वर्ष - 32
अंक - 28
08-07-2023

हूल दिवस पर विगत 30 जून 2023 को झारखंड के विभिन्न जिलों में सिद्धू-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो जैसे झारखंड के महान शहीदों को याद करते हुए विविध कार्यक्रम आयोजित हुए. रांची जिले के रांची शहर और बुंडू में कार्यक्रम आयोजित किया गया. सिद्धू-कान्हू पार्क, रांची में आदिवासी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हूल नायकों को श्रद्धांजलि दी गई. इसमें आदिवासी संघर्ष मोर्चा के राज्य संयोजक जगन्नाथ उरांव, जिला संयोजक सुदामा खल्को, भाकपा(माले) नेता भुनेश्वर केवट, मोहन दत्ता, भीम साव व विनोद लहरी, ऐपवा नेत्री आईती तिर्की, शांति सेन, व सिनगी खल्को मुख्य रूप से शामिल थे.

बुंडू के गीतिलडीह में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए फासीवाद और भाजपा के खिलाफ लड़ाई को तेज करने का संकल्प लिया गया, साथ ही, रायसा डैम के निर्माण पर रोक लगाने की मांग भी की गई. कार्यक्रम में रामेश्वर मुंडा, ठकुरा मुंडा, पूर्णचंद मुंडा सहित कई लोग मौजूद थे.

दुमका में सिद्धू-कान्हू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्जित करते हुए झारखंड में आए दिन आदिवासियों के शोषण-दमन के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया गया.

रामगढ़ जिले के अरगड्डा में भाकपा(माले) व आदिवासी संघर्ष मोर्चा की रामगढ़-हजारीबाग जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं का संयुक्त कन्वेंशन आयोजित किया गया.

पेसा कानून और सीएनटी/एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करने, वनाधिकार कानून 2006 व 2008 आदिवासियों के हित में सख्ती से लागू करने और वन संरक्षण कानून 2022 को शीघ्र वापस लनेे की मांग और आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन व खनिज की काॅरपोरेट लूट के खिलाफ संघर्ष तेज करने का आह्वान किया गया.

कन्वेंशन की अध्यक्षता कुलदीप बेदिया व सोहराय किस्कू और संचालन लालचंद बेदिया व नरेश बड़ाईक ने किया. कन्वेंशन में भाकपा(माले) के रामगढ़ जिला सचिव भुनेश्वर बेदिया, जयनंदन गोप, महादेव राम, रुपन गोप और आदिवासी संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक देवकीनंदन बेदिया, नरेश बड़ाईक, नीता बेदिया, नागेश्वर मुंडा, मनाराम मांझी, सोहन बेदिया, सरयू बेदिया, भुनेश्वर बेदिया, महादेव राम, शैलेन्द्र बेदिया, रामबृक्ष बेदिया, बृजनारायण मुंडा, लाका बेदिया, लालदेव करमाली, तृतियाल बेदिया, राजू विश्वकर्मा, रंजीत बेदिया, जितू बेदिया, लालकुमार बेदिया, योगेंद्र बेदिया, सुलेंद्र हेम्ब्रम, नरेश गंझू समेत अन्य कई लोग उपस्थित थे.

वक्ताओं ने कहा कि रामगढ़ व हजारीबाग जिले में चल रहे आदिवासियों के भू-वापसी आदेशों के लिए संघर्ष करना. गैरमजरुआ बंदोबस्ती व भूमिदान में मिली जमीनों का रसीद काटने के सवाल पर आंदोलन करना. प्रशासनिक अधिकारियों एवं दलाल-विचैलिओं की मिलीभगत से गैर-आदिवासियों के द्वारा हड़पी गई व हड़पी जा रही जमीन वापसी के लिए संघर्ष करने की घोषणा की तथा सर्वे भूमि बंदोबस्त कार्यालय हजारीबाग के द्वारा आदिवासियों की जमीनों को गैर-आदिवासियों के नाम कर देने के खिलाफ में आंदोलन तेज करने का आह्वान किया.

कन्वेंशन ने काजू बगान खुली अरगड्डा खदान में सीसीएल महाप्रबंधक की मनमानी के खिलाफ भी आंदोलन करने, संताल सामाजिक संगठन ‘ओलचिकी हुल बैसी’ द्वारा संताली भाषा ओलचिकी को प्रथम राज्य का भाषा की मान्यता व ओलचिकी लिपी को पाठ्यक्रमों में शामिल करने की मांगों को लेकर 4 जुलाई 2023 आहूत झारखंड बंद का सक्रिय समर्थन करने तथा संगठन विस्तार व सदस्यता भर्ती के भी प्रस्ताव लिये हैं.

गिरिडीह जिले के तिसरी में जनकन्वेंशन आयोजित किया गया कन्वेंशन की अध्यक्षता रामजीत मुर्मू व संचालन अशोक मिस्त्री ने किया. राजधनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव जनकन्वेंशन के मुख्य अतिथि थे.

जनकन्वेंशन में जनता के जनसमस्याओं पर आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया गया. कन्वेंशन को भाकपा(माले) तिसरी प्रखंड सचिव का. जयनारायण यादव, गांवा प्रखंड सचिव, नागेश्वर यादव, आदिवासी संघर्ष मोर्चा के तिसरी प्रखंड संयोजक जागो मरांडी, भाकपा(माल) जिला कमेटी के सदस्य सकलदेव यादव और मनोज सोरेन व मुन्ना कुमार राणा सहित कई नेताओं ने संबोधित किया.

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