14 अगस्त को आजादी मार्च के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. भाकपा(माले) महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने आजादी मार्च को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में लोकतंत्र और संविधान के साथ-साथ हमारे देश का युवा मानस भी संकट में हैं. देश के छात्र-युवाओं को भी मानसिक रूप से विकलांग बना देने और उनको अपराध की ओर से धकेल देने की गहरी साजिश चल रही है. देश की जनता को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में यह तय करना होगा कि वह अपने देश में रोजगार, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य के सवाल पर और देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए अपना वोट देना होगा. मौजूदा सरकार ने देश की सारी संपत्ति को अपने प्रिय पूंजीपतियों के हाथों में सौंप दिया है. अब झारखंड की जमीन पर भी उसकी गिद्ध नजर है. हमें इस बात की गारंटी करनी होगी कि झारखंड की जनता भाजपा को यहां से उखाड़ फेंकने का काम करे. आने वाले लोकसभा चुनाव में गिरिडीह व राजधनवार की जनता पर यह बड़ी जिम्मेवारी है कि देश के असल मुद्दों पर वोट डाले और दंगाइयों तथा अपराधियों के बढ़ रहे शासन को खत्म कर दे. देश में जहां भी डबल इंजन की सरकार चल रही है, केंद्र के साथ-साथ राज्य में भी जहां भाजपा की सरकार है वहां आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों की स्थिति बद से बदतर है. चाहे यह मणिपुर हो या मध्यप्रदेश.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जिनका सीना 56 इंच चौड़ा हुआ करता था, वे आज अपने ही संसद में आकर जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं. मणिपुर पर सवाल-जवाब करने के लिए भी विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ता है. तब भी प्रधानमंत्री सदन में आकर बैठते तो हैं लेकिन मणिपुर जैसी घटना पर शर्मिंदा न होकर हंसी-ठहाके लगते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि देश में घटित महिला अत्याचार और दलित-आदिवासियों के साथ अत्याचार की घटनाओं पर सरकार बिल्कुल ही गंभीर नहीं है.
भाकपा(मालेे) महासचिव ने 15 अगस्त 2023, स्वतंत्रता दिवस के दिन को पार्टी के रांची स्थित राज्य कार्यालय (शहीद महेन्द्र सिंह भवन) में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया. संविधान की प्रस्तावना के पाठ के बाद का. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव, 2024 में इंडिया मोदी सरकार और भाजपा को सत्ता से उतारेगी और अपने लोकतंत्र को इतना मजबूत बनाएगी कि आने वाले समय में कोई भी फासीवादी ताकत चाह कर भी इसको कमजोर ना कर सके. भाजपा की मोदी सरकार लगातार कानून के जरिए मजदूरों, किसानों, छात्र-युवाओं और महिलाओं के साथ ही देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं पर भी हमला करने के लिए काले कानूनों का इस्तेमाल कर रही है.
इस कार्यक्रम में काफी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और वरिष्ठ पार्टी नोताओं – राज्य सचिव मनोज भक्त, पोलित ब्यूरो सदस्य जनार्दन प्रसाद, केन्द्रीय कमेटी सदस्य सुवेन्दु सेन व राज्य कमेटी सदस्य मोहन दत्ता समेत अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की.
कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य पार्टी की झारखंड राज्य कमिटी के बैठक में हिस्सा लेने के लिए 16 अगस्त को रामगढ़ जिला पार्टी कार्यालय पहुंचे. वहां से उन्होंने अरगड्डा (चपरी मोड) पहुंच कर उलगुलान के नायक बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. इसके बाद राज्य सचिव कामरेड मनोज भक्त व पार्टी कार्यकर्ताओं के जत्थे के साथ मार्च करते हुए वे सुदूरवर्ती गांव कंजगी पहुंचे जहां उन्होंने गंभीर बीमारी से जूझ रहे वरिष्ठ पार्टी नेता का. बंधन नायक के घर पहुंच कर उनके स्वास्थ्य के बिषय में जानकारी ली. बुमरी गांव में जहां बैठक आयोजित हुई उन्होंने बैठक शुरू होने से पहले भारी तादाद में जुटे ग्रामीणों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे शहीदों ने लंबे संघर्ष के जरिये हमें आजादी दिलाई हैं. देश की पूरी जनता ने इसके लिए लंबे समय तक संघर्ष किया. आदिवासियों के संघर्ष, बिरसा मुंडा के उलगुलान से लेकर सिद्धू-कान्हू का विद्रोह, तेलंगाना में किसानों का आंदोलन, देश के कई मजदूर संगठनों की हडतालें इसकी प्रमुख कड़ियां हैं. भगत सिंह व उनके जैसे हजारों नौजवानों ने आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया और शहादत दी. इसी के बदौलत हमें आजादी मिली है और आजादी के साथ एक संविधान भी मिला है. इस संविधान को किसी के साथ भेदभाव नहीं हो, इसकी गारंटी करनी थी. यह सुनिश्चित करना था कि हमारी बोली-भाषा, रहन-सहन, खान-पान, धर्म व संस्कृति चाहे जो हो, किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा. सभी आपस में भाईचारा बनाकर रहेंगे और सबको सम्मान, बराबरी और न्याय मिलेगा. लेकिन, 9 साल से शासन करते आ रही भाजपा सरकार ने देश को बांट दिया है. उसने देश में बेरोजगारों की फौज खड़ी कर दी है. महंगाई आसमान छू रही है. टमाटर के दाम दो-ढाई सौ रूपये किलो हो गया है. मणिपुर में सता के संरक्षण में हिंसा जारी है. महिलाओं को नंगा कर सामूहिक रूप से उनकी अस्मत लूटी जा रही है और जब नरेंद्र मोदी 80 दिनों तक चुप्पी साधे रहते हैं. मध्य प्रदेश में एक भाजपा नेता आदिवासी युवक की देह पर पेशाब कर देता है. आरपीएफ का एक जवान मुस्लिमों को दाढ़ी देखकर गोली मारता है. यह नरेंद्र मोदी और गोदी मीडिया का भरा हुआ जहर है. इन घटनाओं ने देश को शर्मसार कर दिया है. जनता इस जनविरोधी सरकार को 2024 में सबक सिखाने का काम करेगी.
उन्होंने आगे कहा कि नरेन्द्र मोदी अपने को राजा समझ रहे हैं. वह देश में राजतंत्र थोपना चाहते हैं. देश के लोगों को गुलाम बनाया जा रहा है. लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है. रामनवमी का जुलूस हथियारों के साथ निकाला जा रहा है. देश में चारों तरफ नफरत, हिंसा और घृणा का माहौल बना दिया गया है. संविधान को निरंतर कमजोर किया जा रहा हैं. हम सबों को एकजुट होकर ‘भाजपा हटाओ-लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ’ अभियान को तेज करना होगा. बैठक में भाकपा(माले) महासचिव के साथ प्रमुख रूप से शुभेंदु सेन, जनार्दन महतो, मोहन दत्ता, भुनेश्वर बेदिया, देवकीनंदन बेदिया, रामगढ़ कार्यालय सचिव सरयू बेदिया, लाका बेदिया, रामवृक्ष बेदिया, विगेन्द्र ठाकुर, बृजनारायण मुंडा, लालचंद बेदिया, लाली बेदिया, नागेश्वर मुंडा, अमोल घोषाल, जयनंदन गोप आदि सहित राज्य कमिटी के सभी सदस्य शामिल थे.
कामरेड खुदीराम मुंडा की 12वीं पुण्यतिथि पर भाकपा(माले) ने भगत सिंह चौक, गोमदा (राहे) में संकल्प सभा आयोजित किया. ‘कामरेड खुदीराम मुंडा अमर रहें’, ‘वन संरक्षण (संशोधन) अधिनियम रद्द करो’, ‘कारपोरेट-फासीवादी ताकतों को ध्वस्त करो’, ‘मणिपुर हिंसा के जिम्मेवार एन बिरेन सिंह-अमित शाह इस्तीफा दो’ के जोरदार नारे और ‘2024 के आम चुनाव को जनांदोलन में बदल दो’ के आह्वान के साथ सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं मूसलधार बारिश के बीच सुभाष चौक से मार्च किया. कामरेड खुदीराम मुंडा को दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई व उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. सभा को संबोधित करते हुए का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि देश खतरनाक दौर से गुजर रहा है. तीन कृषि कानून को थोपने में विफलता के बाद भाजपा ने वन संरक्षण (संशोधन) अधिनियम के जरिए कंपनी राज लाने की साजिश रची है. है. मुख्य चुनाव आयुक्त के नियुक्ति में बदलाव करने और संविधान बदलने की बातें हो रही हैं. देश को बचाना है तो किसान आंदोलन की तरह मजदूरों, युवाओं व महिलाओं का आंदोलन खड़ा करना होगा और खुलेआम देश को गुलाम बनाने, दंगा-फसाद कराने और महंगाई व बेरोजगारी बढ़ाने की भाजपाई नीति का मुकाबला करना होगा. विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की एकता के साथ-साथ तमाम मुद्दों – आदिवासी अधिकार, महिलाओं की आजादी, रोजगार, खेती, संविधान की रक्षा और आजादी की रक्षा – पर हम सबको आगे आना होगा.
राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि का. खुदीराम मुंडा किसानों-आदिवासियों, युवाओं और आम लोगों के लिए एक जबरदस्त लड़ाई का विरासत छोड़ कर गए हैं. उसे आगे बढ़ाना ही उनकी बच्ची श्रद्धांजलि होगी.
सभा की अध्यक्षता दिलीप मांझी और संचालन जिला सचिव जगमोहन महतो ने किया. धन्यवाद ज्ञापन दामोदर प्रजापति ने किया. मंच पर मोहन दत्ता, बसंती देवी, भुवनेश्वर केवट, गिरीबाला देवी, ऐती तिर्की आदि नेता उपस्थित थे. रामेश्वर मुंडा, दुलाल मुंडा व वासुदेव यादव ने जनवादी गीत प्रस्तुत किए. राहे मुखिया संघ द्वारा का. दीपंकर भट्टाचार्य और का. मनोज भक्त को सरना गमछा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. उमेश महतो (उपप्रमुख, राहे), राजेश्वर महतो (समाजसेवी) आदि सहित कई गणमान्य नागरिकों ने खुदीराम मुंडा कीे प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
– नन्दिता भट्टाचार्य