विगत 18 सितंबर 2023 को ‘प्रस्तावित स्थल पर अविलंब एम्स बनाओ’ नारा के साथ दरभंगा नागरिक मंच के बैनर तले स्थानीय कर्पूरी चौक पर एम्स बनाओ नागरिक प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया.
प्रतिवाद सभा की अध्यक्षता जसम के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सुमन ने किया. प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा कि दरभंगा के नागरिकों, गरीब-मजदूरों, किसानों और छात्र-नौजवानों ने तय कर लिया है कि वे अपने साथ नाइंसाफी नहीं होने देेंगे और एम्स बनाओ अभियान जरूर जीतेंगे. एम्स निर्माण को लेकर बिहार सरकार का रवैया सकारात्मक है और उसने जमीन उपलब्ध करा दिया है. लेकिन भाजपा के लोग पटना-दिल्ली का खेल खेल रहे हैं. केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि एम्स का निर्माण अविलम्ब कराया जाएं.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों अमित शाह झंझारपुर आए थे. उत्तर बिहार के नागरिकों को उम्मीद थी कि वे एम्स निर्माण को लेकर कुछ घोषणा करेंगे. लेकिन खेद का विषय हैं कि उन्होंने कुछ नहीं कहा, भाजपा के लोगों को समझ लेना चाहिए कि अगर दरभंगा में एम्स का निर्माण अविलम्ब नहीं कराया गया तो सम्पूर्ण उत्तर बिहार के नागरिक आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का तम्बू उखाड़ फेंकेंगे.
नागरिक मंच के संयोजक शहर के चर्चित डाॅक्टर अजीत कुमार चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा की जरूरत हम सभी को है. यह हमारा मौलिक अधिकार है. हमें अपने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए एकजुट होकर आगे आना चाहिए. दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए नागरिक मंच के द्वारा चल रहे अभियान का मूल उद्देश्य स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाना और आम आवाम को गुणवत्तापुर्ण इलाज उपलब्ध कराना है. एम्स निर्माण के लिए दरभंगा को चयनित करने का स्वागत है. हम सभी मांग करते हैं कि राज्य सरकार द्वारा तय जमीन पर एम्स का तुरत निर्माण हो.
डीएमसीएच पैथोलाॅजी विभाग की अध्यक्ष डाॅ. पूनम मिश्रा ने कहा कि हमें डीएमसीएच और एम्स दोनों चाहिए, कोई एक नहीं. मुखिया महासंघ के जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने एम्स निर्माण कार्य को अविलम्ब शुरू नहीं कराया तो सम्पूर्ण मिथिलांचल की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के चुनाव रथ को रोक देगी. संवानिवृत्त कर्नल लक्षेमश्वर मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से बेहतर स्थान कहीं नहीं था. लेकिन यही भाजपाइयों के द्वारा उसको मोतिहारी ले जाया गया जो आज छः सालों बाद भी हाई स्कूल की जमीन पर संचालित हो रहा है. ठीक उसी तर्ज पर ही एम्स निर्माण को लेकर भी विभिन्न दलीलें दी जा रही हैं. एम्स अस्पताल हमारा हक है और इस मुद्दे पर हम सभी नागरिकों को एकताबद्ध होकर इस अभियान को संचालित करना होगा. ललित नारायण मिथिला विवि के स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो मुनेश्वर यादव ने कहा कि आजादी के 76 सालों बाद भी हमारे देश के नागरिकों, गरीब-मजदूरों सहित सबके लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव दिख रहा है. एम्स निर्माण को लेकर दरभंगा के नागरिकों द्वारा पहल की गई है जो बेहद सराहनीय कदम है. यह सम्पूर्ण मिथिलांचल की मांग है. अगर सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा व रोजी-रोटी जैसे बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध नहीं करा पाती तो वह किस काम की है? इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने कहा कि दुर्भाग्य की बात हैं कि केंद्र की सत्ता में बैठे राजनीतिक दलों द्वारा पटना-दिल्ली के खेल में एम्स निर्माण का कार्य में व्यावधान डाला जा रहा हैं. एम्स निर्माण को लेकर नागरिक मंच के द्वारा जो भी पहलकादमियां ली जायेंगी उसमें इंसाफ मंच कंधा से कंधा मिलाकर साथ में चलेगा. सामाजिक कार्यकर्ता उमेश राय ने कहा कि शोभन में एम्स बनने से दरभंगा का विकास होगा और नया दरभंगा बनेगा. बैद्यनाथ यादव व नारायण जी झा ने कहा कि आज से एम्स निर्माण आंदोलन की शुरुआत हुई हैं. इसको लेकर अब समाज में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
सभा में आरके सहनी, रानी सिंह, साधना शर्मा, शनिचरी देवी, ध्रुवनारायण कर्ण, वरुण कुमार झा, विद्यानद राम, नंदन सिंह, नेयाज अहमद, रंजित राम, बलराम राम, अभिषेक कुमार, नंदलाल ठाकुर, हरि पासवान, राजू मिश्रा, आनंद मोहन, संदीप चौधरी, रामवृक्ष राय, संतोष यादव, प्रिंस राज, मयंक कुमार यादव, शरद कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार, कामेश्वर पासवान, सविता देवी, पप्पू पासवान, विनोद सिंह, विश्वनाथ मिश्रा, राजू कर्ण, अमित पासवान, देवेंद्र कुमार, सुनीता देवी, आदि सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.