शिकारगंज क्षेत्र के विकास से जुड़े तमाम सवालों पर गणवा ताजपुर में चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के समर्थन में शिकारगंज क्षेत्र में भाकपा(माले) प्रखंड सचिव कामरेड विजयी राम के नेतृत्व में पिछले दिनों एक जन जागरण यात्रा निकाली गयी.
जन जागरण यात्रा सीताताली, बोदलपुर,पंडी, मुडहुआ, दाउदपुर, दकहीं, नेवाजगंज आदि गांवों में पहुंची और मजदूरों-किसानों से शिकारगंज क्षेत्र के जायज सवालों पर जारी संघर्ष में शामिल होने की अपील की.
जन जागरण यात्रा के दौरान सीताताली बनवासी बस्ती में पहुंची जहां विष्णु बनवासी ने बताया कि आदिवासी-वनवासी समाज के लोगों का वन संपदा पर पुश्तैनी अधिकार है. उसे बहाल करने के बजाय प्रशासन हमारी झोपड़ियों को उजाड़ कर हमें बेदखल कर रहा है. सरकार हमारी झोपड़ियों को उजाड़ने की बजाय उन जमीनों का पट्टा दें ताकि वन संपदा पर हमारा पुश्तैनी अधिकार बहाल हो.
मुडहुआ बनवासी बस्ती की महिलाओं ने जन जागरण यात्रा के सदस्यों को बताया कि हम तभी बेदखल होंगे जब घर-जमीन देकर सरकार हमें पुनर्वासित करगीे. बिना पुनर्वास के हम बेदखल नहीं होंगे और सरकार के ‘बुलडोजर अभियान’ के खिलाफ संघर्ष करेंगे.
बोदलपुर दलित बस्ती की महिलाओं ने बताया कि सरकार गरीबों को मनरेगा में काम तक नहीं दे पा रही है. कुछ काम मिल भी रहा है तो मजदूरी मिलने में महीनों लग जा रहे हैं और फर्जी हाजिरी चढ़ाकर मजदूरी निकाल ली जा रही है.
21 मार्च 2025 को 10वें दिन जब इस यात्रा का समापन हुआ जिला सचिव का. अनिल पासवान, प्रखंड सचिव विजयी राम, रमेश चौहान, प्रवीण, प्रमोद, देवकी चौहान, विष्णु वनवासी सहित तमाम लोग शामिल रहे. भाकपा(माले) प्रखंड सचिव विजयी राम ने कहा कि इन तमाम सवालों को लेकर गणवा (ताजपुर) में अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है. आगामी 23 मार्च 2023 को शहीद-ए-आजम भगत सिंह शहादत दिवस के अवसर पर बड़ी सभा की जाएगी और बड़े संघर्ष का ऐलान किया जाएगा.
सभी प्राइमरी व कम अपोजिट विद्यालयों सहित सभी विद्यालयों में भगत सिंह व अंबेडकर के बारे में पढ़ाए जाने को अनिवार्य करने, जिस जमीन पर लोग बसे हुए हैं तथा खेती करते आ रहे हैं उस जमीन का कागज को दिए जाने, बैराठ व भोका बांध की जमीन खेती करने के लिए भूमिहीनों गरीबों को देने, वनाधिकार कानून के तहत दावा दाखिल करने वाले दावेदारों को उनकी जमीन का मालिकाना हक देने, गणवा जैसे तमाम गांव में निवास करने वाले लोगों को उनके गांव का निवास प्रमाण पत्र जारी किए जाने व विशेष आर्थिक पैकेज से विकास किए जाने, शिकारगंज क्षेत्र को सूखे की मार से बचाने का स्थाई हल निकालने व भोका बांध में पर्याप्त पानी मुहैया कराए जाने, भोका बांध का पूर्ण मरम्मत अतिशीघ्र कराए जाने, केवलाखाड़ में झोपड़ी लगाकर खेती कर रहे आदिवासी-वनवासी मजदूरों व किसानों की फसल को बर्बाद करने पर रोक लगाने सहित तमाम सवालों को लेकर भाकपा(माले), अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, इंकलाबी नौजवान सभा तथा अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन के बैनर तले चल रहा अनिश्चितकालीन धरना आमरण अनशन में तब्दील हो गया. भाकपा(माले) जिला स्थाई समिति सदस्य तथा चकिया प्रखंड सचिव विजयी राम अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे.
आमरण अनशन पर हुई सभा को संबोधित करते हुए का. विजयी राम ने कहा कि उपजिलाधिकारी चकिया दो बार अनिश्चितकालीन धरने पर आए. उन्होंने कुछ सवालों को हल करने की बात कही लेकिन हल नहीं कर पाए. आज शहीदे आजम भगत सिंह का शहादत दिवस है और यह कैसी विडंबना है कि हमें आजाद भारत में अपने सवालों को सरकार तक पहुंचाने के लिए आमरण अनशन पर जाना पड़ रहा है.
सभा को भाकपा(माले) जिला सचिव का. अनिल पासवान, भारतीय किसान यूनियन के नेता विद्याधर मौर्य, इनौस राष्ट्रीय परिषद सदस्य कुमारी अनीता, किसान नेता बड़ूचंद यादव, रामबचन पासवान, विदेशी राम सहित कई लोगों ने संबोधित किया. अध्यक्षता कामरेड लालव्रत मौर्य तथा संचालन इनौस जिला सह सचिव रमेश चौहान ने किया.