अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) आरक्षण कोटे के उप-वर्गीकरण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले और क्रीमी लेयर का सिद्धांत लागू करने संबंधी विचार के खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों के 21 अगस्त को भारत बंद के आह्नान के समर्थन में भाकपा(माले) कार्यकर्ता देश भर में सड़कों पर उतरे.
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर में बड़ी संख्या में जुटे भाकपा(माले) और अन्य दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त मार्च किया. मार्च के दौरान सिकंदरपुर चौराहे को घंटों बंद किया गया. आंदोलनकारियों के आगे प्रशासन की एक न चली. चक्का जाम कर नेताओं ने गगनभेदी नारों के बाद चौराहे पर ही सभा की. भाकपा;मालेद्ध केंद्रीय कमेटी सदस्य श्रीराम चौधरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आरक्षण पर आया सुप्रीम कोर्ट का ताजा फैसला आरक्षण की मूल भावना के खिलाफ है. सरकारी संस्थाओं में अभी तक सही तरीके से आरक्षण को लागू ही नहीं किया जा रहा है. केंद्र व राज्य सरकारें आरक्षण की मनमानी व्याख्या करके इसे लागू ही नहीं कर रही हैं. उत्तर प्रदेश में उनहत्तर हजार शिक्षक भर्ती में योगी सरकार ने आरक्षण घोटाला कर वंचित तबकों की हकमारी की है. पचासी फीसदी लोगों को चालीस फीसदी में समायोजित करने की साजिश हो रही है.
गोरखपुर में बंद का समर्थन करते हुए भाकपा(माले) कार्यकर्ता टाउन हॉल चौराहा पर एकत्रित हुए और वहां से दीवानी कचहरी तक मार्च किया. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के राज्य स्थाई समिति सदस्य राजेश साहनी ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार संविधान, संवैधानिक संस्थाओं व आरक्षण पर हमला कर रही है. आरक्षण पर हमले का आज देशभर में विरोध हो रहा है. सरकार तुरंत संसद के अंदर दलित आदिवासी आरक्षण में वर्गीकरण के खिलाफ विधयेक पारित कर फैसले को निरस्त कराए. सभा को ऐपवा जिला सचिव जगदम्बा, इंकलाबी नौजवान सभा उपाध्यक्ष राधा गौड़, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के नेता रामानंद, आरके सिंह, विजय यादव, गुड्डी चौहान बजरंगी निषाद ने भी संबोधित किया. संचालन एडवोकेट सुभाष पाल ने किया.
महाराजगंज जिले में भारत बंद के समर्थन में भाकपा(माले) ने निचलौल में जुलूस निकाला. ‘लैटरल इंट्री के नाम पर मनुवादियों की भर्ती नहीं चलेगी’, ‘क्रीमीलेयर के नाम पर एससी/एसटी आरक्षण को खत्म करने और समाज को आपस में लड़ाने की साजिश बंद करो’ आदि नारों के साथ निकाले गए जुलूस में जिला सचिव संजय निषाद, हरीश भाई, बख्शीष अली, रामपाल विश्वकर्मा, द्वारपाल धामिया, सुग्रीव चौहान, मजरूदीन अली, सद्दाम अली, बेचू कसौधन, राजमंगल, फतेह मोहम्मद, धर्मेंद्र, महिउद्दीन अली, दिनेश वर्मा, अजय कुमार शर्मा आदि शामिल रहे.
गाजीपुर में भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने जिला सचिव शशिकांत कुशवाहा के नेतृत्व में भारत बंद के समर्थन में तुलसी सागर लंका स्थित पार्टी कार्यालय से मार्च निकाला और जिलाधिकारी कार्यालय से होते हुए का. सरजू पांडेय पार्क में पहुंच कर सभा की. सभा को योगेन्द्र भारती, विजयी वनवासी, गोरख राजभर, राजेश वनवासी, मंजू गोंड, प्रमोद कुशवाहा, सदानंद पटेल, सुधाकर बिंद, भरथ्त राम आदि लोगों ने सम्बोधित किया. अध्यक्षता कमलाकर राम ने की.
चंदौली में इंडिया गठबंधन के घटक दलों भाकपा(माले) और सपा ने जिला मुख्यालय पर धरना दिया. धरने के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश को यथाशीघ्र संसद में विधेयक लाकर व पास कर उसे पूरी तरह निष्प्रभावी करो, एससी/एसटी आरक्षण से संबंधित कानून को भारतीय संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करो, सुप्रीम कोर्ट एवं हाई कोर्ट के जजों की नियुक्तियों से संबंधित कॉलेजियम सिस्टम को समाप्त कर इंडियन ज्यूडिशयल सर्विस कैडर निर्मित करो और उनका चयन नियमानुसार यूपीएससी द्वारा कराओ ताकि न्याय प्रणाली में यथेष्ट सुधार हो सके, केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों के अधीनस्थ समस्त विभागों, प्रतिष्ठानों, संस्थानों में सभी पदों के साथ एससी/एसटी के रिक्त पदों को स्पेशल ड्राइव चलाकर शीघ्र भरो, कान्ट्रैक्ट-आउटसोर्सिंग को बंद कर उसके स्थान पर नियमानुसार नियमित नियुक्ति करो आि मांग की गई. भाकपा(माले) जिला सचिव अनिल पासवान तथा इंकलाबी नौजवान सभा प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद आदि नेताओं ने धरना को संबोधित किया.
मिर्जापुर में भाकपा(माले) और इंकलाबी नौजवान सभा के कार्यकताओं ने पूर्व निधारित कार्यक्रम के तहत भारत बंद का समर्थन करते हुए जिला मुख्यालय पर राष्ट्रपति को संबोधित तीन सूत्राय मांगपत्र एडीएम मिजापुर को सौंपा. इसके पूर्व सभा को पार्टी के राज्य समिति सदस्य व खेग्रामस जिलाध्यक्ष जीरा भारती व आरवाइए के जिला सचिव धर्मराज कोल ने संबोधित किया. कार्यक्रम में राजाराम यादव, गोपीनाथ कोल, भागीरथी समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे.
इलाहाबाद में सफाई मजदूर एकता मंच (संबद्ध ऐक्टू) ने नगर निगम कार्यालय पर धरना दिया और पत्थर गिरिजाघर तक जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा. इस दौरान मंच ने भारत बंद का समर्थन किया. आइसा ने भी भारत बंद आह्नान का समर्थन करते हुए आंदोलन में भागीदारी की. आइसा के सदस्य विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन से मार्च निकालकर कलेक्ट्रेट तक पहुंचे. प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि एससी, एसटी उप-वर्गीकरण न सिर्फ आरक्षण को खत्म करने की कोशिश है बल्कि यह संविधान की मूल आत्मा पर प्रहार है. मार्च में नौजवान सभा के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य, आइसा के पूर्व इकाई अध्यक्ष विवेक कुमार, सहसचिव आलोक अंबेडकर आदि रहे.
आजमगढ़ के लालगंज में भाकपा(माले) कार्यकर्ता भी भारत बंद में शामिल हुए.
जालौन में भारत बंद पर आरक्षण बचाओ देश बचाओ नारे के साथ भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया. प्रदर्शन का नेतृत्व जिला सचिव राजीव कुशवाहा, ऐक्टू नेता राम सिंह चौधरी व उरई नगर प्रभारी हरिशंकर ने किया. सीतापुर के कस्बा हरगांव में बंद के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के जिला सचिव व सदस्य जिला पंचायत अर्जुन लाल शामिल हुए और हरगांव ब्लाक पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम को संबोधित किया. मथुरा में भाकपा(माले) राज्य स्थाई समिति के सदस्य एडवोकेट नशीर शाह ने भ्कार्यकर्ताओं के साथ विरोध सभा को संबोधित किया.