भाकपा(माले), ऐपवा, आइसा और किसान महासभा की एक संयुक्त टीम ने विगत 26 अप्रैल 2023 को जंतर-मंतर, दिल्ली में धरना-प्रदर्शन कर रही महिला खिलाड़ियों के बीच पहुंच कर उनकी मांगों व आंदोलन को अपना समर्थन जताया.
इस टीम में भाकपा(माले) नेत्री सुचेता डे, अखिल भारतीय किसान महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष का. प्रेम सिंह गहलावत, एडवोकेट सूर्य प्रकाश एडवोकेट, आइसा नेत्री नेहा आदि ने पहलवानों के लिए न्याय की मांग की.
विदित हो कि भारत के ओलंपिक पदक विजेता समेत कई महिला पहलवान पिछले चार दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही हैं. वे धरने के साथ ही जंतर-मंतर पर ही कुश्ती का अभ्यास और व्यायाम आदि भी कर रही हैं.
महिला पहलवानो का कहना है कि देश के लोगों ने हमें देश के लिए मेडल जीतने की जिम्मेदारी दी है जिसे हमें पूरा करना है, हम उससे पीछे नहीं हट सकते.
महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर खिलाड़ियों से शोषण के लिए एफआईआर दर्ज करने की की मांग की थी. उनका कहना है कि पुलिस ने अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है. इस मांग को लेकर सात महिला पहलवानों ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है. कोर्ट ने इसे गंभीर आरोप मानते हुए इस पर संज्ञान लिया है और पुलिस को नोटिस जारी किया है.
जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला पहलवानों के आंदोलन को पुरजोर समर्थन देते हुए ऐपवा ने विगत 27 अप्रैल 2023 को उदयपुर (राजस्थान), पटना (बिहार) और रांची (झारखंड) समेत देश के विभिन्न शहरों में प्रतिवाद मार्च आयोजित किया और भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के चेयरमैन ब्रजभूघण सिंह को अविलंब हटाने और उन पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की तथा स्थानीय प्रशासन को इससे संबंधित ज्ञापन सौंपे.