के ही हैं और बजरंग दल से जुड़े हैं, जबकि कुछ का मानना है कि वे मोटरसाइकल पर सवार होकर बाहर से आए थे.
भाकपा(माले) विधायक गोपाल रविदास ने उसी दिन पुनपुन प्रखंड जट डुमरी में बजरंग दल समर्थित असामाजिक तत्वों द्वारा उत्पात मचाने, मजार व मस्जिद को क्षतिग्रस्त करने और बाजार में दहशत फैलाने के मामले को लेकर जिलाधिकारी, पटना से मुलाकात की. उन्होंने इलाके में तत्काल शांति बहाल करने की मांग करते हुए इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की. फिलहाल स्थिति शांत है. प्रशासन के लोग घटनास्थल पर मौजूद हैं.
विधायक ने कहा कि यह घटना मसौढ़ी अनुमंडाधिकारी की उपस्थिति में हुई है. उनकी मौजदूगी में ही बलवाइयों द्वारा मजार पर नारा लगाते हुए तोड़-फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया. बलवाइयों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई करने में मसौढ़ी अनुमंडलाधिकारी की गतिविधि संदिग्ध लग रही है. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के साथ ही उनकी भूमिका की भी जांच होनी चाहिए.