विगत 10 जून 2023 को महान स्वतंत्रता सेनानी और दक्षिण अफ्रीका व चंपारण सत्याग्रह में महात्मा गांधी के सहयोगी रहे बद्री अहीर को उनके जन्मदिन पर उनके पैतृक गांव हेतमपुर में याद किया गया.
भाकपा(माले) द्वारा आयोजित जन्मदिवस समारोह में सबसे पहले उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर दो मिनट मौन की मौन श्रद्धांजलि दी गई. किसान नेता विनोद कुशवाहा के संचालन में आयोजित सभा में बद्री अहीर के प्रपोत्र प्रमोद बद्री ने तमाम लोगों का स्वागत किया और कहा कि सरकारें आजादी की लड़ाई में सर्वस्व न्यौछावर करने वाले लोगों को भूल गई हैं.
कार्यक्रम में भाकपा(माले) केंद्रीय कमिटी सदस्य व समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर, भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी के सदस्य युवा नेता राजू यादव, तरारी क्षेत्र के भाकपा(माले) विधायक सुदामा प्रसाद, डुमरांव के विधायक अजीत कुशवाहा और अगिआवं विधायक मनोज मंजिल, पुर्व विधायक चंद्रदीप सिंह, राज्य कमिटी सदस्य इंदु सिंह, शिवप्रकाश रंजन, जगदीशपुर प्रखंड सचिव कमलेश यादव, शाहनवाज हुसैन आदि समेत दर्जनों भाकपा(माले) नेता व ग्रामीण मौजूद रहे.
बद्री अहीर जुलाई 1882 में 22 वर्ष की उम्र में गिरमिटिया मजदूर के रूप में नेटाल (दक्षिण अफ्रीका) ले जाये गये थे. वहीं वे गांधी जी के सत्याग्रह के साथी बन गये. सत्याग्रह व अन्य कार्यों में बद्री अहीर ने गांधीजी को बड़ी आर्थिक मदद भी की थी.