बिहार के दरभंगा जिले के मनीगछी थाने के रजवाड़ा में दशकों से बसे 55 दलित परिवारों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया. सारे सामान और अन्न-वस्त्र को तहस-नहस कर दिया गया. तरौनी के जमींदार के मुकदमा के तहत यह कारवाई हुई और उसके लठैत के जरिए रोड़े-पत्थर चलाए गए. प्रशासन की ओर से वीडियो भी नही लिया गया. भाकपा(माले) नेताओं ने इस बर्बर दमन का विरोध किया तो इसी को आधार बनाकर भाकपा(माले) नेता पप्पू खां को गिरफ्तार कर लिया गया और अशोक पासवान समेत अन्यों को झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया. आईजी से जांच में कोई तथ्य नही आने पर भी चार्जशीट दायर कर दिया गया. पप्पू खां सहित दर्जनों महिला-पुरुष अब भी जेल में बंद हैं.
छह महीने हो जाने पर भी न्याय नहीं मिलने पर विगत 24 मार्च 2023 को पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर सामूहिक अनशन शुरू किया गया था. दरभंगा के हरि पासवान, खेत ग्रामीण मजदूर सभा राज्य नेत्री शनिचरी देवी, कलीम नदाफ, फूलो सदा, मृतक तेतरी देवी की बेटी रिंकू देवी अनशन पर थे.
अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधायक सत्यदेव राम ने अनशन के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री से बात की और उनके हस्तक्षेप से डीजीपी से वार्ता हुई. उनकी ओर से ठोस आश्वासन दिया गया कि गिरफ्तारी पर रोक का आदेश जारी कर दिया जाएगा, भाकपा(माले) नेताओं के घटनास्थल पर मौजूदगी के सबूत नहीं मिलने के आधार पर रिपोर्ट 3 जारी होगा और तेतरी देवी की गिरफ्तारी और हत्या मामले की जांच होगी.
इसके मद्देनजर भाकपा(माले) विधायक सत्यदेव राम, खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेंद्र झा, विधायक बीरेंद्र गुप्ता, इंसाफ मंच के नेता नेयाज अहमद, भाकपा(माले) के दरभंगा जिला सचिव बैद्यनाथ यादव और युवा नेता अभिषेक ने विगत 25 मार्च 2023 को अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया.