वर्ष - 33
अंक - 35
24-08-2024

विदित हो कि पिछली 25 जून को जब पोठही रेलवे स्टेशन (पटना-गया लाईन) के पास में केवड़ा-पारथू सड़क को गहरा किया जा रहा था तो तेज गति ट्रेनों का हवाला देते हुए सरकार ने यहां स्थित रेलवे क्रॉसिंग को को बंद कर दिया था. उसी वक्त फुलवारी (सु.) के भाकपा(माले) विधायक का. गोपाल रविदास इस निर्णय पर रोक लगाने की मांग की और यहां रेलवे ओवरब्रिज बनाने की मांग को लेकर धरना पर बैठ गए.

इस मांग पर पोठही, बराह, केवड़ा, पारथू, अकौना, लखना सहित कई गांव-पंचायतो मे हस्ताक्षर अभियान छेड़ा गया और 4 जुलाई को पूर्व-मध्य रेलवे के मैनेजर (दानापुर) और  मुख्य जनरल मैनेजर (हाजीपुर) से मिल कर उनको इस आशय का मांग पत्रा सौंपा गया. 1 अगस्त को यहां रेलवे ओभरव्रिज या रेलवे अंडर पास के निर्माण के लिए विधायक का. गोपाल रविदास की अध्यक्षता में संघर्ष समिति बनाई गई.

8 अगस्त को का. गोपाल रविदास के नेतृत्व में पोठही स्टेशन पर जनता का शांतिपूर्ण प्रदर्शन आयोजित हुआ. इस मौके पर का. गोपाल रविदास ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक जनता की मांगे पूरी नहीं होती यह प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने जनता की परेशानियों का जिक्र करते हुए कहा कि रास्ता नहीं होने के करण लोगों को 10-15 किमी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. गुमटी या ओवरब्रिज न होने के कारण आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं जिसमें लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है. गोपाल रविदास ने सरकार से अनुरोध किया कि स्टेशन पर एक रेलवे गुमटी बनाकर जनता के लिए ओवरब्रिज या अंडरपास का निर्माण कराया जाए. उन्होंने लोगों को यह विश्वास दिलाया कि जब तक जनता की मांगे पूरी नहीं होती, यह संघर्ष जारी रहेगा.

धरना के बीच ही रेलवे विभाग के पदाधिकारी धरना स्थल पहुंचे और उन्होंने पोठही में रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की घोषणा के साथ ही नदवां, भलुआ और परसा में भी रेलवे ब्रिज बनाने की घोषणा की. यह जनता वर्षों पुरानी मांग थी जिसके पूरा होने से पोठही के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र मे आने-जाने के लिए सुरक्षित रास्ता मिला. जल्द ही इसके निर्माण कार्य की शुरू होगा.

इस मांग के पूरा होने से धरना दे रहे लोगों और अन्य ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिला. इस मौके पर मसौढ़ी की राजद विधायिका रेखा देवी, भाकपा(माले) नेता मोहन प्रसाद, हरेंद्र दास, सत्येंद्र दास, रामनुज सिंह, दीना ठाकुर, नागेश्वर पासवान, रेखा देवी बाढू, पप्पू चंद्रवंशी, उदय, सहित बहुत से लोग उपस्थित थे.