18 जून 2023 को रिसालदार बाबा मोसाफिर खाना, डोरंडा, रांची में झारखंड में अल्पसंख्यकों के ज्वलंत मुद्दों पर राज्यस्तरीय ‘फिकरी नशिस्त’ (चिंतन बैठक) आयोजित हुआ. सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चले इस चिंतन बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाकपा(माले) के पूर्व विधायक का. राजकुमार यादव व भाकपा(माले) के राज्य सचिव का. मनोज भक्त तथा अतिथि के बतौर इंजीनियर सुलतान ज़ुबैर और पीर साहब सयैद गुफरान अशरफी मौजूद रहे.
हेमंत सरकार को साढ़े तीन साल हो चुके है मगर आज भी अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर सरकार बेहद उदासीन है. कई मुद्दों पर तो यह सरकार छुआछूत जैसी मानसिकता से ग्रसित प्रतीत होती है, अल्पसंख्यकों के कई संवैधानिक मुद्दे आज भी हल नही हुए है जिसमें अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यक वित्त निगम, वक्फ बोर्ड, उर्दू-मदरसा बोर्ड जैसी जगहों पर योग्य व्यक्तियों का चयन न होना जैसे उदाहरण मौजूद हैं, इनके अलावा मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून का नही बनना, इसके पीड़ितों को इंसाफ, नौकरी, मुआवजा, व पुनर्वास न मिलना, 10 जून को रांची में घटित घटना की जांच रिपोर्ट को आज तक सार्वजनिक नही करना शामिल है. साथ ही हेमंत सरकार गाहे-बगाहे अल्पसंख्यकों की फजीहत भी करते रहती है. विधानसभा में नमाज गाह का मुद्दा, उर्दू भाषा का सवाल व स्कूल में अवकाश के दिन का मुद्दा इनमें प्रमुख है.
इन सबके अलावा अल्पसंख्यकों की बस्तियों में सरकारी योजनाओं का घोर आभाव है. अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति की स्थिति दयनीय है, अल्पसंख्यक बस्तियों में जनस्वास्थ्य की स्थिति भी जर्जर है. ये सब अल्पसंख्यकों को हाशिए पर रखने के उदाहरण बने हुए है. चिंतन बैठक से यह अपील की गई कि हेमंत सरकार अल्पसंख्यकों के ज्वलंत मुद्दों को अविलंब निष्पादित करें.
बैठक में विभिन्न वक्ताओं और जिलों के आये प्रतिनिधियों ने भी इन मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए.
यह तय किया गया कि इंसाफ मंच झारखंड में अल्पसंख्यकों, आदिवासियों, दलितों व महिलाओं को साथ लेकर आगे बढ़ेगा. इन समुदायों व समूहों के साथ जून- जुलाई महीने में प्रखंड से जिला स्तर पर इनके मुद्दों के साथ सम्मेलन किया जाएगा. राज्य भर में इंसाफ मंच का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, साथ ही, विधायक विनोद सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव व अरूप चटर्जी तथा भाकपा(माले) राज्य सचिव का. मनोज भक्त के नेतृत्व में अल्पसंख्यकों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात भी करेगा.
बैठक में इंसाफ मंच की 19 सदस्यीय राज्यस्तरीय टीम का गठन भी किया गया जिसमें नदीम खान,उस्मान अंसारी, मुनव्वर हसन बंटी, मुस्तक़ीम अंसारी, इब्राहिम अंसारी, सरफराज आलम, अधिवक्ता मोनाज अख्तर, अब्दुल गफूर, चांद अख्तर, अकरम राशिद, इकबाल हुसैन, नौशाद आलम, जमील अख्तर आदि शामिल हैं.
बैठक में शोक श्रद्धांजलि बालासोर (उड़ीसा) रेल दुर्घटना और मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों, प्रगतिशील कार्टूनिस्ट पत्रकार बशीर अहमद तथा जल-जंगल-जमीन एवं मानवधिकार आंदोलन के पुरोधा स्टैन स्वामी को श्रद्धांजलि भी दी गई. बैठक की अध्यक्षता का. उस्मान अंसारी व संचालन नदीम खान ने किया.
बैठक में गिरीडीह के जिला परिषद उपाध्यक्ष मुनव्वर हसन बंटी, मुस्तकीम अंसारी, रब्बुल हसन रब्बानी, अब्दुल गफूर अंसारी, कोडरमा के इब्राहिम अंसारी,चांद अख्तर, आबिद हुसैन, पलामू के मो. सरफराज आलम, दानिश खान, रांची के अकरम राशिद, शम्स तबरेज, जमील अख्तर, इंजीनियर इकबाल हुसैन, इसहाक बब्लू, नौरीन अख्तर, असफर खान, समाजसेवी शहीद अयूबी, तारिक मुजीबी, इम्तियाज सोनू, रिसालदार बाबा दरगाह कमेटी के अध्यक्ष मो. जाकिर, महासचिव मो. फारूक, अधिवक्ता सोहैल अंसारी, शिक्षक मोजम्मिल आदि शामिल थे.