सीएमडब्लूयू (संबद्ध, एक्टू) के बैनर तले 6 सितंबर को 11-सूत्री मांगों को लेकर नेहरु काॅम्प्लेक्स से बीसीसीएल मुख्यालय ‘कोयला भवन’ तक मार्च निकाला गया और वहां सभा की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता नकुलदेव सिंह व संचालन मनोरंजन मलिक ने किया.
सभा को संबोधित करते हुए सीएमडब्लूयू के केंद्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ने कहा कि बीसीसीएल मुख्यालय प्रबंधन को 20 मई को 11-सूत्री मांगपत्र दिया गया था और इस मांगपत्र पर 5 जून को यूनियन नेताओं के साथ प्रबंधन की सौहार्द्रपूर्ण बातचीत हुई थी. प्रबंधन ने 11 दिन का समय लिया था और कहा था कि संगठित-असंगठित मजदूरों के सवालों को हल किया जाएगा. लेकिन तीन माह गुजर जाने के बाद भी प्रबंधन ने कोई संज्ञान नहीं लिया है. यूनियन के नेताओं ने इस बीच कई बार संपर्क किया लेकिन प्रबंधन के जिम्मेवार अघिकारियों का कोई जबाव नहीं मिला. आज प्रबंधन के वादाखिलाफी के विरोध में आक्रोश मार्च व सभा का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. सभा के माध्यम से प्रबंधन को एक सप्ताह का समय दिया गया कि उक्त मांगपत्र पर विचार कर ले, नहीं तो आरपार की लड़ाई होगी.
1. बीसीसीएल ब्लाॅक-2 एवं बरोरा एरिया के रेलवे साइडिंग के सेलपीकर मजदूरों को हाई पावर कमिटि द्वारा अनुशंसित वेतन भुगतान किया जाता था. अभी वेतन में कटौती कर दी गई है. अनुशंसित वेतन भुगतान किया जाए.
2. आउटसोर्सिंग में कार्यरत सारे मजदूरों को हाई पावर कमिटि द्वारा अनुशंसित वेतन भुगतान किया जाए.
3. बीसीसीएल के मधुवन कोल वाशरी, दहीबाडी समेत सभी कोलवाशरी में रिजेक्ट कोयला की मैनुअल ट्रक लोडिंग की व्यवस्था की जाए.
4. किसानों व विस्थापितों को उनकी अधिग्रहित जमीन के बदले नौकरी और मुआवजा भुगतान किया जाए.
5. रोड सेल के लिए प्रति माह 15000 टन कोयला आवंटित किया जाए.
6. कामगारों के 13 दिन के बकाया वेतन का अविलंब भुगतान किया जाए.
7. बंद खदानों को आउटसोर्सिंग कंपनी की जगह विभाग के द्वारा चालू किया जाए.
8. एरिया-12 के दहीबाडी स्थित न्यू तीनतला आवासीय कालोनी के गंदे पानी से उपजाऊ जमीन नष्ट हुई है. जमीन मालिकों एवं अन्य किसानों को क्षतिपूर्ति का भुगतान अविलंब किया जाए.
9. कार्यरत सफाई कर्मियों को वर्दी, जूता एवं अन्य सुरक्षा प्रदान किया जाए.
10. सेवानिवृत कर्मचारियों को बिना आवास खाली किए ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाए.
सभा को माले जिला सचिव कार्तिक प्रसाद, नागेन्द्र कुमार, एक्टू नेता कृष्णा सिंह, सीएमडब्लूयू के नेता बलदेव वर्मा, जगदीश शर्मा आदि अन्य अनेक नेताओं ने भी संबोधित किया. आक्रोश मार्च एवं सभा में सैंकड़ों संगठिन-असंगठित महिला-पुरुष मजदूर शामिल थे.