झुंझुंनू (राजस्थान) में शहीदे आजम भगत सिंह के जन्मदिन के मौके पर 27 सितंबर 2024 को सुप्रसिद्ध गणितज्ञ भामाशाह डॉक्टर घासीराम के हाथों स्वयं दान की गई भूमि पर किसान-मजदूर भवन का शिलान्यास किया गया. यह हाशमी नगर, बाकरारो रेलवे फाटक के पास अवस्थित है.
इस मौके पर अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले सभा भी आयोजित हुई. सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव तथा सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सरहदों पर चले 13 महीनों के ऐतिहासिक किसान आंदोलन ने मोदी सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया. देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आंदोलनकारी किसानों को बदनाम करने की सत्ताधारी दल की जारी मुहिम को ओर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ संसद से सड़क तक संघर्ष होगा.
विशिष्ट अतिथि सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि देशभर में घाटे की खेती के कारण किसानों द्वारा खेती का एक हिस्सा बटाई पर दिया जा रहा है लेकिन बटाईदार किसानों को कोई सरकारी सहुलियत नहीं मिल रही है. बटाईदार किसानों का रजिस्ट्रेशन हो और उन्हें भी किसानों को मिलने वाली सरकारी सुविधायें मिले, इसके लिए संघर्ष जारी है.
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. प्रेम सिंह गहलावत ने कहा कि एमएसपी को कानूनी गारंटी देने की मांग एक लोकप्रिय मांग बन चुकी है अखिल भारतीय किसान महासभा इस संघर्ष को तेज करेगी. अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव का. गुरुनाम सिंह ने कहा कि शहीदे आजम भगतसिंह की जयंती उपस्थित सभी किसानों को पंजाब व हरियाणा के किसानों की तरह ही देश की खेती व किसानों को कार्पारेट लूट से बचाने का संकल्प लेना होगा. सभा को भाकपा(माले) के राज्य सचिव का. शंकरलाल चौधरी, का. गोरा सिंह (पंजाब), का. शोभा मंडल (बिहार), का. रामकरण चौधरी (चुरू), का. गौतम लाल मीणा (सलूंबर), का. रंगलाल (प्रतापगढ़), का. शांतिलाल (चितौड़गढ़), फूलचंद बर्वर, का. रमेश चौधरी, कैलाश यादव, ओमप्रकाश झारो, इंद्राज सिंह चारावास,आदि ने भी संबोधित किया. सभा का संचालन का. रामचंद्र कुलहरि और अध्यक्षता डाक्टर घासीराम ने की. अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. फूलचंद ढेवा ने आये हुए किसानों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया.
सभा के बाद झुंझुंनू केंद्रीय सहकारी बैंक तक रैली निकालते हुए बैंक पर प्रदर्शन किया गया. बैंक की आमसभा में पहुंचे जिला कलेक्टर को 15 सुत्री ज्ञापन देकर एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार एमएसपी को कानूनी गारंटी देने, सन् 1994 के समझौते के अनुसार डीपीआर बनाकर यमुना नहर का पानी झुंझुंनू जिले में लाने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट हुई रबी 2022-23 की फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को तुरंत मुआवजा देने, गोपालक किसानों को सहकारी बैंकों द्वारा दिये जाने वाले एक लाख रुपये तक के ब्याज मुक्त कर्ज में दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति की बाध्यता बंद करने, बिजली बिलों में जुड़े विभिन्न प्रकार के करों व फ्यूल सरचार्ज के नाम पर लूट तथा बिजली कटौती बंद करने की मांग की गई. अगले दिन सामुदायिक विकास भवन में अखिल भारतीय किसान महासभा का राज्य सम्मेलन आयोजित हुआ.