भाकपा(माले) जिला स्थाई समिति सदस्य का. सुरेंद्र प्रसाद सिंह, ऐपवा नेत्री नीलम देवी और आइसा जिला उपाध्यक्ष दीपक यदुवंशी के नेतृत्व में एक टीम ने मुसरीघरारी थाना के गंगापुर में 11 सितंबर की रात्रि में घटित रेपकांड के दौरान पीड़िता द्वारा रेपिस्ट का प्राईवेट पार्ट काट दिये जाने की बहुचर्चित घटना की जांच की.
बेगुसराय के तेघरा थाना निवासी फर्जी चिकित्सक डा. संजय कुमार संजू ने मुसरीघरारी थाना के गंगापुर स्थित अलता चौर में एक सुनसान जगह पर बड़ा-सा पक्का मकान बनाकर करीब 10 वर्षों से रहता है. वह खुद को हिंदू समाज पार्टी का राष्ट्रीय संगठन मंत्री, एनजीओ स्वास्तिका फाउंडेशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा एक कथित राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन का राष्ट्रीय सचिव बताता है. वह भगवाधारी है तथा सोशल साईट, अखबार और क्षेत्रा में एससी-एसटी एवं मुस्लिमों के खिलाफ नफरती अभियान चलाना तथा अयोध्या तथा मथुरा आदि धार्मिक मामलों में हिंदुओं को ललकारना उसका शगल है. इस सबकी आड़ में वह शराब और देह व्यापार में लड़कियों-महिलाओं को धकेलने का धंधा करता है. वह अपने साथ पिस्टल, लेडी गार्ड एवं बंदूक भी रखता है.
11 सितंबर की रात वह अपने मकान में संचालित आरबीएस अस्पताल में दो-तीन दोस्तों के साथ शराब पार्टी मनानम के बाद अपने ही नर्स के साथ रेप करने लगा. इस दौरान नर्स ने अपने को बचाने के उद्देश्य से आपरेशन ब्लेड से चिकित्सक का प्राईवेट पार्ट काट दिया एवं भागकर बगल के मकई के खेत में छुप गई. वहीं से उसने पुलिस सहायता का नंबर 112 डायल कर अपनी जान पर खतरा बता कर फोन किया. मोबाइल लोकेशन के आधार पर मुसरीघरारी पुलिस टीम उसको बरामद कर थाने ले गई जहां उसने पूरी घटना की जानकारी दी. पुलिस ने तत्काल छापेमारी कर चिकित्सक को उसके दो साथियों – वैशाली जिले के फतेहपुर (बलिगांव थाना) निवासी सुनील कुमार गुप्ता एवं समस्तीपुर जिले के वाजिदपुर सरसौना (बंगरा थाना) नवासी अवधेश कुमार – के साथ गिरफ्तार कर लिया. वहां से आधी बोतल शराब, पीड़िता द्वारा प्रयुक्त ब्लेड, खून सनी लुंगी, एक पैंट एवं तीन मोबाइल फोन भी बरामद हुए. चिकित्सक का पुलिस अभिरक्षा में ईलाज जारी है.