मिर्जापुर में सदर तहसील के कोटवा पांडे गांव में विगत छह जून को गरीब परिवारों के लगभग 300 घरों को योगी सरकार ने बुलडोजर चलवाकर जमींदोज कर दिया. सात दशकों से आबाद परिवारों को पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था किये बिना एक झटके में उजाड़ देने का मौके पर विरोध करने वाली खेग्रामस राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य कामरेड जीरा भारती पर एसडीएम ने हाथ छोड़ा और उन्हें व भाकपा(माले) के जिला सचिव रामप्यारे व कार्यकर्ता राममूर्ति सहित पांच व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने भी हाथापाई और अभद्रता की. देर रात उन्हें रिहा किया गया.
घटना के विरोध में और योगी के बुलडोजर राज के खिलाफ खेग्रामस और भाकपा(माले) ने 8 जून 2023 को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया और जिले में अधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति को मांगपत्र भेजा. सभी उजाड़े गए परिवारों का उचित पुनर्वास करने, क्षतिपूर्ति देने और बुलडोजर राज पर लगाम लगाने की मांग की गई.
इसके अलावा, भाकपा(माले) ने महिला नेता जीरा भारती के साथ पुरुष एसडीएम द्वारा मारपीट करने, भाकपा(माले)जिला सचिव रामप्यारे को खुद बूट से मारते हुए गाड़ी तक ले जाने पर सख्त एतराज जताया है और एसडीएम के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. पार्टी ने कहा है कि जीरा भारती व भाकपा(माले) नेता गरीबों के पक्ष में खड़े होकर उनके हक के लिए प्रशासन की निर्मम कार्रवाई का विरोध कर रहे थे, जो कि जन प्रतिनिधि होने के नाते उनका लोकतांत्रिक अधिकार है. एसडीएम ने उनपर हाथ छोड़कर और बूट से हमला कर अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया, जिसके लिए उन्हें अवश्य दंडित किया जाना चाहिए. पार्टी ने इसकी लिखित शिकायत मिर्जापुर के जिलाधिकारी से की है.
उजाड़े जाने की घटना के अगले दिन खेग्रामस के मानद राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीराम चौधरी और भाकपा(माले) राज्य सचिव सुधाकर यादव ने घटनास्थल का दौरा कर उजड़े परिवारों से भेंट की. 8 जून को मिर्जापुर कलेक्ट्रेट पर खेग्रामस और भाकपा(माले) माले ने पीड़ित परिवारों के साथ प्रदर्शन किया. मिर्जापुर के अलावा सोनभद्र, चंदौली, भदोही, बनारस, मऊ, आजमगढ़, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, महराजगंज, बस्ती, फैजाबाद (अयोध्या), रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, जालौन, मथुरा आदि जिलों विरोध प्रदर्शन आयोजित हुए.