रामनवमी के दौरान बिहारशरीफ सहित राज्य के कई हिस्सों में उन्माद-उत्पात, नफरत-विभाजन और शैक्षणिक केंद्रों को नष्ट करने की विध्वंसकारी भाजपाई राजनीति के खिलाफ भाकपा(माले) ने विगत 11 अप्रैल (महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले का जन्मदिन) से 14 अप्रैल (डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्मदिन) राज्यव्यापी सद्भावना-एकजुटता अभियान चलाया.
11 अप्रैल 2023 को राजधानी पटना में दारोगा राय स्थित ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर भाकपा(माले) नेताओं – पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व विधायक राजाराम सिंह, ऐपवा राज्य सचिव शशि यादव, वरिष्ठ नेता केडी यादव, पटना महानगर के सचिव अभ्युदय, जितेंद्र कुमार, मुर्तजा अली, मालती देवी आदि कई लोगों ने माल्यार्पण किया. वहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए का. राजाराम सिंह ने कहा कि बिहारशरीफ में मुस्लिम समुदाय की न केवल दुकानें लूटी और जलाई गईं, बल्कि ऐतिहासिक अजीजिया मदरसा और पुस्तकालय को जलाकर पूरी तरह नष्ट कर दिया गया. सोगरा कॉलेज में भी आग लगाई गई. इस मदरसे व कॉलेज की स्थापना करीब 100 साल पहले अब तक गुमनामी के अंधेरे में रहीं राज्य की संभवतः पहली मुस्लिम महिला शिक्षाविद् बीबी सोगरा द्वारा किया गया था. शिक्षा के केंद्रों पर फासीवादियों का यह हमला बेहद सुनियोजित है. 18 वीं सदी में शोषित-वंचित तबकों की शिक्षा के लिए ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले और बेगम फातिमा ने जो काम किया था, बिहार में वही काम बीबी सोगरा ने भी किया था. शैक्षणिक केद्रों पर ऐसा हमला बिहार कभी स्वीकार नहीं करेगा.
ऐपवा की सचिव शशि यादव ने कहा कि मोदी सरकार ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है लेकिन उसकी विध्वंसक विचारधारा सबसे पहले शैक्षणिक केंद्रों को ही निशाना बनाती है.यह देश की गंगा-जमुनी तहजीब, अल्संख्यकों की पहचान और शिक्षा के केंद्र पर सचेत फासिस्ट हमला है. ऐसे में डॉ. अंबेडकर की वह चेतावनी याद आती है जब उन्होंने कहा था कि यदि भविष्य में यह देश धर्म के नाम पर कभी हिन्दू राष्ट्र की बात करेगा तो यह हमारे लिए सबसे बड़ी विपत्ति साबित होगा. यह समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले लोगों के लिए बेहद खतरनाक होगा. नेताओं ने मदरसा अजीजिया के पुनर्निर्माण की मांग को जोर-शोर से उठाया. राज्यव्यापी कार्यक्रम अन्य कई जगहों पर भी विविध रूप में आयोजित हुआ.
पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में बेतिया हरीबाटीका चौक स्थित सुकन्या उत्सव भवन में आयोजित सदभावना-एकजुटता जन कन्वेंशन को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) केन्द्रीय कमेटी के सदस्य व सिकटा के विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि ज्योतिबा फुले कहते थे कि यदि आजादी, समानता, मानवता, आर्थिक न्याय, शोषणरहित मूल्यों और भाईचारे पर आधारित सामाजिक व्यवस्था का निर्माण करना है तो असमान और शोषक समाज को उखाड़ फेंकना होगा. समाज का संगठन ऐसा होना चाहिए कि उसके सभी सदस्यों को स्वतंत्रता और समानता के अधिकार मिले और उनके बीच भाईचारा हो. वे कहते थे कि अनपढ़, अशिक्षित जनता को फंसाकर वे अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं और यह वे प्राचीन काल से कर रहे हैं. इसलिए आपको शिक्षा से वंचित रखते हैं.
सुनील कुमार राव ने कहा कि भाजपा संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने के लिए अभियान चला रही है. इसके खिलाफ भाकपा(माले) गांव-गांव में सद्भावना-एकजुटता अभियान चलाएगी. भाकपा(माले) नेता संजय राम ने कहा कि उन्माद-उत्पात की घटनाओं में भाजपा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ दलित, अतिपिछड़े, व पिछड़े समुदाय के बेरोजगार युवकों को चारा बनाने का प्रयास कर रही है.
अरवल में भाकपा(माले) कार्यालय से सद्भावना-एकजुटता मार्च निकाला गया और विचार गोष्ठी आयोजित की गई. भाकपा(माले) विधायक महानंद सिंह, जिला सचिव जितेंद्र यादव, राजद के प्रधान महासचिव घनश्याम प्रसाद वर्मा, पूर्व मुखिया अर्जुन यादव, उमेश यादव, उमेश्वर यादव, गणेश यादव, नंद किशोर, सुएब आलम, लीला वर्मा, जिला पार्षद महेश यादव, अवधेश यादव समेत कई नेता इसमें शामिल हुए.
प्रखंड परिसर स्थित अंबेडकर वाचनालय में आयोजित गोष्टी ज्योतिबा फुले के तैल चित्र वद डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुई.
भाकपा(माले) के जिला सचिव जितेंद्र यादव की अध्यक्षता में संपन्न का. महानंद सिंह ने कहा कि लगभग 200 साल पहले ज्योतिबा फुले द्वारा समाज में छुआछूत, अंधविश्वास के खिलाफ सबके लिए शिक्षा, खासकर दलित-पिछड़ों व महिलाओं की शिक्षा की मुहिम चलाई गई थी. उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ भी आवाज उठाई.
उन्होंने कहा कि समाज में धर्म के नाम पर नफरत पैदा की जा रही है और राम के नाम पर दंगे हो रहे हैं . हिंदू धर्म पर खतरा बताकर भोली-भाली जनता को हिंसा की आग में झोंकने की साजिश हो रही है. इसके खिलाफ हमें गांव गांव में फुले-अंबेडकर के विचारों को ले जाना होगा. उनके विचारों को ले जाने की जरूरत है.
कार्यक्रम को राजद के प्रधान महासचिव घनश्याम वर्मा, पूर्व मुखिया अर्जुन यादव, उमेश यादव, महेश यादव, गणेश यादव समेत कई लोगों ने संबोधित किया.
गया में भाकपा(माले) जिला कार्यालय (रमा भवन, रमना रोड) गया में ज्योतिबा फुले को याद करते हुए उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर अभियान की शुरूआत की गई.
सासाराम में भी भाकपा(माले) जिला कार्यालय पर ज्योति बा फुले की तस्वीर पर पुष्पांजलि देते हुए भाजपा-आरएसएस के साम्प्रदायिक उन्माद-उत्पात व शिक्षा के भगवाकरण के खिलाफ जिले में व्यापक आंदोलन चलाने का संकल्प लिया गया. मौकेपर भाकपा(माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य व काराकाट विधायक का. अरुण सिंह, जिला सचिव नंदकिशोर पासवान, जिला कमेटी सदस्य रविशंकर राम, अशोक सिंह, जयेंद्र चौधरी, मार्कंडेय चंद्रवंशी, अच्छे लाल पासवान,चन्द्रधन सिंह, भैयाराम पासवान, जैगम कुरैशी, नरेंद्र राम, मदन सिंह कुशवाहा आदि सहित दर्जनों नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे.
नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के कमरुद्दीनगंज मुहल्ला स्थित भाकपा(माले) जिला कार्यालय में इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए का. पाल बिहारी लाल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस वोट हासिल करने के लिए हिन्दुओं के हर त्योहार का समाज में नफरत फैलाने के लिए शर्मनाक इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने बिहारशरीफ की घटना में भाजपा विधायक की भूमिका की गहराई से जांच कर उनको दंडित करने की मांग की.
कार्यक्रम में जिला कमेटी सदस्य मकसूदन शर्मा, सुनील कुमार, किशोर साव, श्रवण पंडित, मनोज रविदास, महेश दास आदि भाकपा(माले) नेता भी शामिल हुए.